मीरा रा महाराज उबा रीजो भजन
मीरा हरी री लाड़ली,
और राणों वन रो ठूंठ,
समझाया समझयो नहीं,
ले जाती बैकुंठ।
एजी दौडूं तो पहुँचुं नहीं,
म्हारी छेती पड़गी रात, उबा रीजो,
बैरागण आवे लार, उबा रहिजो,
म्हारे मीरा रा महाराज, उबा रीजो,
गोपियाँ रा श्याम, हौले हौले हालो रे।
आपरे भजन रे कारणे,
सांवरिया लाल, बनवारी लाल,
छोड़्या माँयड़ बाप, उबा रीजो,
म्हारे मीरा रा महाराज, उबा रीजो,
गोपियाँ रा श्याम, हौले हौले हालो रे।
आपरे भजन रे कारणे,
सांवरिया लाल, बनवारी लाल,
म्हें छोड़ियो सहेलियों रो साथ, उबा रीजो,
म्हारे मीरा रा महाराज, उबा रीजो,
गोपियाँ रा श्याम, हौले हौले हालो रे।
आप रे भजन रे कारणे,
सांवरिया लाल, बनवारी लाल,
म्हें पहरया भगवा वेश,
म्हारे मीरा रा महाराज, उबा रीजो,
गोपियाँ रा श्याम, हौले हौले हालो रे।
आप रे भजन रे कारणे,
सांवरिया लाल, बनवारी लाल,
म्हें छोडूया अन्न ने पाण, उबा रीजो,
म्हारे मीरा रा महाराज, उबा रीजो,
गोपियाँ रा श्याम, हौले हौले हालो रे।
बाई मीरां री विणती,
सांवरिया लाल, बनवारी लाल,
थे सुणोनी द्वारका रा नाथ, उबा रीजो,
म्हारे मीरा रा महाराज, उबा रीजो,
गोपियाँ रा श्याम, हौले हौले हालो रे।