पीयू जी बिना म्हारा प्राण पड़े म्हारी हेली Piyu Ji Bina Mhara Praan Lyrics

पीयू जी बिना म्हारा प्राण पड़े म्हारी हेली Piyu Ji Bina Mhara Praan Prahlaad Singh Tipaniya

 
पीयू जी बिना म्हारा प्राण पड़े म्हारी हेली Piyu Ji Bina Mhara Praan Prahlaad Singh Tipaniya

बिरहणी  देय  संदेशरो,
सुनो  हमारे पीव,
जल बीन मछली क्यों जिए,
ये पानी में का जीव।।
वीरह  तेज तन  में तपे,
अंग रहा  अकुलाय,
घट सुना जीव पीव में वहां,
मौत ही ढूंडी जाय,
बिरहणी जलती देख के,
सांई आए धाय,
 प्रेम बूंद छीटकाय के,
मेरी जलती लेय बुझाय

पीयू जी बीना म्हारो प्राण पड़े म्हारी हेली,
जल बिन मछली मरे,
कौन मिलावे म्हारा राम से म्हारी हेली,
ऐ रोई रोई रुदन करां,
म्हारी हेली, वो चलो हमारा देश,
म्हाने लाग्यो भजन वालों बाण,
म्हारी हेली, वो आवो गुराजी का देश।

के तो सूती थी रंग महल में म्हारी हेली,
जाग्या  रे जतन कराय, ऐ कौन मिलावे,
म्हारा पीव से म्हारी हेली,
रोई रोई रुदन करां
म्हारी हेली, वो आवो गुराजी का देश।

छोड़ी दो पियर सासरो म्हारी हेली
 छोड़ी दो रंग भर सेज छोड़ो पितांबर ओढ़नो
म्हारी हेली ऐ कर ली जो भगमो भेस
म्हारी हेली, वो आवो गुराजी का देश।

एक भाण की क्या पड़ी म्हारी हेली
करोड़ भाण को प्रकाश साहेब कबीर
धरमी बोलिया म्हारी हेली यो तो शूली रे वालो देश..
म्हारी हेली, वो आवो गुराजी का देश।
(घाटे पानी सब भरे, अवघट भरे न कोय।
अवघट घाट कबीर का, भरे सो निर्मल होय॥
हद-हद करते सब गये, बेहद गया न कोय।
अनहद के मैदान में, रहा कबीरा सोय॥
हद में तो हर कोइ चले, लाहद चले सो पीर।
हद लाहद से न्यारा चले, उसका नाम फकीर॥
हद तपे सो औलिया, अनहद तपे सो पीर।
हद-अनहद दोऊ तपे, उसका नाम फकीर॥
यह सब गुरू हद्द के, बेहद के गुरू नाही।
बेहद आपे ऊपजै, अनुभव के घर मांही)
 

पीयू जी बिना म्हारा प्राण पड़े म्हारी हेली || Pijyu ji bina mhara pran pade mhari heli

Birahani Ada Sandesharo,
Hamaare Pievi Suno,
Jal Bin Machhali Kyon Jiya,
Ye Paani Mein Ka Jiv ..
Virah Tej Tan Mein Tape,
Ang Raha Akulaay,
Ghat Suna Jiv Piv Mein Vahaan,
Mrtyu Hi Dhundi Jaana,
Birahani Jalati Dekh Ke,
Saani Aaya Dhaay,
 Prem Drop Chhitakaay Ke,
Meri Jalati Ley Bujhaay

Piyu Ji Bina Mhaaro Praan Pade Mhaari Heli,
Jal Bin Machhali Mare,
Kaun Milaave Mhaara Raam Se Mhaari Heli,
Ai Roi Roidaan Karan,
Mhaari Heli, Vo Chalo Hamaara Desh,
Mhaanegeyo Bhajan Log Baan,
Mhaari Heli, Vo Aavo Guraaji Ka Desh.

Ke To Suti Tha Rang Mahal Mein Mhaari Heli,
Jaya Re Jatan Karaay, Ai Kaun Milaave,
Mhaara Piv Se Mhaari Heli,
Roi Roi Rudan Karat
Mhaari Heli, Vo Aavo Guraaji Ka Desh.

Chhodi Do Piyar Saasaro Mhaari Heli
 Chhodi Do Rang Bhar Sej Chhodo Pitaambar Odhano
Mhaari Heli Ai Kar Li Jo Bhagamo Bhes
Mhaari Heli, Vo Aavo Guraaji Ka Desh.

Ek Bhajan Ki Kya Padi Mhaari Heli
Karod Bhavan Ko Prakaash Saaheb Kabir
Dharami Boliya Mhaari Heli Yo To Shuli Re Vaalo Desh ..
Mhaari Heli, Vo Aavo Guraaji Ka Desh.
(Paani Paani Sab Bhara, Avaghat Bhara Nok.
Avaghat Ghaat Kabir Ka, Bhare So Nirmal Hoy Bi
Had-had Karate Sab Gae, Behad Gae Nok.
Anahad Ke Maidaan Mein, Rahi Kabira Soy Mein
Had Mein To Har Koi Chale Gae, Laahad Sthaanaantarit Pir.
Had Laahad Se Nyaara Chale Gae, Usaka Naam Phakir Na
Had Tape So Auliya, Anahad Tape So Pir.
Had-anahad Duo Tape, Usaka Naam Phakir Do
Yah Sab Guru Hadd Ke, Behad Ke Guru Naahi.
Behad Aape upajai, Anubhav Ke Ghar Maanhi)
 
साखी
बिरहणी देय संदेशरो,सुनो हमारे पीव।
जल बीन मछली क्यों जिये,ये पानी में का जीव।।
वीरह तेज तन में तपे, अंग रहा अकुलाय।
घट सुना जीव पीव में, वहां मौत ही ढूंडी जाय।।
बिरहणी जलती देख के, सांई आए धाय।
 प्रेम बूंद छीटकाय के, मेरी जलती लेय बुझाय।।
भजन
पीयू जी बीना म्हारो प्राण पड़े म्हारी हेली,जल बिन मछली मरे
कौन मिलावे म्हारा राम से म्हारी हेली, 
ऐ रोई रोई रुदन करां म्हारी हेली वो चलो हमारा देश, 
म्हाने लाग्यो भजन वालों बाण म्हारी हेली वो आवो गुराजी का देश...
के तो सूती थी रंग महल में म्हारी हेली जाग्या रे जतन कराय कौन मिलावे 
म्हारा पीव से म्हारी हेली रोई रोई रुदन करां म्हारी हेली वो (आवो)चलो गुरा का देश…
छोड़ी दो पियर सासरो म्हारी हेली छोड़ी दो रंग भर सेज छोड़ो पितांबर ओढ़नो 
म्हारी हेली कर ली जो भगमो भेस म्हारी हेली वो चालो गुरा जी का देश…
एक भाण की क्या पड़ी म्हारी हेली करोड़ भाण को प्रकाश साहेब कबीर 
धरमी बोलिया म्हारी हेली यो तो शूली रे वालो देश..म्हारी हेली वो आवो गुराजी का देश
 
 
Main Vocal : Padmashri Prahlad Singh Tipanya
Chours : Ashok Tipaniya, Vijay Tipaniya and Shanti Devi Tipaniya
Violin : Devnarayan Saroliya
Dholak : Ajay Tipaniya
Harmonium : Dharmandra Tipaniya
 
+

एक टिप्पणी भेजें