लाज निर्धन की पूँजी लिरिक्स Laaj Nirdhan Ki Lyrics
बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी, लाज ही है अब, मुझ निर्धन की, जीवन पूँजी सारी, बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी।
सरे बाज़ार में आज ऐ बाबा, लुट रही लाज हमारी, चुप बैठे दीनो के नाथ तुम, फिकर नहीं क्या हमारी, अब तो हमको मोहन बस, एक आस लगी है तुम्हारी, बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी।
तेरे द्वार पे ओ सांवरिया, आते है लाज के मारे, मेरी लाज का तू रखवाला, तुझको ही आज पुकारें, तू भी जो अनसुनी करेगा, कौन सुनेगा हमारी, बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी।
रागी की लाज पे, जब जब आई, दौड़े हो तुम ही कन्हैया, बिन पतवार के डूब गई, जो दरश की लाज की नैया, कहाँ गए तेरे मोहन पगली, पूछेगी दुनिया सारी, बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी।
बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी, लाज ही है अब, मुझ निर्धन की, जीवन पूँजी सारी, बनवारी गिरधारी, अब राखो लाज हमारी।
लाज निर्धन की पूँजी (एक निर्धन भक्त की पुकार ) | Khatu Shyam Bhajan | Amit Kalra Meetu | Sad Song
Song: Laaj Nirdhan Ki Poonji Singer: Amit Kalra Meetu Music: Divyansh Anurag (Yuki Studio) Lyricist: Ragini Vishwas, Pushpendra Gupta Video: Vaishnavi Creations Category: Hindi Devotional (Khatu Shyam Bhajan)