चाकी चलती देखि कै दिया कबीरा रोइ हिंदी अर्थ Chaki Chalati Dekhi ke Meaning : kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit/Bhavarth
चाकी चलती देखि कै, दिया कबीरा रोइ।
दोइ पट भीतर आइकै, सालिम बचा न कोई॥
Chaki Chalati Dekhi Ke, Diya Kabira Roi,
Doi Pat Bheetar Aaike, Salim Bacha Na Koi.
कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ / भावार्थ Kabir Doha Hindi Meaning
जगत की दुर्दशा पर कबीर साहेब का कथन है की संसार में एक तरफ माया है और दूसरी तरफ भक्ति मार्ग है। इन दोनों के मध्य में जीव पीसता रहता है। ऐसे में साहेब कहते हैं की चलती हुई चक्की को देख कर कबीर साहेब दुखी हैं, दोनों पाट के मध्य में कोई साबुत नहीं बचा है। अतः साधक को चाहिए की वह पूर्ण तरीके से भक्ति करे और माया को त्याग कर दें।