दिल वृंदावन में छूट गया आ गई हूं मैं अपने शहर में, दिल वृंदावन में छूट गया, आ गई हूं मैं अपने शहर में, दिल वृंदावन मे छूट गया।
कान्हा कैसा तुमने जादू किया ये, लगता ना कहीं मन तुम्हरे बिना ये, आंखें भी मेरी बस तुमको निहारे, दिल भी ना भरे करत दर्श तुम्हारे।
लागे सब मेरा ओह लागे सब मेरा, लागे सब मेरा जैसे कान्हा तुमने, मुझसे ही लूट लिया, आ गई हूं मैं अपने शहर में, दिल वृंदावन मे छूट गया।
राधा के जैसे तेरी हुई मैं दीवानी, तुझसे शुरू ख़त्म तुझपे कहानी, मीरा की तरह गीत गाऊं मैं तेरे, कर दी ये मोहन अर्पण तुझपे जवानी, लागे अब तो ओह लागे अब तो, लागे अब तो सब्र का मेरे कान्हा, जैसे पूल ही टूट गया, आ गई हूं मैं अपने शहर में, दिल वृंदावन म छूट गया, आ गई हूं मैं अपने शहर में, दिल वृंदावन मे छूट गया।
वृंदावन की महिमा असीम और अद्वितीय है। इस पावन भूमि पर कदम रखते ही मन को असीम शांति और दिव्यता का एहसास होता है। वृंदावन की हर गली हर मंदिर और कण कण राधा कृष्ण की याद दिलाता है। इसीलिए हमारा दिल यहीं बस जाता है, और हमारी इच्छा इसे छोड़कर जाने की नहीं होती है।
"दिल वृन्दावन में छूट गया"(FULL VIDEO SONG) Namrata Singh | Kushal | RajKVish | Girithapa||RJfilms
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