मेरा मन सुमिरै राम कूँ मीनिंग कबीर के दोहे

मेरा मन सुमिरै राम कूँ मीनिंग Mera Man Sumire Raam Ku Hindi Meaning Kabir Ke Dohe Hindi Meaning Sahit/Hindi Arth Kabir Ke Dohe Hindi Me

 
मेरा मन सुमिरै राम कूँ मीनिंग Mera Man Sumire Raam Ku Hindi Meaning

मेरा मन सुमिरै राम कूँ, मेरा मन रामहिं आहि।
अब मन रामहिं ह्नै रह्या, सीस नवावौं काहि।

Mera Man Sumirai Raam Ka, Mera Man Raamahin Aahi.
Aub Man Raamahin Hnai Rahya, Sees Navaavaun Kaahi.
 
Mera Man Sumire Raam Ku, Mera Man Ramahi Aahi,
Aub Man Ramahi Hve Raha, Sheesh Navao Kahi. 
 

कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Kabir Doha Word Meaning

मेरा मन - मेरा हृदय (हरी भक्त )।
सुमिरै- सुमिरण (राम नाम सुमिरण )
राम कूँ- राम को।
रामहिं ह्नै रह्या-राम राम हो रहा है।
सीस -शीश/मस्तक।
नवावौं -झुकाना/सजदा करना।
काहि- किसे।

कबीर दोहा हिंदी मीनिंग/Kabir Doha Meaning in Hindi

मेरा मन (भक्त) का मन राम नाम का सुमिरण करते हुए राममय हो गया है। भक्ति की भक्ति की पराकाष्ठा है की वह राम का ही होकर रह गया है, अब उसका स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त हो गया है। इस अवस्था में जब वह स्वंय ही राम में एकाकार हो गया है तो अब सर किसे नवाया जाए। 
 
भाव है की गुरु के ज्ञान के उपरान्त अहम पूर्ण रूप से शांत हो गया है जिसके परिणाम स्वरुप साधक और ईश्वर एकाकार हो गए हैं, ऐसी अवस्था में अब किसके समक्ष सर को झुकाया जाए, किसकी वंदना की जाए। उल्लेखनीय है की कबीर साहेब ने यहां पर भक्ति की चरम स्थिति का वर्णन किया है जहां पर भक्त और हरी के मध्य का स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त हो जाता है। इस साखी में तदगुण अलंकार की व्यंजना हुई है। 

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

+

एक टिप्पणी भेजें