मैं तेरी बेटी अपनी वसीयत लिखवाती हूं
खाटूवाले लिख ले,
जो मैं आज लिखाती हूं,
मैं तेरी बेटी अपनी,
वसीयत लिखवाती हूं,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले।
मेरे लब पे नाम हो तेरा,
जब दुनिया से जाऊं,
तेरी सूरत अंत समय में,
अपने सन्मुख पाऊं,
श्याम से बढ़कर नहीं है कोई,
ये समझाती हूं,
मैं तेरी बेटी अपनी,
वसीयत लिखवाती हूं,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले।
जय श्रीश्याम बोलना पहले,
फिर कांधों पे उठाना,
मेरी अर्थी श्याम के,
मंदिर तक पहले ले जाना,
बाबा के चरणों में मर कर,
शीश झुकाती हूं,
मैं तेरी बेटी अपनी,
वसीयत लिखवाती हूं,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले।
इंतज़ार में श्याम तेरे,
खुली रहेंगी आँखें,
जीते जी जो कह ना पाई,
कह जायेंगी आँखें,
बंद ना करना मेरी आँखें,
ये समझाती हूं,
मैं तेरी बेटी अपनी,
वसीयत लिखवाती हूं,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले।
तेरे एक इशारे से,
गूंगे को मिलती वाणी,
तेरी माया मैं क्या जानू,
मैं रूपल अज्ञानी,
अच्छा भक्तों जय श्रीश्याम,
अब मैं जाती हूं,
मैं तेरी बेटी अपनी,
वसीयत लिखवाती हूं,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले,
ओ खाटूवाले ओ खाटूवाले।
श्याम बाबा के नाम वसीयत (एक अनोखा खाटूश्याम भजन ) Shyam Baba Ke Naam Wasiyat | Rupali Pawar
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।