आमी चिनी गो चिनी तोमारे

आमी चिनी गो चिनी तोमारे  गुरुदेव रबिन्द्रनाथ ठाकुर

 
आमी चिनी गो चिनी तोमारे लिरिक्स Aami Chini Go Chini Tomare Lyrics

ओगो बिदेशिनी
आमी चिनी गो चिनी तोमारे
आमी चिनी गो चिनी तोमारे

ओगो बिदेशिनी
तुमि थाको शिन्धु पारे
ओगो बिदेशिनी
ओगो बिदेशिनी
आमी चिनी गो चिनी तोमारे

देखेची शारोदो प्राते तोमार
देखेची माधोबी राते तोमार
देखेची रिधिमा झारे
तोमाय देखेची ओगो बिदेशिनी |
आमी चिनी गो चिनी तोमारे
आमि आकाशे पातियाकान
शुनेची शुनेची तोमार गान
आमि तोमारे शोपेचे प्राण
ओगो बिदेशिनी |
आमी चिनी गो चिनी तोमारे

भुवन भूमिया शेषे
आमि एशेशी नूतोन देशे
आमि ओतिथि तोमारि दारे
ओगो बिदेशिनी ओगो बिदेशिनी
आमी चिनी गो चिनी तोमारे



Charulata - Ami Chini Go Chini Tomare (English Subtitles) HD | Kishore Kumar | Satyajit Ray
Amee Channee Go Channee Tore
Aamee Chini Go Chhani Tomaare
Gurudev Raveendranaath Thaakur
Ogo Videshee
Amee Channee Go Channee Tore
Amee Channee Go Channee Tore

Ogo Videshee
Aap Thak Gae
Ogo Videshee
Ogo Videshee
Amee Channee Go Channee Tore

Dekhachee Shaarado Pret Tomar
Mainne Maadhobee Ko Raat Mein Dekha
Dekhachee Rij Par Gir Gaya
Tome Dekhechee Ogo Bideshinee |
Amee Channee Go Channee Tore

Main Aakaash Patin Hoon
Shuchi Shuni Tomar Geet
Main Aapakee Dukaan Kee Aatma Hoon
Ogo Bideshinee |
Amee Channee Go Channee Tore

Bhuvan Bhaumiya Sheeshe
Ham Eshiya Mein Ek Naya Desh Hain
Amee Otahi Tomari Himmat
Ogo Videshee Ogo Videshee
Amee Channee Go Cheenee Taare
 
ऐसा कवि तो वास्तव में रबीन्द्रनाथ टैगोर ही हैं, गुरुदेव के नाम से विख्यात, जो हरिवंश राय बच्चन की तरह भावुक प्रेम गीत रचते थे—जैसे "आमी चिनि गो चिनि तोमारेओ" जो सरल शब्दों में प्रेम की गहनता को व्यक्त करता है—और सुमित्रानंदन पंत की छायावादी शैली में प्रकृति, भावना और रहस्यमयी सौंदर्य की कविताएँ लिखते थे, जैसे गीतांजलि में वर्णित आध्यात्मिक यात्राएँ। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे: कविता, गीत, नाटक, उपन्यास, संगीत और चित्रकला—हर विधा और रस में इतने सहज और मोहक कि अर्थ समझे बिना भी हृदय को छू जाते। उनकी रचनाएँ न केवल सुन्दर हैं, बल्कि सार्वभौमिक हैं, जो प्रेम की कोमलता से लेकर जीवन की गहनता तक फैली हुईं। सत्यजीत रे की 'चारुलता' में किशोर कुमार द्वारा गाए गए इस गीत "आमी चिनि गो चिनि तोमारेओ" का सरल अर्थ है: "मैं तुम्हें पहचानती हूँ, जैसे कोई पुराना मित्र या प्रेमी जो वर्षों बाद लौटा हो; तुम्हारी आँखों में वही चमक, वही मुस्कान, जो मुझे हमेशा से जाना-पहचाना लगती है।" यह प्रेम की सहज पहचान और आत्मीयता का प्रतीक है, जो टैगोर की शैली में बिना जटिलता के गहरा भाव जगाता है। सच, वे विश्व की महान प्रतिभा थे, जिनकी रचनाएँ आज भी अमर हैं। 
 
ओगो बिदेशिनी (Ogo Bideshini): हे विदेशी महिला!
आमी (Ami): मैं
चिनी (Chini): जानती हूँ/जानता हूँ
गो (Go): यह एक प्रश्नवाचक शब्द है या जोर देने के लिए इस्तेमाल होता है, जिसका अर्थ है "ओह" या किसी बात पर जोर देना.
चिनी (Chini): जानती हूँ/जानता हूँ
तोमारे (Tomare): तुमको/तुम्हें 
 
आमी चिनी गो चिनी तोमारे
मैं तुम्हें पहचानता हूँ, तुम्हें पहचानता हूँ।
ओगो बिदेशिनी
अरे, मेरी विदेशी/अपरिचित महिला।
तुमि थाको शिन्धु पारे
तुम समुद्र के उस पार रहती हो।
ओगो बिदेशिनी
अरे, मेरी विदेशी महिला।
देखेची शारोदो प्राते तोमार
मैंने तुम्हें शरद की सुबह में देखा है।
देखेची माधोबी राते तोमार
मैंने तुम्हें वसंत की रात में देखा है।
देखेची रिधिमा झारे
मैंने तुम्हें बारिश की धार में देखा है।
तोमाय देखेची ओगो बिदेशिनी
मैंने तुम्हें देखा है, हे मेरी विदेशी महिला।
आमि आकाशे पातियाकान
मैंने आकाश में कान लगाकर सुना है।
शुनेची शुनेची तोमार गान
मैंने तुम्हारा गीत सुना है।
आमि तोमारे शोपेचे प्राण
मैंने तुम्हें अपनी आत्मा समर्पित कर दी है।
ओगो बिदेशिनी
हे मेरी विदेशी महिला।
भुवन भूमिया शेषे
सारी दुनिया में घूमने के बाद,
आमि एशेशी नूतोन देशे
मैं एक नए देश में आया हूँ।
आमि ओतिथि तोमारि दारे
मैं तुम्हारे ही द्वार पर एक अतिथि हूँ।
ओगो बिदेशिनी ओगो बिदेशिनी
हे मेरी विदेशी महिला, मेरी विदेशी महिला।
 
Charulata চারুলতা (1964) - Satyajit Ray
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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