गौरा तेरी धड़कन में दिल भोले का धड़कता है
गौरा तेरे माथे का,
टीका बड़ा प्यारा है,
देख तेरी बिंदिया को,
दिल भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे गले का,
हरवा बड़ा प्यारा है,
देख तेरी माला को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे हाथों में,
कंगन बड़ा प्यारा है,
देख तेरी मेहंदी को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे ढूंगे की,
तगड़ी बड़ी प्यारी है,
देख तेरे गुचछे को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे पैरों की,
पायल बड़ी प्यारी है,
देख तेरी महावर को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे अंगों की,
साड़ी बड़ी प्यारी है,
देख तेरी चुनरी को,
दिल भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे माथे का,
टीका बड़ा प्यारा है,
देख तेरी बिंदिया को,
दिल भोले का धड़कता है।
टीका बड़ा प्यारा है,
देख तेरी बिंदिया को,
दिल भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे गले का,
हरवा बड़ा प्यारा है,
देख तेरी माला को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे हाथों में,
कंगन बड़ा प्यारा है,
देख तेरी मेहंदी को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे ढूंगे की,
तगड़ी बड़ी प्यारी है,
देख तेरे गुचछे को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे पैरों की,
पायल बड़ी प्यारी है,
देख तेरी महावर को दिल,
भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे अंगों की,
साड़ी बड़ी प्यारी है,
देख तेरी चुनरी को,
दिल भोले का धड़कता है।
गौरा तेरे माथे का,
टीका बड़ा प्यारा है,
देख तेरी बिंदिया को,
दिल भोले का धड़कता है।
गौरा तेरा घर आँगन फूलों से महकता है || Gora tera ghar aangan phooolon se mahakta hai
अपने दिन की शरुवात मीठे भजन के साथ करे। Geet Sangeet
Artist - Vanshika Sharma
Singer - Aarti
Banjo / Keyboard - Naresh Pahal
Artist - Vanshika Sharma
Singer - Aarti
Banjo / Keyboard - Naresh Pahal
माँ गौरा का यह भजन, हृदय में उनके प्रति अनन्य प्रेम और श्रद्धा को व्यक्त करती है, जहाँ उनकी हर सज्जा और आभूषण को प्रभु शिव के प्रेम और आकर्षण के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। माँ के माथे का टीका, गले का हार, हाथों का कंगन, और पैरों की पायल—ये सभी न केवल उनकी शोभा को बढ़ाते हैं, बल्कि भोलेनाथ के हृदय को भी स्पंदित करते हैं। यह भक्ति भरा चित्रण माँ गौरा की दिव्यता और उनके प्रति शिव के प्रेम को दर्शाता है, जो सृष्टि के सृजन और संतुलन का आधार है। भक्त के लिए यह गान एक माध्यम है, जिसके द्वारा वह माँ की सुंदरता और शक्ति के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करता है, साथ ही शिव और शक्ति के अटूट प्रेम और एकता का स्मरण करता है। यह भक्ति केवल बाहरी सौंदर्य तक सीमित नहीं, बल्कि माँ की आंतरिक शक्ति, करुणा और ममता को भी उजागर करती है, जो भक्तों के जीवन को आलोकित करती है।
माता पार्वती हैं, माता के पावन नाम पार्वती माता के दिव्य गुणों और शक्तियों का प्रतीक है, जिनका सुमिरन ही पावन है। पार्वती, जिसका अर्थ 'पर्वत की पुत्री' है, उनके हिमालय से संबंध को दर्शाता है। वहीं, शक्ति नाम से वे ब्रह्मांड को चलाने वाली आदि पराशक्ति के रूप में पूजी जाती हैं। उनका गौरी नाम उनके सौम्य और शुद्ध स्वरूप का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दुर्गा और काली जैसे नाम उनके उग्र और शक्तिशाली रूप को दर्शाते हैं, जो बुराई का संहार करने के लिए प्रकट होते हैं। इसके अलावा, वह अन्नपूर्णा के रूप में पोषण और समृद्धि की देवी हैं और उमा के रूप में शांत स्वभाव वाली। ये सभी नाम मिलकर उनके बहुआयामी व्यक्तित्व को उजागर करते हैं—एक तरफ वे ममतामयी माँ और पत्नी हैं, तो दूसरी तरफ वे सृष्टि की रक्षक और संहारक भी हैं।
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