लगदा नहीं जी मेरा घर बार सोहणेया वे हो गयी हां मैं मजबूर वे माहिआ, वृन्दावन जाना ए जरूर वे माहिआ
श्याम दे ख़यालां विच्च डूबी दिन रैन वे, भूख प्यास मेरा खोया सुख चैन वे । मैनु ओहदा चड़ेया सरूर, वे माहिआ,
वृन्दावन जाना ए जरूर, वे माहिआ ॥
सस्स ननाण सारे ताने मेणे मारदे, कर कर गल्लां मेरा तन मन साड़दे । गल्लां बन गईआं ने नासूर, वे माहिआ , वृन्दावन जाना ए जरूर वे माहिआ ॥
चन्ना, तेरी मेरी यह नाशवान गति मति ए,
Krishna Bhajan Lyrics Hindi
बांके बिहारी मेरा सच्चा प्राण पति ए । नाता साडा जग दस्तूर, वे माहिआ, वृन्दावन जाना ए जरूर वे माहिआ ॥
गल्ल बनदी नहिओ प्यार बिना... दिल लगदा नहीं दिलदार बिना...
आखां ‘‘मधुप’ मैनु टोक ना वे सोहणेया,
वृन्दावन जानो मैनु रोक ना वे सोहणेया । मैं ता हो गयी ओहदे रंग नूरो नूर, वे माहिआ वृन्दावन जाना ए जरूर वे माहिआ ॥
सब आया एक ही घाट से, उत्तरा एक ही बात। या बीच में दुविधा पड़ गई, तो हो गए बारह बाट।। घाटे पानी सब भरे ,औघट भरे ना कोई ।। औघट घाट कबीर का ,भरे सौ निर्मल होय।।
Vrindavan Jaana Ae Jarur Ve Mahiya | New Bhajan | Tinu Singh