प्यारा जी प्यारा तेरा दरबार लिरिक्स
प्यारा जी प्यारा तेरा दरबार,
प्यारा जी प्यारा तेरा दरबार,
घर घर में तेरी जय जयकार,
जग से निराली है तेरी शान प्रभु।
भूले सो जो भी है दाता,
तेरी चरण शरण में आये,
दर्शन पाके प्यारा,
रोग जनम जनम के मिटाये,
ऐसी है तासीर तेरी,
जग से निराली है।
भाग्य क्यों ना मनाऊं तेरा,
दुर्लभ प्यार जो पाया,
किस मुख से में बताऊँ,
तूने करम जो हम पे कमाया,
कह न सके महिमा तेरी,
जग से निराली है।
अवतार लिया कलयुग में,
प्रेम भक्ति पथ का है चलाया,
मोह माया की नींद में सोये,
जीवों को तूने जगाया,
उपकार तेरा न होवे बयान,
जग से निराली है।
प्यार मिले सदा मुझको,
मेरे दिल की है यही तमन्ना,
सेवा करूँ तेरी युग युग,
बस दिल की है यही तमन्ना,
मांगू यही तुझसे प्रभु,
जग से निराली है।
Payara ji Payara Tera Darbar प्यारा जी प्यारा तेरा दरबार By Bhakti Sangeet Latest Bhajan-2023