श्री बागेश्वर धाम की जय बोलो भजन
जय श्री हनुमान,
जय श्री बागेश्वर,
जय बोलो जय बोलो,
जय बोलो,
श्री बागेश्वर धाम की,
जय बोलो।
हनुमान जी महाराज,
श्री बालाजी सरकार,
धीरेन्द्र जी के हाथों,
करते सबका उद्धार,
देव भूमि सा लगे,
ये दिव्य दरबार,
जय बोलो जय बोलो,
जय बोलो,
श्री बागेश्वर धाम की,
जय बोलो।
द्वापर सत युग में स्वयं,
भगवान ने बचाया,
कलयुग मे भार भक्तों का,
हनुमान ने उठाया,
धीरेन्द्र जी को संकट मोचन,
संकट मोचन ने बनाया,
जय बोलो जय बोलो,
जय बोलो,
श्री बागेश्वर धाम की,
जय बोलो।
नामुमकिन,
मुमकिन हो जाये,
कृपावंत बागेश्वर,
भागे रोग दोष बाधा,
फटकारे जब बागेश्वर,
रहे सनातन अजर अमर,
हुंकार भरे बगेश्वर,
जय बोलो जय बोलो,
जय बोलो,
श्री बागेश्वर धाम की,
जय बोलो।
जय श्री राम,
जय श्री हनुमान,
जय श्री बागेश्वर,
जय बोलो जय बोलो,
जय बोलो,
श्री बागेश्वर धाम की,
जय बोलो।
Shri bageshwar Dham ki Jai Bolo !! श्री बागेश्वर धाम !! Uday Lucky soni !! #Bageshwar #viral #shorts
टाइटल - श्री बागेश्वर धाम की जय बोलो
स्वर - उदय लकी सोनी
रचना - कामेश्वर सिंह ठाकुर
संगीत - सिद्धार्थ वर्मा
रिकॉर्डिंग - सोनोटेक स्टूडियो
वीडियो - गौरव कुमार सैनी, दिल्ली
संयोजन - आर के गिडवानी
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जहाँ श्रद्धा का दीप जलता है, वहाँ असंभव शब्द अपना अर्थ खो देता है। जब किसी स्थान या व्यक्ति के माध्यम से दिव्यता प्रकट होती है, तो वह केवल पूजा‑स्थल नहीं रहता, बल्कि जीवित आस्था का केन्द्र बन जाता है। उस आस्था की जड़ में वही अधिष्ठान है — प्रभु की कृपा, जो युगों से हनुमान रूप में भक्तों का सहारा बनकर खड़ी है। त्रेता में सेवा द्वारा, द्वापर में संरक्षण द्वारा, और आज के युग में मार्गदर्शन द्वारा वही ऊर्जा प्रवाहित होती दिखती है। जब मन थककर इस ऊर्जा के सम्मुख झुकता है, तब वह भय और दुर्बलता से मुक्त हो जाता है; भीतर एक अडिग विश्वास जन्म लेता है कि हर संकट के पीछे भी कोई दिव्य योजना है।
