शिव को महाकाल क्यों कहते हैं Shiv Ko Mahakaal Kyo Kahate Hain
शिव आदि शक्ति है जो शम्भू (स्वयंभू) है, अर्थात शिव जन्म मरण से परे हैं। शिव किसी काल के आधीन नहीं हैं और काल (समय) से भी ऊपर हैं। काल से उच्च होने के कारण शिव को महाकाल कहा जाता है।
शिव शम्भू हैं क्यों की वे जनम मरण के चक्र में नहीं है। वे स्वंय पैदा हुए हैं और उनकी मृत्यु भी नहीं होती है। महाकाल का शाब्दिक अर्थ होता है काल से ऊपर या काल के प्रभाव की परिधि से मुक्त।
शिव जहाँ सृजन के देव हैं वहीँ पर विनाश के भी देव हैं। शिव प्रलयकारी शक्ति भी हैं। त्रिदेवों में शिव ही काल से मुक्त हैं।
शिव शम्भू हैं क्यों की वे जनम मरण के चक्र में नहीं है। वे स्वंय पैदा हुए हैं और उनकी मृत्यु भी नहीं होती है। महाकाल का शाब्दिक अर्थ होता है काल से ऊपर या काल के प्रभाव की परिधि से मुक्त।
शिव जहाँ सृजन के देव हैं वहीँ पर विनाश के भी देव हैं। शिव प्रलयकारी शक्ति भी हैं। त्रिदेवों में शिव ही काल से मुक्त हैं।
भगवान शिव के लीलाओं के आधार पर अन्य नाम।
1. शिव : शिव कल्याणकारी शक्ति हैं, समस्त जगत पर कल्याण स्वरूप 'शिव' है। यही शुभ शक्ति भी है।2. महेश्वर : माया के अधीश्वर होने के कारण शिव महेश्वर हैं।
3. शम्भू : आनंद स्वरूप वाले शिव जो स्वंय उतपन्न हुए हैं, जन्म मरण से जो परे हैं।
4. पिनाकी : शिव जो पिनाक धनुष धारण करते हैं। इस धनुष का वर्णन रामायण में भी प्राप्त होता है।
5. शशिशेखर : शिव अपने मस्तक पर चंद्रमा को धारण करते हैं।
6. वामदेव : सुंदर स्वरुप में शिव।
7. विरूपाक्ष : विचित्र नेत्रों को धारण करने वाले।
8. कपर्दी : जटाजूट (बाल) जटाओं वाले शिव।
9. नीललोहित:- नीले और लाल रंग वाले शिव।
10. शंकर:- शिव जो सबका कल्याण करते हैं।
11. शूलपाणी : हाथ में त्रिशूल को धारण करने वाले।
12. खटवांगी:- खाट का एक पाया रखने वाले।
13. विष्णुवल्लभ : भगवान विष्णु के अति प्रिय।
14. शिपिविष्ट : सितुहा के अंदर प्रवेश करने वाले
3. शम्भू : आनंद स्वरूप वाले शिव जो स्वंय उतपन्न हुए हैं, जन्म मरण से जो परे हैं।
4. पिनाकी : शिव जो पिनाक धनुष धारण करते हैं। इस धनुष का वर्णन रामायण में भी प्राप्त होता है।
5. शशिशेखर : शिव अपने मस्तक पर चंद्रमा को धारण करते हैं।
6. वामदेव : सुंदर स्वरुप में शिव।
7. विरूपाक्ष : विचित्र नेत्रों को धारण करने वाले।
8. कपर्दी : जटाजूट (बाल) जटाओं वाले शिव।
9. नीललोहित:- नीले और लाल रंग वाले शिव।
10. शंकर:- शिव जो सबका कल्याण करते हैं।
11. शूलपाणी : हाथ में त्रिशूल को धारण करने वाले।
12. खटवांगी:- खाट का एक पाया रखने वाले।
13. विष्णुवल्लभ : भगवान विष्णु के अति प्रिय।
14. शिपिविष्ट : सितुहा के अंदर प्रवेश करने वाले
Shiv 108 Naam Hindi Me Arth Sahit : शिव जी के नाम और उनका हिंदी अर्थ : यहाँ पढ़ें
15. अंबिकानाथ:- देवी भगवती के पति
16. श्रीकण्ठ:- सुंदर कण्ठ/गले वाले। शिव को नीलकंठ भी कहा जाता है।
17. भक्तवत्सल:- अपने भक्तों को अत्यंत स्नेह करने वाले शिव।
18. भव:- संसार के रूप में प्रकट होने वाले शिव।
19. शर्व:- शिव जो कष्टों को नष्ट करते हैं।
20. त्रिलोकेश:- शिव जो तीनों लोकों के स्वामी हैं।
21. शितिकण्ठ:- शिव जो सफेद कण्ठ वाले हैं।
22. शिवाप्रिय:- शिव जो पार्वती के प्रिय हैं।
23. उग्र:- शिव जो अत्यंत उग्र रूप वाले हैं।
24. कपाली:- शिव जो कपाल को धारण करते हैं।
महाकाल हिंदी अर्थ Mahakaal Hindi Arth (Mahakaal Hindi Meaning)
महाकाल शब्द दो शब्दों के योग से बना है, महा + काल। महाकाल से आशय है काल (समय) से महान, उच्च। शिव काल के अधीन नहीं हैं, काल से भी उच्च होने के कारण शिव को ही महाकाल कहा जाता है। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक 'महाकाल' ज्योतिर्लिंग जो मध्यप्रदेश के उज्जैन नगर में स्थापित है। इस प्रकार से महाकाल शिव का ही एक रूप है जो श्रष्टि का सृजन, पालन और संहार भी करते हैं। महाकाल किसका पर्यायवाची है ? Mahakaal Kiska Paryayvachi Hai ?
महाकाल भगवान शिव का पर्यायवाची शब्द हैं, यह शिव का ही एक नाम है। महेश, महादेव, नीलकंठ, शंकर, गंगाधर, रूद्र, विश्वनाथ, भोलेनाथ, शम्भू, त्रिलोचन, चंद्रशेखर, गिरीश, पशुपति, गौरीनाथ आदि शिव के पर्यायवाची हैं।शिव जी के नाम और उनका हिंदी में अर्थ : यहाँ पढ़ें विस्तार से Shiv Ke Naam Hindi Vistrat Arth/ Meaning
महाकाल का अर्थ क्या होता है Mahakal Ka Arth Kya Hota Hai
जो काल से भी उच्च है, काल के प्रभाव से मुक्त है उसे महाकाल कहा जाता है। भगवान् शिव को महाकाल कहा जाता है। 108 Names of Shiva with Lyrics | Shiva Stotra | Shri Shiva Ashtottar Shatnaamavali
Author - Saroj Jangir
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