बोली एक अनमोल है जो कोई बोलै जानि मीनिंग Boli Ek Anmol Hai Meaning : Kabir Ke Dohe Arth/Bhavarth
बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि।
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि।।
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि।।
Bolee Ek Anamol Hai, Jo Koee Bolai Jaani.
Hiye Taraajoo Tauli Ke, Tab Mukh Baahar Aani.
बोली एक अनमोल है जो कोई बोलै जानि शब्दार्थ
- बोली : वाणी, बोलने का तरीका।
- एक अनमोल है : अनमोल, कीमती है।
- जो कोई बोलै जानि : जो भी इसे बोलना जानता है।
- हिये : हृदय
- तराजू तौलि के : तौल मोल के, परख करके, विचार उपरान्त बोलना।
- तब मुख बाहर आनि : तब मुख से बाहर आनी चाहिए, सोच विचार के उपरान्त बोलना चाहिए।
बोली एक अनमोल है जो कोई बोलै जानि हिंदी मीनिंग
दोहे की व्याख्या : कबीर साहेब के इस दोहे का अर्थ है की जो व्यक्ति अच्छी वाणी बोलता है, मधुर वाणी में बात करता है वही जानता है कि वाणी अनमोल रत्न है। जो कोई यह जानता है उसके लिए वाणी अनमोल रत्न के समान है। इसके लिए हृदय रूपी तराजू में शब्दों को तोलकर ही मुख से बाहर आने दें, बिना सोचे समझे कुछ भी नहीं बोलना चाहिए। यदि वाणी का उपयोग जान लिया जाय तो ही यह सार्थक है, यदि वाणी को बिना तौले ही बोला जाय तो इसकाकोई लाभ नहीं होता है। कुछ भी बोलने से पहले मन में इसके विषय में नाप तौल कर लेना चाहिए इसके उपरान्त ही बोलनाचाहिए। हृदय के तराजू में तौल करने के बावजूद ही बोलना चाहिए। हमारी बोली/वाणी अत्यंत ही अनमोल है, यदि कोई सही तरीके से बोलना जानता है तो उसे पता है कि वाणी का बहुत महत्त्व है। इसलिए वह ह्रदय के तराजू में तोलकर के उपरान्त ही हमें इसे बोलना चाहिए। सोच विचार करके बोलना चाहिए। भाव है की हृदय रूपी तराजू में बोली से होने वाले प्रभाव को तोलने के उपरान्त ही हमें बोलना चाहिए।
- मेरे मन मैं पड़ि गई ऐसी एक दरार हिंदी मीनिंग Mere Man Me Padi Gayi Aisi Ek Daraar Kabir Dohe Hindi Meaning
- मन मैला तन ऊजरा बगुला कपटी हिंदी मीनिंग Man Maila Tan Ujara Bagula Kapati Ang Hindi Meaning
Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |