पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के फायदे Patanjali Divya Yovanamrit Vati Ke Fayde Upyog

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के फायदे Patanjali Divya Yovanamrit Vati Ke Fayde Upyog

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जो पतंजलि आयुर्वेद द्वारा निर्मित की गई है। इस दवा का सेवन करने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है। तथा शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। इस दवा में कुछ ऐसी जड़ी बूटियां का इस्तेमाल किया गया है जिससे शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
 
पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के फायदे Patanjali Divya Yovanamrit Vati Ke Fayde Upyog

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी क्या है

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी पतंजलि आयुर्वेद द्वारा बनाई गई एक आयुर्वेदिक औषधि है। जिसका इस्तेमाल शारीरिक दुर्बलता को दूर कर ऊर्जा का स्तर बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन करने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है तथा स्टेमिना बढ़ता है।

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के घटक\Ingredients of Patanjali Youvanamrit Vati

  • अश्वगंधा (Withaniasomnifera)
  • शुद्ध कौंच (Mucuna pruriens)
  • शतावर (Asparagus racemosus)
  • सफेद मूसली (Chlorophytum arundinaceum)
  • जावित्री (Myristica fragrans)
  • जायफल (Myristica fragrans)
  • शुद्ध कुचला (Strychnos nuxvomica)
  • अकरकरा (Anacyclus pyrethrum)
  • Jundbedaster (Castorium)
  • स्वर्ण भस्म (Incinerated oxide of gold)
  • प्रवल पिष्टी (Coral)
  • वंग भस्म (Thermprocessed stanum)
  • शिलाजीत (Asphaltum)
  • पान रस (Piper bettle)

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के फायदे/लाभ

आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में व्यक्तियों की लाइफ स्टाइल बहुत ही बदल गई है। व्यक्ति अपने खान-पान और सेहत पर ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं। जिसकी वजह से वह शारीरिक और मानसिक रूप से काफी कमजोर भी हो सकते हैं और उन्हें मानसिक तनाव भी हो सकता है। लगातार ऐसी लाइफस्टाइल जीने से हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है। जिसका प्रभाव उसके यौन स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। यौन समस्याओं को दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी बहुत ही लाभकारी होती है। इस वटी का उपयोग करने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है, मानसिक तनाव कम होता है और यौन स्वास्थ्य भी में सुधार होता है।

शारीरिक दुर्बलता को दूर करता है पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी में उपयोग में लिए जाने वाले घटक शारीरिक दुर्बलता को दूर करते हैं। इसमें उपयोग में आने वाले अश्वगंधा, शतावरी, शिलाजीत और कौंच जैसे घटक शारीरिक रूप से सक्षम बनाते हैं तथा दुर्बलता दूर करते हैं। इसका सेवन करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। सफेद मूसली जैसे घटक शारीरिक रूप से ऊर्जा का स्तर बढ़ाते हैं।

थकान दूर कर चुस्ती लाता है पतंजलि पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन करने से थकान दूर होती है। शरीर स्वस्थ एवं दुरुस्त रहता है। कार्य करने का मन करने लगता है और शरीर में स्फूर्ति पैदा होती है।

शीघ्रपतन के इलाज में प्रभावी है पतंजलि यौवनामृत वटी

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी शीघ्रपतन के इलाज में भी प्रभावी है। यह यौन संबंध बनाते समय शीघ्रपतन जैसी समस्या को दूर करने में भी सहायक है। इसमें उपयोग में लिए जाने वाले शिलाजीत और अन्य जड़ी बूटियां यौन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होती हैं। जो शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाते हैं जिससे शीघ्रपतन की समस्या दूर होती है। यौन विकारों में इस वटी का उपयोग बहुत अधिक लाभकारी होता है, नपुंसकता दूर करने के लिए अन्य ओषधियों के साथ वैद्य की सलाह के उपरान्त इसका उपयोग लाभकारी होता है.

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी बढाये स्टेमिना

स्टैमिना कम होने से व्यक्ति कमजोरी महसूस करता है और सेक्स के दौरान जल्दी ही थक जाता है। पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन करने से यह समस्या दूर होती है। इसमें उपयोग में ले जाने वाली सफेद मुसली, अश्वगंधा, शिलाजीत, शतावर और कौंच जैसे घटक स्टैमिना को बेहतर बनाते हैं। जिससे कमजोरी दूर होकर ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। और व्यक्ति जल्दी थकान महसूस नहीं करता।

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन कैसे करें

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी प्रतिदिन एक टैबलेट का सेवन
करना चाहिए। अगर आप किसी भी यौन संबंधित समस्या तथा शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसका सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है। इसका सेवन करने से पहले आप आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के नुकसान\दुष्प्रभाव

हालांकि पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी के सेवन से कोई ज्ञात नुकसान नहीं है। फिर भी आवश्यकता से अधिक मात्रा में इसका सेवन करना शरीर के लिए लाभ के बजाय नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए आप पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य लें ले।

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी की कीमत

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी की कीमत पतंजलि की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार 40 टेबलेट की 350 रुपए है। इसमें समय के अनुसार बदलाव संभव है। इसलिए आप खरीदने से पहले पतंजलि आयुर्वेद की आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी कीमत देख ले।
 

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी से जुड़े अक्सर पूछे जाने सवाल FAQ related to Patanjali Divya Youvnamrit Vati

यौवनामृत वटी कितने दिन खाना चाहिए?

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका इस्तेमाल सेक्स से जुड़ी समस्याओं के इलाज में किया जाता है। इसमें सफेद मूसली, शिलाजीत, अश्वगंधा, और अन्य कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। इन जड़ी-बूटियों में यौन शक्ति बढ़ाने, स्टेमिना बढ़ाने, और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के गुण होते हैं।

पतंजलि की वेबसाइट के अनुसार, यौवनामृत वटी कितने दिनों तक लेना चाहिए, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि, आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुभव के आधार पर, इस दवा को एक से दो माह तक लेने पर बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं। यौवनामृत वटी को दिन में दो बार, सुबह और शाम, भोजन के बाद या खाली पेट लेना चाहिए। प्रत्येक बार दो से तीन गोलियाँ लेनी चाहिए। यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो यौवनामृत वटी लेने से पहले अपने डॉक्टर या किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।
 

पतजंलि यौवनामृत वटी में शामिल औषधि / घटक के बारे में बताइये

पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी में निम्नलिखित जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है:
शिलाजीत: यह एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो यौन शक्ति, स्टेमिना, और शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करती है।
कौंच के बीज: यह एक और शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो यौन शक्ति बढ़ाने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करती है।
कुचला: यह एक जड़ी-बूटी है जो शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करती है।
जावित्री: यह एक मसाला है जो यौन इच्छा और कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है।
शतावरी: यह एक जड़ी-बूटी है जो यौन शक्ति बढ़ाने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करती है।
अश्वगंधा: यह एक जड़ी-बूटी है जो यौन शक्ति, स्टेमिना, और शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करती है।
सफेद मूसली: यह एक जड़ी-बूटी है जो यौन शक्ति बढ़ाने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करती है।
अकरकरा: यह एक जड़ी-बूटी है जो यौन इच्छा और कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करती है।
जायफल: यह एक मसाला है जो यौन इच्छा और कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है।
बला: यह एक जड़ी-बूटी है जो यौन शक्ति बढ़ाने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करती है।
सवर्ण भस्म: यह एक धातु भस्म है जो यौन शक्ति बढ़ाने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करती है।
बबूल: यह एक पेड़ है जिसकी छाल में यौन शक्ति बढ़ाने वाले गुण होते हैं।
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
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