साबुन बिचारा क्या करे गाँठे वाखे मोय हिंदी मीनिंग Sabun Bichara Kya Kare Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth Sahit
साबुन बिचारा क्या करे, गाँठे वाखे मोय।जल सो अरक्षा परस नहिं, क्यों कर ऊजल होय॥
Sabun Bichara Kya Kare, Ganghi Vakhe Moy,
Jal So Araksha Paras Nahi, Kyo Kar Ujal Hoy.
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
साबुन बेचारा क्या कर सकता है यदि उपयोग में ना लिया जाय, उसे गाँठ में बाँध लिया जाय। जब साबुन का जल से स्पर्श ही ना करवाया जाय तो कपड़ा कैसे उज्ज्वल हो सकता है। आशय है की ज्ञान रूपी साबुन तभी उपयोगी है जब उसे काम में लिया जाय, आचरण में उतारा जाय। संदेस है की गुरु के ज्ञान का महत्त्व तभी है जब उसे अपने आचरण में उतारा जाय। इस दोहे में ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। ज्ञान तो एक शक्तिशाली औषधि है, जो हमें अज्ञान के अंधेरे से बाहर निकालती है और जीवन का सही मार्ग दिखाती है। लेकिन ज्ञान का उपयोग करने के लिए हमें उसे समझना और उसका अभ्यास करना होगा।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- चौंसठि दीवा जोइ करि चौदह चंदा मांहि हिंदी मीनिंग Chosath Diva Joi Kari Chodah Chanda Mahi Hindi Meaning
- सतगुरु बपुरा क्या करे जे शिषही माँहि चूक हिंदी मीनिंग Satguru Bapura Kya Kare Je Shishi Mahi Chook Hindi Meaning
- सतगुर मिल्या त का भया जे मनि पाड़ी भोल हिंदी मीनिंग Satguru Milya Te Kya Bhaya Je Mani Padi Bhol Hindi Meaning