अटल नाम का मतलब, अर्थ, राशि

अटल नाम का मतलब अर्थ राशि Atal Meaning Hindi

अटल नाम का हिंदी में अर्थ होता है जो अपने इरादों का बुलंद हो, अपने स्थान पर टिके रहने को अटल कहा जाता है। अटल (अ + टल =जिसे टाला, हिलाया ना जा सके) के अन्य अर्थ निम्न प्रकार से हैं। 

अटल नाम का मतलब अर्थ राशि Atal Meaning Hindi

कोई कार्य या व्यक्ति का स्वभाव जो अपने स्थान पर कायम रहता हो उसे अटल कहा जाता है। दृढ इरादों और निर्णय को अटल कहा जाता है। किसी विषय पर निश्चयी होने को भी अटल कहा जाता है। जब कोई कार्य, परिणाम, इरादा आदि अवश्यंभावी हो उसे अटल कहा जाता है।  किसी के स्थिर रहने को भी अटल कहा जाता है जैसे यह मेरा अटल इरादा है (जिसे टाला नहीं जा सकता है ) अचल भाव को भी अटल कहते हैं।

अटल नाम का मतलब Atal Naam Ka Matlab Hindi Me

अटल नाम का मतलब होता है ऐसा व्यक्ति जो अपने इरादों का बुलंद हो, अपने स्थान पर टिके रहता हो।

अटल नाम का लिंग Atal Naam Ka Gender

अटल नाम लड़कों (पु) का होता है, मतलब की यह नाम लड़कों का रखा जाता है।

अटल नाम की राशि Atal Naam Ki Rashi (Rashifal)

अटल के नाम की राशि Mesh/मेष Aries (zodiac sign ) होती है। राशि चक्र में मेष राशि प्रथम राशि होती है। मेष राशि का चिन्ह मेंढा/ पुरुष भेड़ होता है। मेष राशि का सम्बद्ध पूर्व दिशा से होता है और मेष राशि का स्वामी गृह 'मंगल' होता है। मेष राशि का तत्व 'अग्नि' होता है।
मेष जातकों का शुभ अंक : 9
मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा

अटल नाम की मित्र राशि Atal Naam Ki Mitra Rashi

अटल नाम की मित्र राशि मिथुन और सिंह होती है।

अटल नाम का व्यक्तित्व/ Atal Naam Ka Vyaktitatva (General Personality)

अटल मेष राशि से सबंधित नाम है। मेष राशि के लोग कार्य को फुर्ती/तेजी से करते हैं। मेष राशि से सबंध रखने के कारण अटल नाम के व्यक्ति आशावादी और आत्मकेंद्रित होते हैं। अटल के नाम के व्यक्ति निडर और झुझारू स्वभाव के होते हैं और शीघ्र हार नहीं मानते हैं। अटल नाम के व्यक्ति चूँकि मेष राशि से सबंधित होते हैं इसलिए ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी, जिंदादिल होते हैं। 
 
मेष राशि के लोग जहाँ उपरोक्त गुणों को धारण करते हैं वहीँ पर अटल नाम के व्यक्ति मेष राशि के प्रभाव के कारण ज़िद्दी, अनुशासन को कम मानने वाले और दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं।
अटल नाम के व्यक्ति गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। अटल नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8 अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं। 
 
भगवान शिव आसानी से अपने भक्तों पर दया करते हैं, और इनकी पूजा अर्चना भी क्लिष्ट नहीं होती है। वैसे जन्म के लग्न के मुताबिक़ यह तय होता है की आपको किस देव की पूजा करनी चाहिए। लेकिन वृहद स्तर पर ॐ नम: शिवाय’ मन्त्र मेष राशि के व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी होता है। 20 मार्च से 18 अप्रैल के मध्य जन्म लेने वाले मेष राशि से सबंधित व्यक्तियों के लिए ॐ गं गणाधिपतये नत:’ मन्त्र शुभ रहता है। इस प्रकार मेष राशि के व्यक्तियों को अपने मूलाक्षर, जन्मतिथि के अनुसार श्री गणेश, श्री शिव एवं श्री विष्णु जी की पूजा करके अभीष्ट को प्राप्त करना हितकर होता है।
साधारण रूप से मेष राशि के व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है। जैसा की ऊपर बताया गया है मेष राशि की व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और किसी भी कार्य को करने की शक्ति रखते हैं और अन्य से अधिक सक्रीय रूप से कार्य करते हैं ऐसे में उनका शरीर अधिक कार्य करने के कारण निढाल बन सकता है। शरीर के रोगों से लड़ने के शक्ति बेहतर होती है। उल्लेखनीय है की मेष राशि के व्यक्तियों को सरदर्द और पाचन की बीमारिया प्रायः अधिक होती हैं, इसलिए उन्हें अपने पाचन को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्यवर्धक जीवन शैली का पालन करना चाहिए। अपने शरीर को विश्राम देना भी मेष राशि के लिए अधिक महत्त्व रखता है।
 
अटल के नाम का शुभ अंक (Supportive Numbers) ०९ होता है। अटल के नाम का शुभ रंग लाल सफ़ेद और पीला होता है, जिनमे सफ़ेद अधिक महत्त्व रखता है। अटल नाम का शुभदिन मंगलवार होता है। अटल नाम (अटल Name Swami Grah, Planet) अटल के नाम का स्वामी मंगल ग्रह होता है जो जातक के उत्साह और कार्य करने की क्षमता के लिए महत्त्व रखता है।
 
अटल नाम का शुभ रत्न मूंगा रत्न/कोरल जेम होता है। जातक की कुंडली में यदि मंगल कमजोर है तो मूंगा धारण करने से जातक को साहस और आत्मविश्वाश पैदा होता है। अटल का नक्षत्र कृतिका (Nakshatra: Krithika ) होता है। अटल नाम हिन्दू धर्म से सबंध रखता है। 

अटल नाम रखने से पूर्व सावधानियाँ : यदि आप अटल अपने शिशु का नाम रखना चाहते हैं तो जन्म पत्री को किसी ज्योतिषि को दिखाकर शास्त्र सम्मत तरीके से और पूर्ण विधान के साथ ही नाम रखें। व्यक्ति के लिए नाम सामजिक पहचान से भी अधिक व्यक्तिगत भी होता है, इसलिए नाम रखने में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करें। सोलह संस्कारों में नामकरण संस्कार भी है जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। नाम रखने से पूर्व ध्यान रखें की नामकरण हेतु जन्म समय, जन्म स्थान आदि का विशेष महत्त्व होता है। वैदिक विधि से नामकरण नक्षत्र नाम, गुप्त नाम, व्यावहारिक नाम याज्ञिक नाम आदि के आधार पर रखा जाता रहा है। यहाँ पर दी गई जानकारी सामान्य जानकारी है, नाम रखने से पूर्व हिन्दू मान्यता के आधार पर योग्य ज्योतिषी से सम्पूर्ण गणना के उपरान्त ही शिशु का नामकरण करें। 
 
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