तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो। तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।। हम तुम्हारे थे गुरुजी, हम तुम्हारे है। हम तुम्हारे ही रहेंगे, ओ मेरे प्रीतम।। तुम्हे छोड़ सुन गुरुवर प्यारे, कोई ना मीत हमारो किसके द्वारे जाय पुकारुँ, और न कोई सहारो।। अब तो आके बाँह पकड़ लो, ओ मेरे प्रीतम।। तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो। तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।। तेरे कारण सब जग छोड़ा, तुम संग नाता जोड़ा एक बार गुरु हँस के कह दो, प्यारे तू मेरा मै मेरा साँची प्रीत की रीत निभालो, ओ मेरे प्रीतम। तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो। तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।। दास की विनती सुन लीजो, ओ गुरुदेव हमारे आखिरी आस यही जीवन की, पूरन करना प्यारे। एक बार हृदय से लगालो, ओ मेरे प्रीतम। तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो। तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।