कान्हा खोलो मंदिर के द्वार लिरिक्स Kanha Kholo Mandir Ke Dwar Lyrics, Krishna Bhajan by Suman Sharma
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आई,
मैं दर्शन करने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
ससुरा को साथ में लाई,
सासुल को साथ में लाई,
इनका करना बेड़ा पार,
मैं गीता सुनने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
जेठा को साथ में लाई,
जिठानी को साथ में लाई,
इनको देना आशीर्वाद,
मैं गीता सुनने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
देवर को साथ में लाई,
देवरानी साथ में लाई,
इनकी गोदी में दो नंदलाल,
मैं गीता सुनने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
नंदुल को साथ में लाई,
सखियां भी सारी आई,
इनको घर वर दो घनश्याम,
मैं गीता सुनने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
मैं आई सखियों को लाइ,
कान्हा दर्शन दो एक बार,
मैं गीता सुनने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आई,
मैं दर्शन करने आई,
कान्हा खोलो मंदिर के द्वार,
मैं गीता सुनने आई।
KAHNA KHOLO MANDIR KE DWAR MEIN GEETA PADNE AAYI कान्हा खोलो मंदिर के द्वार लिरिक्स Kanha Kholo Mandir Ke Dwar Lyrics
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