मेरा बैध गुरु गोबिंदा भजन

मेरा बैध गुरु गोबिंदा Mera Baid Guru Govinda Bhajan

मेरा बैध गुरु गोबिंदा लिरिक्स Mera Baid Guru Govinda Lyrics
 
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
हर हर नाम औखद मुख देवै
काटे जम की फंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा

जनम जनम के दुःख निवारे
सूका मन साधारे
दर्षन भेटत हॉत निहाला
हरि का नाम विचारे
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
हर हर नाम औखद मुख देवै
काटे जम की फंदा

समरथ पुरख पूरन विधाते
आपे कारणहारा
अपना दास हरि आप उबारिया
नानक नाम अधारा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा

मेरा बैध गुरु गोबिंदा
मेरा बैध गुरु गोबिंदा
हरि हरि नाम औखद मुख देवै
काटे जम की फंदा


Mera Baid Guru Govinda (With Meanings) - Bibi Kiranjit Kaur | Amritt Saagar | Shabad Gurbani Kirtan
 
मूल भावार्थ (सरल हिंदी रूपांतरण)

वह युगों-युगों के दुःखों को दूर करता है और तुच्छ प्राणियों को सहारा देता है।
भगवान का चिंतन करने से मनुष्य को उनके दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है।

मेरे उपचारक मेरे गुरु हैं, जो ब्रह्माण्ड के स्वामी हैं।
मुझ पर अपनी कृपा औषधि के रूप में प्रदान करके, वह मेरे भीतर से मृत्यु के भय को मिटा देते हैं।

वह सर्वशक्तिमान, पूर्ण प्रभु हैं, सबके भाग्य के निर्माता हैं।
भगवान स्वयं अपने अनुयायियों का उद्धार करते हैं; नानक हमेशा उनका सहयोग चाहते हैं।

पंजाबी में शबद व्याख्या

ਹੇ ਭਾਈ, ਮੇਰਾ ਪਰਮਾਤਮਾ ਸਰੂਪ ਗੁਰੂ ਹਰ ਰੋਗ ਤੇ ਕਠਨਾਈ ਦਾ ਇਲਾਜ ਕਰਨਾ ਚਾਹੁੰਦਾ ਹੈ।
ਮੇਰਾ ਗੁਰੂ ਮੈਨੂੰ ਹਰਿ ਨਾਮ ਰੂਪੀ ਔਖਧ ਦੇਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਨਾਲ ਜਨਮ ਮਰਨ ਦੇ ਦੁੱਖਾਂ ਦਾ ਨਾਸ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ।

ਮੇਰੇ ਗੁਰੂ ਨੇ ਅਨੇਕਾਂ ਜਨਮਾਂ ਦੇ ਦੁੱਖ ਦੂਰ ਕੀਤੇ ਹਨ।
ਉਹ ਦੁਖੀ ਮਨ ਨੂੰ ਵੀ ਆਸ ਤੇ ਖੁਸ਼ੀ ਬਖ਼ਸ਼ਦਾ ਹੈ।
ਉਸ ਦੇ ਦਰਸ਼ਨ ਤੇ ਹਰਿ ਨਾਮ ਸਿਮਰਨ ਨਾਲ ਮਨ ਪ੍ਰਸੰਨ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ।

ਹੇ ਸਾਰੀ ਸ਼ਕਤੀ ਦੇ ਮਾਲਕ, ਸਰਬ ਵਿਆਪਕ ਪ੍ਰਭੂ, ਸਾਰੇ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਜਨਮ ਤੇ ਕਰਮ ਕਰਨ ਵਾਲੇ,
ਨਾਨਕ ਆਖਦੇ ਹਨ — ਜੋ ਮਨੁੱਖ ਹਰਿ ਨਾਮ ਨੂੰ ਆਪਣਾ ਆਧਾਰ ਮੰਨ ਲੈਂਦਾ ਹੈ,
ਪ੍ਰਭੂ ਉਹ ਸੇਵਕ ਨੂੰ ਇਸ ਜਨਮ ਦੇ ਦੁੱਖਾਂ ਤੋਂ ਬਚਾ ਲੈਂਦਾ ਹੈ।

हिंदी में शबद व्याख्या

हे भाई, मेरा परमात्मा स्वरूप गुरु हर रोग और कठिनाई का इलाज करना चाहता है। मेरा गुरु मुझे हरि-नाम रूपी औषधि प्रदान करता है, जिससे जन्म-मरण के दुखों का नाश होता है। मेरे गुरु ने अनेक जन्मों के दुख हर लिए हैं।
वह दुःखी मन में भी आशा और खुशी का संचार करता है। उनके दर्शन और हरि-नाम स्मरण से मन प्रसन्न और आनंदित हो जाता है। हे सारी शक्ति के मालिक, सर्वव्यापक प्रभु, सबके जन्मदाता और कर्मों के कर्ता, नानक कहते हैं—जो मनुष्य हरि-नाम को अपना आधार मान लेता है, प्रभु उस सेवक को इस जन्म के दुखों से बचा लेता है।
 
गुरु ही हमारे असली वैद्य हैं, जो जन्म-जन्मांतर के दुखों और रोगों को दूर करते हैं। वे अपनी कृपा रूपी औषधि से भक्त के मन से मृत्यु के भय को मिटा देते हैं और उसे मानसिक शांति प्रदान करते हैं। यह वाणी स्पष्ट करती है कि भगवान के नाम का चिंतन ही सबसे बड़ा उपचार है, जिसके द्वारा तुच्छ प्राणी भी जीवन के दुखों से पार हो सकते हैं और उन्हें ईश्वर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है। यह शबद हमें पूरी तरह से उस सर्वशक्तिमान, पूर्ण प्रभु की शरण में जाने का संदेश देता है, जो अपने भक्तों का स्वयं उद्धार करते हैं, जैसा कि नानक देव जी उनकी कृपा की कामना करते हैं। 
 
Vocals - Bibi Kiranjit Kaur
Album - Amrit Vela
Music - Joy - Atul
Producer - Balbir Singh Bhatia
Edit - videoNation (99153-97500) 
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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