तन कों जोगी सब करै मन कों बिरला कोइ मीनिंग Tan Ko Jogi Sab Kare Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit/Bhavarth
तन कों जोगी सब करै, मन कों बिरला कोइ ।सब सिधि सहजै पाइये, जे मन जोगी होइ ॥
Tan Ko Jogi Sab Kare, Man Ko Birala Koi,
Sab Siddhi Sahaje Paiye, Je Man Jogi Hoi.
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
साहेब ने महापूर्ण सन्देश दिया है की शरीर को योगी बनाना आसान है, लेकिन मन को योगी बनाना मुश्किल है। शरीर को योगी बनाने के लिए केवल भौतिक क्रियाओं को करना होता है, जैसे कि योगासन करना, प्राणायाम करना, और ध्यान करना। लेकिन मन को योगी बनाने के लिए आंतरिक साधना की आवश्यकता होती है। हमें अपने मन को शुद्ध करना होता है। हमें अपने मन में से विषयों के विकारों को निकालना होता है।
यदि मन योगी बन जाए, तो सारी सिद्धियाँ सहज ही प्राप्त हो जाती हैं। सिद्धियाँ ऐसी शक्तियाँ हैं जो हमें भौतिक और आध्यात्मिक दोनों तरह से लाभ पहुँचाती हैं। लेकिन सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए मन का योगी होना आवश्यक है। इस दोहे का आशय यह है कि हमें अपने जीवन में आध्यात्मिक साधना पर ध्यान देना चाहिए। हमें अपने मन को शुद्ध करना चाहिए। हमें अपने मन में से विषयों के विकारों को निकालना चाहिए। तभी हम सच्ची सिद्धियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
यदि मन योगी बन जाए, तो सारी सिद्धियाँ सहज ही प्राप्त हो जाती हैं। सिद्धियाँ ऐसी शक्तियाँ हैं जो हमें भौतिक और आध्यात्मिक दोनों तरह से लाभ पहुँचाती हैं। लेकिन सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए मन का योगी होना आवश्यक है। इस दोहे का आशय यह है कि हमें अपने जीवन में आध्यात्मिक साधना पर ध्यान देना चाहिए। हमें अपने मन को शुद्ध करना चाहिए। हमें अपने मन में से विषयों के विकारों को निकालना चाहिए। तभी हम सच्ची सिद्धियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
आपको कबीर साहेब के ये दोहे अर्थ सहित अधिक पसंद आयेंगे -
- निस अँधियारी कारणै चौरासी लख चन्द हिंदी मीनिंग Nis Andhiyari Karane Chourasi Lakh Chand-Hindi Meaning
- सतगुरु बपुरा क्या करे जे शिषही माँहि चूक हिंदी मीनिंग Satguru Bapura Kya Kare Je Shishi Mahi Chook Hindi Meaning
- सतगुरु के सदकै करूँ दिल अपणी का साँच हिंदी मीनिंग Satguru Ke Sadke Karu Dil Apni Ka Sanch-Hindi Meaning