सुण ले म्हारा भोळा भंडारी लिरिक्स Sun Le Mhara Bhola Bhandari
सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ।
थाके चढ़ाऊँ, गाँजा और भंग,
बहत थाकि जटा माहीं गंग,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ।
थाका गला माहीं लटके काळो नाग,
रहवो थे भूतां के संग,
थाकां गला माहीं लटके काळो नाग,
रहवो थे भूतां के संग,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।
गौरा राणी सूं घुटवावे थे भंग,
करे सै वाने घणी थे तो तंग,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।
थांके पैदल पैदल आवे नर नार,
जटा में बहवे छै थांके गंग की धार,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।
थाका चरणा ने पुजू भोळा नाथ,
करो ना म्हाकी पूरी अरदास,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।
थांकी डीजे बाजे झांकी माहीं,
मनीष जी डीकरण वालो,
खुशराज भाई, दिलवालो,
सुण ले, सुण ले म्हारा भोळा भंडारी,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।
प्रतीक मीणा करे गुणगान,
चरणा में थारे रहूं हरदम,
सुण ले, सुण ले म्हारा लकड़ेश्वर नाथ,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।
थारे पुष्पराज देवे धोक,
सुनों ने बाबा इकी अरदास,
सुण ले, सुण ले म्हारा लकड़ेश्वर नाथ,
आउला थारे चरणा थारे माहीं ठेठ,
खोलो ने म्हारा सुख का गेट।