तेरे लाला ने माटी खाई यशोदा सुन माई, तेरे छोना ने तेरे ढोटा ने तेरे लाला ने माटी खाई यशोदा सुन माई,
अद्भुत खेल सखन संग खेलो, छोटो सो माटी को ढेलो, तुरत श्याम ने मुख में लेलो, याने गटक गटक गटकाई यशोदा सुन माई,
क्यों लाला तेने खाई माटी, माखन को कबहुँ न नाटी, यशोदा ले समझावे सांटी, याने नेक दया नही आई यशोदा सुन माई........
मुख के माँही आंगुली मेली, निकल पडी माटी की ढेली, भीर भई गवालन की भेली, देखे लोग लुगाई यशोदा सुन माई.......
Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।