अभिराम नाम का अर्थ मतलब राशि
अभिराम शब्द का हिंदी में अर्थ आनंददायक, नैनो को सुख देने वाला, प्रिय, सुखद, मनोहर, सुंदर, रम्य, आकर्षक और प्रिय होता है। इसके अतिरिक्त भगवान शिव का एक नाम भी अभिराम है (अनिरुद्ध; अनेकलोचन; अपानिधि; अभिराम; अभीरु; अभदन; अमृतेश्वर आदि )
तुलसिदास चाँचरि मिसहि, कहे राम गुन ग्राम।
गावहिं सुनहिं नारि नर, पावहिं सब अभिराम।
लोचनाभिराम घन-स्याम रामरूप सिसु,
सखी कहैं सखी सों तू प्रेम पय पालि,री।
बालक नृपालजृ के ख्याल ही पिनाक तोंर्यो,
मंडलीक-मंडली-प्रतापदाप दालि री॥
जनक को, सिया को, हमारो, तेरो, तुलसी को,
सबको भावतो ह्वैहै मैं जो कह्यौ कालि री।
कौसिला की कोखि परतोषि तन वारिए री,
राय दसरत्थ की बलैया लीजै आलि री॥
अभिराम नाम का मतलब
अभिराम का मतलब अच्छा लगने वाला, प्रिय, मधुर या रूचिकर, मोहक और सुखदायक होता है। अभि + रम् उदाहरणम् : ग्रीवाभङ्गाभिरामं मुहुरनुपतति स्यन्दने दत्तदृष्टिः‚ शाकु
अभिराम नाम का लिंग
अभिराम नाम लड़कों (पु) का होता है, मतलब की यह नाम लड़कों का रखा जाता है।
अभिराम के नाम की राशि Mesh/मेष Aries (zodiac sign ) होती है। राशि चक्र में मेष
राशि प्रथम राशि होती है। मेष राशि का चिन्ह मेंढा/ पुरुष भेड़ होता है।
मेष राशि का सम्बद्ध पूर्व दिशा से होता है और मेष राशि का स्वामी गृह
'मंगल' होता है। मेष राशि का तत्व 'अग्नि' होता है।
मेष जातकों का शुभ अंक : 9
मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा
अभिराम नाम की मित्र राशि
अभिराम नाम की मित्र राशि मिथुन और सिंह होती है।
अभिराम नाम का व्यक्तित्व
अभिराम मेष राशि से सबंधित नाम है। मेष राशि के लोग कार्य को फुर्ती/तेजी से करते
हैं। मेष राशि से सबंध रखने के कारण अभिराम नाम के व्यक्ति आशावादी और
आत्मकेंद्रित होते हैं। अभिराम के नाम के व्यक्ति निडर और झुझारू स्वभाव के
होते हैं और शीघ्र हार नहीं मानते हैं। अभिराम नाम के व्यक्ति चूँकि मेष राशि
से सबंधित होते हैं इसलिए ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी, जिंदादिल होते हैं।
मेष
राशि के लोग जहाँ उपरोक्त गुणों को धारण करते हैं वहीँ पर अभिराम नाम के
व्यक्ति मेष राशि के प्रभाव के कारण ज़िद्दी, अनुशासन को कम मानने वाले और
दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं।
अभिराम नाम के व्यक्ति
गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। अभिराम नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के
कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8
अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं।
भगवान
शिव आसानी से अपने भक्तों पर दया करते हैं, और इनकी पूजा अर्चना भी
क्लिष्ट नहीं होती है। वैसे जन्म के लग्न के मुताबिक़ यह तय होता है की आपको
किस देव की पूजा करनी चाहिए। लेकिन वृहद स्तर पर ॐ नम: शिवाय’ मन्त्र मेष
राशि के व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी होता है। 20 मार्च से 18 अप्रैल के
मध्य जन्म लेने वाले मेष राशि से सबंधित व्यक्तियों के लिए ॐ गं गणाधिपतये
नत:’ मन्त्र शुभ रहता है। इस प्रकार मेष राशि के व्यक्तियों को अपने
मूलाक्षर, जन्मतिथि के अनुसार श्री गणेश, श्री शिव एवं श्री विष्णु जी की
पूजा करके अभीष्ट को प्राप्त करना हितकर होता है।
मेष राशि के व्यक्ति का स्वास्थ्य
साधारण
रूप से मेष राशि के व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है। जैसा की ऊपर बताया
गया है मेष राशि की व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और किसी भी कार्य को करने की
शक्ति रखते हैं और अन्य से अधिक सक्रीय रूप से कार्य करते हैं ऐसे में उनका
शरीर अधिक कार्य करने के कारण निढाल बन सकता है। शरीर के रोगों से लड़ने के
शक्ति बेहतर होती है। उल्लेखनीय है की मेष राशि के व्यक्तियों को सरदर्द
और पाचन की बीमारिया प्रायः अधिक होती हैं, इसलिए उन्हें अपने पाचन को
बेहतर करने के लिए स्वास्थ्यवर्धक जीवन शैली का पालन करना चाहिए। अपने शरीर
को विश्राम देना भी मेष राशि के लिए अधिक महत्त्व रखता है।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं