ओ श्याम खाटू वाले भजन लिरिक्स O Shyam Khatuwale Bhajan Lyrics

ओ श्याम खाटू वाले भजन लिरिक्स O Shyam Khatuwale Bhajan Lyrics

ओ श्याम खाटूवाले भजन को स्वर दिया है खाटू श्याम जी के भजनों के सम्राट श्री संजय जी मित्तल जी ने। यह भजन उनके यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है जिसके लेखक राघव गुप्ता जी हैं। आपको भी यह भजन अत्यंत ही पसंद आने वाला है। इस भजन के बोल और उनका अर्थ नीचे दिया गया है। 

ओ श्याम खाटू वाले भजन लिरिक्स O Shyam Khatuwale Bhajan Lyrics
 
ओ श्याम खाटू वाले,
कब से तुम्हें पुकारे,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।

गम की इन आँधियों में,
तिनका भी ना बचा है,
जो कुछ था पास मेरे,
सब कुछ ही लुट चुका है,
सब कुछ ही लुट चुका है,
बाकी है लाज इसको,
गर हो सके बचा ले,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।

पतवार थामने का,
हाथों में दम नहीं है,
आजा कन्हैया नौका,
मजधार में फसी है,
मजधार में फसी है,
बनकर के मांझी इसका,
ले चल इसे किनारे,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।

आँखों से नीर की अब,
बरसात हो रही है,
क्यों देर कर रहे हो,
साँसे भी खो रही है,
साँसे भी खो रही है,
आकर कमल को अपने,
सीने से तू लगा ले,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।

ओ श्याम खाटू वाले,
कब से तुम्हें पुकारे,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।
 

हम को दे सहारा ओ श्याम खाटूवाले - SANJAY MITTAL | Baba Shyam Bhajans | O SHYAM KHATUWAALE


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Singer: Sanjay Mittal
Lyrics : Raghav Gupta (KAMAL)
Music: Siddheshwar Nath Jha
Label: Sanjay Mittal Official
 
ओ श्याम खाटू वाले कब से तुम्हें पुकारे : खाटू श्याम जी से भक्तों का विनय है की हम कब से आपको पुकार रहे हैं।
हमको भी दे सहारा ओ हारे के सहारे : श्री खाटू श्याम जी आप हमको भी सहारा दो।
गम की इन आँधियों में तिनका भी ना बचा है : ग़मों की आँधियों में एक तिनका भी बचा नहीं है।
जो कुछ था पास मेरे सब कुछ ही लुट चुका है : मेरे पास जो भी जगत की संपत्ति थी वह मैं तो लुटा चूका हूँ।
सब कुछ ही लुट चुका है बाकी है लाज इसको : अब मेरे पास कुछ भी नहीं बचा है, अब मेरी लाज को आप ही बचाओ।
गर हो सके बचा ले हमको भी दे सहारा : हे ईश्वर आप ही मेरी लाज को बचाओ।
ओ हारे के सहारे- आप ही हारे के सहारे हो।
पतवार थामने का हाथों में दम नहीं है : मेरी पतवार थामने का दम मेरे पास नहीं है।
आजा कन्हैया नौका मजधार में फसी है: हे कृष्ण जी आप ही मेरी नैया को मंझधार से निकालो, मेरी नाव भव सागर में फसी है।
आँखों से नीर की अब बरसात हो रही है : मेरी आँखों से आंसुओं की बरसात हो रही है।
क्यों देर कर रहे हो साँसे भी खो रही है : हे ईश्वर आप क्यों देर कर रहे हो। 

"ओ श्याम खाटू वाले कब से तुम्हें पुकारे: O Shyam of Khatu, how long have we been calling you:"
"हमको भी दे सहारा ओ हारे के सहारे: Give us support too, O savior of the fallen."
"गम की इन आँधियों में तिनका भी ना बचा है: In these storms of sorrow, not even a straw is left."
"जो कुछ था पास मेरे सब कुछ ही लुट चुका है: Whatever I had is now completely lost."
"सब कुछ ही लुट चुका है बाकी है लाज इसको: Everything is lost, only my honor remains."
"गर हो सके बचा ले हमको भी दे सहारा: If possible, save me too, give me support."
"ओ हारे के सहारे- आप ही हारे के सहारे हो: O savior of the fallen, you are the support of the fallen."
"पतवार थामने का हाथों में दम नहीं है: There is no strength in my hands to hold the staff."
"आजा कन्हैया नौका मजधार में फसी है: Come, Kanhaiya, my boat is stuck in the middle of the river."
"आँखों से नीर की अब बरसात हो रही है: Tears are now flowing from my eyes like rain."
"क्यों देर कर रहे हो साँसे भी खो रही है: Why are you delaying? Even my breaths are fading."

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