जरा इतना बता दे कान्हा

जरा इतना बता दे कान्हा

जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों |
तु काला होकर भी,
जग से निराला क्यों ||

मैंने काली रात में जन्म लिया,
और काली गाय का दूध पीया |
मेरी कमली भी काली है,
इसी लिए काला हूँ ||

जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों |
तु काला होकर भी,
जग से निराला क्यों ||

मैंने काले नाग पर नाच किया,
और काले नाग को नाथ लिया |
नागों का रंग काला,
इसी लिए काला हूँ ||

जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों |
तु काला होकर भी,
जग से निराला क्यों ||

सखी रोज़ घर में बुलाती है,
और माखन बहुत खिलाती है |
सखिओं का दिल काला,
इसी लिए काला हूँ ||

जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों |
तु काला होकर भी,
जग से निराला क्यों ||

सखी नयनों में कजरा लगाती है,
और पलकों पे मुझे बिठाती है |
कजरे का रंग काला,
इसी लिए काला हूँ ||

जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों |
तु काला होकर भी,
जग से निराला क्यों ||

सावन में बिजली कड़कती है,
बादल भी बहुत बरसतें है |
बादल का रंग काला,
इसी लिए काला हूँ ||

जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों |
तु काला होकर भी,
जग से निराला क्यों ||

 



Zara Itna Bata De Kanha | Dhruv Sharma + Swarna Shri | Collaboration @nikunjeshwariofficial

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