झंडू कफ़ सीरप के फायदे घटक उपयोग विधि

झंडू कफ़ सीरप परिचय Zandu Cough Syrup Ingredients Benefits

झंडू के उत्पाद के बारे में सभी का एक सकारात्मक भरोसा है। झंडू कफ सिरप झंडू केयर के लोकप्रिय उत्पादों में से एक है। यह गैर-जीएमओ है और इसमें कोई कृत्रिम रंग नहीं मिलाया जाता है खांसी और जुकाम को ठीक करने में सिरप के प्रत्येक घटक के अपने कई लाभ हैं जिनको हम रोजाना उपयोग में लाते हैं यथा हल्दी को सब्जियों में, तुलसी, लॉन्ग को चाय आदि में उपयोग में लेते हैं।
 
झंडू कफ़ सीरप के फायदे घटक उपयोग विधि Zandu Cough Syrup Ingredients Benefits

ज़ंडू आयुर्वेदिक खांसी सिरप एक हनी-बेस्ड हर्बल फॉर्मूलेशन है, जो सभी प्रकार की खांसी से राहत देने के लिए बनाया गया है। यह सिरप न केवल खांसी को कम करता है, बल्कि गले को भी सुकून पहुंचाता है। इसमें 16 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है, जो इसे और भी प्रभावी बनाता है।

झंडू कफ सिरप के घटक द्रव्य Zandu Ayurvedic Cough Syrup Ingredients

झंडू कफ सिरप के मुख्य तत्व और उनके गुण, कर्म निम्न हैं -
  • तुलसी (Ocimum sanctum Linn) - 5 mg
  • वसाका (Adhatoda vasica Nees) - 62.5 mg
  • शतावरी (Asparagus racemosus Willd.) - 31.25 mg
  • यष्टिमधु (Glycyrrhiza glabra Linn) - 62.5 mg
  • पीपली (Piper longum Linn) - 31.25 mg
  • मरीचा (Piper nigrum Linn) - 21.25 mg
  • लौंग (Syzygium aromaticum Merr & Perry) - 6.25 mg
  • बानफ्शा (Viola odorata Linn) - 6.25 mg
  • तालीसपत्र (Abies webbiana Lindl) - 15 mg
  • कांटाकरी (Solanum surattense Burm.) - 12.5 mg
  • सोंठ (Zingiber officinale Rosc.) - 31.25 mg
  • हल्दी (Curcuma longa Linn) - 11.25 mg
  • मधु - 62.5 mg
  • पेपरमिंट-सत्व (Mentha piperita Linn) - 0.4375 mg
  • कपूर (Cinnamomum camphora Nees & Eberm) - 1.4375 mg
  • नवसादर - 31.25 mg

हरिद्रा 

 
झंडू कफ़ सीरप के फायदे घटक उपयोग विधि Zandu Cough Syrup Ingredients Benefits

(हल्दी) हरिद्रा में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजनरोधी) और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, यही कारण है की हल्दी का उपयोग नित्य उपयोग के अलावा आयुर्वेद हर्ब के रूप में भी किया जाता है। हल्दी का उपयोग खांसी में गले को आराम देने और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है। इसमें कर्क्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो श्वसन मार्ग को खोलने और संक्रमण को रोकने में सहायक है।

तुलसी

तुलसी में एंटीवायरल, जीवाणुरोधी, और कफ-निस्सारक (बलगम हटाने वाला) गुण होते हैं। तुलसी श्वसन मार्ग को साफ करती है, खांसी को कम करती है और संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। इसके एंटीसेप्टिक गुण सर्दी और खांसी को तेजी से ठीक करने में मदद करते हैं। तुलसी का  अर्क सर्दियों में इसके कफ दूर करने के गुण के कारण ही होता है।

सुंठी

(अदरक) सुंठी में जिंजरोल और शोगोल होते हैं, जिनमें एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अदरक गले की जलन को कम करती है, बलगम को ढीला करती है और खांसी में आराम दिलाती है। अदरक में रोगाणुरोधी गुण संक्रमण को भी रोकने के गुण होते हैं।

लवंग (लौंग)

लवंग (लौंग)
 
लौंग में यूजेनॉल और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुणों से भरपूर होते हैं। यह गले और श्वसन पथ की सूजन को कम करती है और कफ को बाहर निकालने में सहायक होती है। इसके रोगाणुरोधी गुण संक्रमण से लड़ने में सहायक होते हैं।

बनफसा

बनफसा में सैपोनिन्स, फ्लेवोनोइड्स और म्यूसिलेज होते हैं, जो सूजनरोधी और कफ-निस्सारक गुणों से भरपूर होते हैं। बनफसा गले को ठंडक प्रदान करता है, श्वसन पथ में कफ को ढीला करता है और जलन को कम करता है, जिससे खांसी में आराम मिलता है।

मधु (शहद) 

 
मधु (शहद)

शहद में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और सूजनरोधी गुण होते हैं। शहद गले की जलन को कम करता है, खांसी में राहत देता है और संक्रमण से बचाने में मदद करता है। इसका मीठा स्वाद गले को आराम पहुंचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
 

तालीसपत्र (Abies webbiana Lindl)

तालीसपत्र (Abies webbiana Lindl) के कई प्रकार से स्वास्थ्य के लिए फायदे हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है, जिससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, यह अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की समस्याओं में राहत प्रदान करता है। 
 

झंडू कफ सिरप के लाभ/ फायदे

खांसी और जुकाम होने पर लाभकारी

झंडू कफ सिरप में प्राकृतिक तत्व मौजूद हैं जो बलगम को ढीला करते हैं, जिससे खांसी में राहत मिलती है। इसके एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण संक्रमण से लड़ने में सहायक हैं, जो सर्दियों में हमें कफ, खांसी से दूर रखते हैं ।

गले की जलन को दूर करने के लिए

अदरक और लौंग गले को शांत करते हैं, जिससे गले की जलन कम होती है और आवाज की कर्कशता में सुधार होता है, लौंग की तासीर गर्म होती है इसलिए सर्दियों में यह विशेष रूप से लाभकारी होता है।

ब्रोंकाइटिस विकार में लाभकारी

ब्रोंकाइटिस के लक्षणों से राहत देने के लिए, झंडू कफ सिरप में मौजूद कफ निस्सारक तत्व सूजन को कम करते हैं और बलगम को बाहर निकालने में सहायक है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में

सिरप में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं, जिससे श्वसन संक्रमण का जोखिम कम होता है।

श्वसन तंत्र में सुधार

सिरप के कफ-निस्सारक गुण श्वसन मार्ग को साफ करते हैं, जिससे सांस लेना आसान होता है और श्वसन स्वास्थ्य में सुधार होता है।

तनाव को कम करने में

तुलसी का शांत प्रभाव तनाव को कम करता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर होने से बचाता है और समग्र श्वसन स्वास्थ्य में सुधार करता है।

मात्रा (Dosage)

  • वयस्कों के लिए: 2 चम्मच 3-4 बार दिन में
  • बच्चों के लिए: 1 चम्मच 3-4 बार दिन में, या चिकित्सक के निर्देशानुसार

सुरक्षा जानकारी (Safety Information):

  • अनुशंसित मात्रा से अधिक न लें।
  • उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें।
  • सीधे सूर्य के प्रकाश से दूर ठंडी और सूखी जगह पर संग्रहित करें।
  • बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  • यदि लक्षण बने रहें या बिगड़ें तो चिकित्सक से परामर्श करें।
  • उपयोग के बाद ढक्कन को अच्छी तरह बंद करें।
झंडू कफ सिरप आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर एक प्रभावी सिरप है, जो खांसी, गले की जलन, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन समस्याओं में राहत देने में लाभकारी है। इसमें हरिद्रा, तुलसी, अदरक, लौंग, बनफसा और शहद जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हैं, जो इसे संक्रमण से लड़ने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक बनाते हैं।
 
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
 
Disclaimer : इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी लिरिक्सपंडितस की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है अस्वीकरण नीति पढ़ें.
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