दरबार अनोखा सरकार अनोखी लिरिक्स Darbar Anokha Sarkar Anokhi Lyrics
दरबार अनोखा सरकार अनोखी लिरिक्स Darbar Anokha Sarkar Anokhi Lyrics
दरबार अनोखा सरकार अनोखी,खाटू वाले की हर बात अनोखी।
जब भी आता हूँ दरबार में इनके,
मैं खो जाता हूँ श्रृंगार में इनके,
नित नई नवेली मुस्कान है इनकी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी,
दरबार अनोखा सरकार अनोख़ी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी।
जादूगर ऐसा इस कदर लुभाले,
बातें क्या दिल की ये दिल ही चुराले
कुछ होश नहीं है मुझको तन मन की,
खाटू वाले की हर बात अनोखी,
दरबार अनोखा सरकार अनोख़ी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी।
विपदाओं से दिल तू क्यों घबराए,
ले नाम प्रभु का प्रभु पार लगाए,
करते रखवाली अपने प्रेमी की,
खाटू वाले की हर बात अनोखी,
दरबार अनोखा सरकार अनोख़ी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी।
यहाँ मन की मुरादे पाते हुए देखा,
देखी है बदलती किस्मत की रेखा,
‘नन्दू’ फैली है चहुँ सत्ता इनकी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी,
दरबार अनोखा सरकार अनोख़ी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी।
दरबार अनोखा सरकार अनोखी,
खाटू वाले की हर बात अनोखी।