कब से ये इच्छा है मेरी, सांवरे बांके बिहारी, मैं भी खाटू धाम पहुँच कर, देखूँ नगरी तुम्हारी, अपना मुझे बना ले, चरणों से मुझे लगा ले, दर्शन करूँगा तेरा, पूजन करूँगा तेरा।
मेरी आँखों में है तृष्णा, श्याम तेरे दर्शन की, अब तो बुझा दो श्याम बिहारी, प्यास मेरे नैनन की, दुखिया पे रहम खा ले, आँखों में भर उजाले, दर्शन करूँगा तेरा, पूजन करूँगा तेरा।
दर्शन पाके श्याम बिहारी, दास ये तर जाएगा, दर्शन जो नहीं दोगे तो, बेमौत ये मर जाएगा, सम्भले ना ये दिल संभाले, बढ़कर मुझे उठा ले, दर्शन करूँगा तेरा, पूजन करूँगा तेरा।