नैंना नीझर लाइया हिंदी मीनिंग
नैंना नीझर लाइया, रहट बहै निस जाम।
पपीहा ज्यूँ पिव पिव करौं, कबरू मिलहुगे राम॥
Naina Neejhar Laaiya, Rahat Bahe Nis Jaam,
Papiha Jyu Piv Piv Karo, Kabahu Milahuge Raam.
कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Kabir Doha Hindi Word Meaning.
नैंना-नैन/अखियाँ, नेत्रों से।
नीझर-निर्झर (झरना).
रहट-कुँए से पानी निकालने का यंत्र।
बहै-बहता है।
निस जाम- रात और दिन.
ज्यूँ- जैसे।
पिव पिव- प्रियतम का नाम पुकारना।
कबरू- कब।
मिलहुगे- मिलोगे।
राम- ईश्वर।
कबीर दोहा हिंदी मीनिंग Kabir Doha/Sakhi Hindi Meaning.
विरह का मार्मिक चित्रण है की जीवात्मा के नैनों से दिन रात, निरंतर आसूं बह रहे हैं। ये नेत्र निरंतर रहट की भाँती जल बहा रहे हैं। विरह में जल रही जीवात्मा अपने मुख से निरंतर पीव पीव (प्रियतम-हरी का नाम) रट रही है।
साधक पूर्ण परमात्मा से मिलने को पपीहे की भाँती निरंतर प्रिय के नाम को पुकार रही है और पुकार कर रही है की जाने कब हरी के दर्शन होंगे. रहट एक तरह का सिंचाई का यंत्र होता है जिसमें, डोलचियों के माध्यम से पानी को निचे से उपर की और खींचा जाता है. इसे घुमाने के लिए बैल या व्यक्तियों का सहारा लिया जाता है. इस साखी में विरह की पराकाष्ठा को प्रदर्शित करते हुए बताया गया है की जैसे रहट निरंतर पानी को बहाता है वैसे ही जीवात्मा भी प्रिय मिलन की आशा में अश्रु बहा रहे हैं और पपीहे की भांति निरंतर अश्रु बहा रहे हैं.
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं