किस बाग़ में मैं जन्मा खेला Kis Baag Me Main Janma

किस बाग़ में मैं जन्मा खेला लिरिक्स Kis Baag Me Main Janma Lyrics

 
किस बाग़ में मैं जन्मा खेला लिरिक्स Kis Baag Me Main Janma Lyrics

मेरा रोम रोम ये जानता है
तुम भूल गए शायद माली
पर फूल तुम्हे पहचानता है
जो दिया था तुमने एक दिन
मुझे फिर वो प्यार दे दो
एक क़र्ज़ मांगता हूँ बचपन उधार दे दो

तुम छोड़ गए थे जिसको
एक धूल भरे रस्ते में
वो फूल आज रोता है
एक अमीर के गुलदस्ते में
मेरा दिल तड़प रहा है मुझे फिर दुलार दे दो
एक क़र्ज़ मांगता हूँ बचपन उधार दे दो...

मेरी उदास आँखों को है याद वो वक़्त सलोना
जब झूला था बांहों में मैं बन के तुम्हारा खिलौना
मेरी वो ख़ुशी की दुनिया फिर एक बार दे दो
एक क़र्ज़ मांगता हूँ बचपन उधार दे दो...

तुम्हे देख उठते है
मेरे पिछले दिन वो सुन्हेरे
और दूर कहीं दिखते हैं
मुझसे बिछड़े दो चेहरे
जिसे सुनके घर वो लौटे मुझे वो पुकार दे दो
एक क़र्ज़ मांगता हूँ बचपन उधार दे दो.

     
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    Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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