कल तारन गुरु नानक आया लिरिक्स मीनिंग Kal Taaran Guru Nanak Aaya Meaning
Lyrics in Punjabi (Gurumukhi)
ਸੁਣੀ ਪੁਕਾਰਿ ਦਾਤਾਰ ਪ੍ਰਭੁ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਜਗ ਮਾਹਿ ਪਠਾਇਆ।
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪੂਰਨ ਬ੍ਰਹਮ ਕਲਿਜੁਗ ਅੰਦਰਿ ਇਕ ਦਿਖਾਇਆ।
ਚਾਰੇ ਪੈਰ ਧਰਮ ਦੇ ਚਾਰਿ ਵਰਨ ਇਕ ਵਰਨੁ ਕਰਾਇਆ।
ਰਾਣਾ ਰੰਕ ਬਰਾਬਰੀ ਪੈਰੀ ਪਵਣਾ ਜਗਿ ਵਰਤਾਇਆ।
ਉਲਟਾ ਖੇਲੁ ਪਿਰੰਮ ਦਾ ਪੈਰਾ ਉਪਰਿ ਸੀਸੁ ਨਿਵਾਇਆ।
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪੂਰਨ ਬ੍ਰਹਮ ਕਲਿਜੁਗ ਅੰਦਰਿ ਇਕ ਦਿਖਾਇਆ।
ਚਾਰੇ ਪੈਰ ਧਰਮ ਦੇ ਚਾਰਿ ਵਰਨ ਇਕ ਵਰਨੁ ਕਰਾਇਆ।
ਰਾਣਾ ਰੰਕ ਬਰਾਬਰੀ ਪੈਰੀ ਪਵਣਾ ਜਗਿ ਵਰਤਾਇਆ।
ਉਲਟਾ ਖੇਲੁ ਪਿਰੰਮ ਦਾ ਪੈਰਾ ਉਪਰਿ ਸੀਸੁ ਨਿਵਾਇਆ।
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
कल तारन गुरु नानक आया Lyrics in Hindi
सुणी पुकार दातार प्रभु,
गुरु नानक जग माहि पठाया।
चरण धोइ रहरासि करि,
चरणामृतु सिखां पीलाइआ।
पारब्रह्म पूरन ब्रहम,
कलजुग अंदरि इक दिखाइआ।
चारे पैर धरम दे,
चारि वरन इक वरनु कराइआ।
राणा रंक बराबरी,
पैरी पवणा जगि वरताइआ।
उलटा खेलु पिरंम दा,
पैरा उपरि सीसु निवाइआ।
कलजुग बाबे तारिआ,
सतिनामु पढ़ि मंत्र सुनाइआ।
कलि तारणु गुरु नानक आइआ॥२३॥
सुनि पुकार दातार प्रभ,
गुर नानक जग माहे पठाया
चरण धोए रहरास कर,
चरणामृत सिखन पीलाया।
परब्रह्म पूरण ब्रह्म,
कलजुग अंदर इक दिखाया।
चारे पैर धर्म दे,
चार वरण इक वरण कराया।
राणा रंक बरबारी,
पैरी पवन जग वर्ताया।
उल्टा खेल पिरम्म दा,
पैरा उपर सीस निवाया।
कलजुग बाबे तारेया,
सतनाम पध मंतर सुनाया।
कल तारन गुरु नानक आया।
गुरु नानक जग माहि पठाया।
चरण धोइ रहरासि करि,
चरणामृतु सिखां पीलाइआ।
पारब्रह्म पूरन ब्रहम,
कलजुग अंदरि इक दिखाइआ।
चारे पैर धरम दे,
चारि वरन इक वरनु कराइआ।
राणा रंक बराबरी,
पैरी पवणा जगि वरताइआ।
उलटा खेलु पिरंम दा,
पैरा उपरि सीसु निवाइआ।
कलजुग बाबे तारिआ,
सतिनामु पढ़ि मंत्र सुनाइआ।
कलि तारणु गुरु नानक आइआ॥२३॥
सुनि पुकार दातार प्रभ,
गुर नानक जग माहे पठाया
चरण धोए रहरास कर,
चरणामृत सिखन पीलाया।
परब्रह्म पूरण ब्रह्म,
कलजुग अंदर इक दिखाया।
चारे पैर धर्म दे,
चार वरण इक वरण कराया।
राणा रंक बरबारी,
पैरी पवन जग वर्ताया।
उल्टा खेल पिरम्म दा,
पैरा उपर सीस निवाया।
कलजुग बाबे तारेया,
सतनाम पध मंतर सुनाया।
कल तारन गुरु नानक आया।
Kal Taran Guru Nanak Aaya Lyrics English
Suni Pukaar Dataar Prabh,
Gur Nanak Jag Maahe Pathaaya,
Charan Dhoye Rahraas Kar,
Charnamrit Sikhan Peelaya,
Parbrahm Pooran Brahm,
Kaljug Andar Ik Dikhaya,
Chaare Pair Dharm De,
Chaar Varan Ik Varan Karaya,
Rana Rank Brabari,
Pairi Pavana Jag Vartaya,
Ulta Khel Piramm Da,
Paira Upar Sees Nivaya
Kaljug Baabe Taareya,
Satnam Padh Mantar Sunaya,
Kal Taaran Guru Nanak Aaya,
Gur Nanak Jag Maahe Pathaaya,
Charan Dhoye Rahraas Kar,
Charnamrit Sikhan Peelaya,
Parbrahm Pooran Brahm,
Kaljug Andar Ik Dikhaya,
Chaare Pair Dharm De,
Chaar Varan Ik Varan Karaya,
Rana Rank Brabari,
Pairi Pavana Jag Vartaya,
Ulta Khel Piramm Da,
Paira Upar Sees Nivaya
Kaljug Baabe Taareya,
Satnam Padh Mantar Sunaya,
Kal Taaran Guru Nanak Aaya,
Kal Taaran Guru Nanak Aaya Meaning In English
ਸੁਣੀ ਪੁਕਾਰਿ ਦਾਤਾਰ ਪ੍ਰਭੁ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਜਗ ਮਾਹਿ ਪਠਾਇਆ।
Hearing the call of the supplicant, God sent Guru Nanak to the world.
Hearing the call of the supplicant, God sent Guru Nanak to the world.
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
Washing the feet, performing the night prayer, and teaching the disciples to drink in the ambrosial nectar of the Lord's feet.
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪੂਰਨ ਬ੍ਰਹਮ ਕਲਿਜੁਗ ਅੰਦਰਿ ਇਕ ਦਿਖਾਇਆ।
The Supreme Being, the Perfect God, revealed Himself in the Kali Yuga.
ਚਾਰੇ ਪੈਰ ਧਰਮ ਦੇ ਚਾਰਿ ਵਰਨ ਇਕ ਵਰਨੁ ਕਰਾਇਆ।
The four feet of Dharma were established, and one caste was made out of four castes.
ਰਾਣਾ ਰੰਕ ਬਰਾਬਰੀ ਪੈਰੀ ਪਵਣਾ ਜਗਿ ਵਰਤਾਇਆ।
Kings and beggars were made equal, and the wind blew over the world.
ਉਲਟਾ ਖੇਲੁ ਪਿਰੰਮ ਦਾ ਪੈਰਾ ਉਪਰਿ ਸੀਸੁ ਨਿਵਾਇਆ।
The game of love was played in reverse, and the beloved placed his head on the feet of the lover.
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
O Baba, in the Kali Yuga, the true name was revealed, and the mantra was recited.
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
Guru Nanak came to save the Kali Yuga. (23)
Meaning : The shabad describes the divine message and teachings of Guru Nanak, who was sent by God to redeem the world during the dark age of Kaliyug. The shabad also emphasizes the importance of devotion to God, and how following the path laid out by Guru Nanak can lead one to experience the divine nectar of God's love. It also highlights the idea of universal brotherhood, where people from all walks of life are equal and should be treated with respect and compassion. The shabad encourages people to cleanse themselves by performing the daily prayers and taking the divine nectar by serving and imbibing the Guru's teachings. Finally, the shabad asserts that Guru Nanak came to redeem the world and save humanity from the darkness of the Kaliyug.
कल तारन गुरु नानक आया लिरिक्स हिंदी मीनिंग
ਸੁਣੀ ਪੁਕਾਰਿ ਦਾਤਾਰ ਪ੍ਰਭੁ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਜਗ ਮਾਹਿ ਪਠਾਇਆ।
सुनी पुकारि दातार प्रभु गुरु नानक जग माहि पठाइआ॥
प्रार्थना की पुकार सुनकर, दाता प्रभु ने गुरु नानक को दुनिया में भेजा। भगवान ने अपनी दया से मानवता की पुकार सुनी और गुरु नानक को इस दुनिया में भेजा।
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
चरन धोइ रहरासि करि चरणामृतु सिखां पीलाइआ॥
चरण धो कर रहरास पढ़कर, गुरु नानक ने अपने शिष्यों को प्रभु के पदों के अमृत का पान कराया। दिव्य विनम्रता के साथ, गुरु नानक ने उनके पैर धोए और भगवान की प्रशंसा की, अपने शिष्यों के साथ अपने भक्ति का अमृत साझा किया।
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪੂਰਨ ਬ੍ਰਹਮ ਕਲਿਜੁਗ ਅੰਦਰਿ ਇਕ ਦਿਖਾਇਆ।
पारब्रह्म पूरन ब्रह्म कलिजुग अंदरि इक दिखाइआ॥
कलियुग में पूर्ण ब्रह्म, पारब्रह्म ने एक रूप में दर्शन दिखाया। कली युग के अंधेरे के बीच, गुरु नानक ने यह संदेश दिया कि ब्रह्मांड की दिव्य सत्ता, चाहे वह सगुण या निर्गुण है एक जैसी है।
ਚਾਰੇ ਪੈਰ ਧਰਮ ਦੇ ਚਾਰਿ ਵਰਨ ਇਕ ਵਰਨੁ ਕਰਾਇਆ।
धर्म को चार स्तम्भ पर स्थापित किया और सभी चार वर्ण (भाईचारे के भाव से) एक वर्ण (मानवता का वर्ण) में बदल गए थे। उनकी शिक्षाओं से, गुरु नानक ने चार स्तंभों पर धर्म की स्थापना की, भाईचारा और प्यार के माध्यम से मानवता के सभी वर्णों को एकजुट किया।
ਰਾਣਾ ਰੰਕ ਬਰਾਬਰੀ ਪੈਰੀ ਪਵਣਾ ਜਗਿ ਵਰਤਾਇਆ।
राजा और भिखारी समान हो गए, और हवा दुनिया में बहती रही। उन्होंने सिखाया कि गरीब और राजा समान हैं, दूसरों के पैरों में विनम्रता से शीश झुकाने का महत्व फैलाया।
ਉਲਟਾ ਖੇਲੁ ਪਿਰੰਮ ਦਾ ਪੈਰਾ ਉਪਰਿ ਸੀਸੁ ਨਿਵਾਇਆ।
प्रेम का खेल उलटा खेला गया, और प्रिय ने अपने प्रेमी के पैरों पर अपना सिर रख दिया।
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
ओ बाबा, कलियुग में सत्य नाम का खुलासा हुआ, और मंत्र को सुनाया गया. बाबा नानक, दीप्तिमान, सबकी हित के लिए "सतिनाम" मंत्र का जाप करते हुए दुनिया को कली युग के अंधेरे से बचाया
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
गुरु नानक कलियुग को उद्धार करने आए।
सुनी पुकारि दातार प्रभु गुरु नानक जग माहि पठाइआ॥
प्रार्थना की पुकार सुनकर, दाता प्रभु ने गुरु नानक को दुनिया में भेजा। भगवान ने अपनी दया से मानवता की पुकार सुनी और गुरु नानक को इस दुनिया में भेजा।
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
चरन धोइ रहरासि करि चरणामृतु सिखां पीलाइआ॥
चरण धो कर रहरास पढ़कर, गुरु नानक ने अपने शिष्यों को प्रभु के पदों के अमृत का पान कराया। दिव्य विनम्रता के साथ, गुरु नानक ने उनके पैर धोए और भगवान की प्रशंसा की, अपने शिष्यों के साथ अपने भक्ति का अमृत साझा किया।
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪੂਰਨ ਬ੍ਰਹਮ ਕਲਿਜੁਗ ਅੰਦਰਿ ਇਕ ਦਿਖਾਇਆ।
पारब्रह्म पूरन ब्रह्म कलिजुग अंदरि इक दिखाइआ॥
कलियुग में पूर्ण ब्रह्म, पारब्रह्म ने एक रूप में दर्शन दिखाया। कली युग के अंधेरे के बीच, गुरु नानक ने यह संदेश दिया कि ब्रह्मांड की दिव्य सत्ता, चाहे वह सगुण या निर्गुण है एक जैसी है।
ਚਾਰੇ ਪੈਰ ਧਰਮ ਦੇ ਚਾਰਿ ਵਰਨ ਇਕ ਵਰਨੁ ਕਰਾਇਆ।
धर्म को चार स्तम्भ पर स्थापित किया और सभी चार वर्ण (भाईचारे के भाव से) एक वर्ण (मानवता का वर्ण) में बदल गए थे। उनकी शिक्षाओं से, गुरु नानक ने चार स्तंभों पर धर्म की स्थापना की, भाईचारा और प्यार के माध्यम से मानवता के सभी वर्णों को एकजुट किया।
ਰਾਣਾ ਰੰਕ ਬਰਾਬਰੀ ਪੈਰੀ ਪਵਣਾ ਜਗਿ ਵਰਤਾਇਆ।
राजा और भिखारी समान हो गए, और हवा दुनिया में बहती रही। उन्होंने सिखाया कि गरीब और राजा समान हैं, दूसरों के पैरों में विनम्रता से शीश झुकाने का महत्व फैलाया।
ਉਲਟਾ ਖੇਲੁ ਪਿਰੰਮ ਦਾ ਪੈਰਾ ਉਪਰਿ ਸੀਸੁ ਨਿਵਾਇਆ।
प्रेम का खेल उलटा खेला गया, और प्रिय ने अपने प्रेमी के पैरों पर अपना सिर रख दिया।
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
ओ बाबा, कलियुग में सत्य नाम का खुलासा हुआ, और मंत्र को सुनाया गया. बाबा नानक, दीप्तिमान, सबकी हित के लिए "सतिनाम" मंत्र का जाप करते हुए दुनिया को कली युग के अंधेरे से बचाया
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
गुरु नानक कलियुग को उद्धार करने आए।
Kal Taaran Guru Nanak Aaya | 550th Guru Nanak Jayanti Special | Sukhwinder Singh
ਸੁਣੀ ਪੁਕਾਰਿ ਦਾਤਾਰ ਪ੍ਰਭੁ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਜਗ ਮਾਹਿ ਪਠਾਇਆ।
Sunee Pukaari Daatar Prabhu Guru Naanak Jag Maahi Pathhaaiaa |
Sunee Pukaari Daatar Prabhu Guru Naanak Jag Maahi Pathhaaiaa |
"Having heard the cries (of humanity), the bountiful Creator Lord sent Guru Nanak to this world."
This sentence expresses the belief in Sikhism that God is responsive to the needs and suffering of humanity, and in his mercy, he sent Guru Nanak to guide and lead people towards the path of righteousness and spirituality. The word "Pukar" in Punjabi means cry or call, and "Daataar" refers to the merciful and benevolent nature of God. The sentence acknowledges Guru Nanak as the divine messenger sent by God to enlighten the world with his teachings and to guide people towards a life of righteousness and devotion.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੧
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
Charan Dhoi Raharaasi Kari Charanamritu Sikhaan Peelaaiaa |
ਚਰਨ ਧੋਇ ਰਹਰਾਸਿ ਕਰਿ ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ ਸਿਖਾਂ ਪੀਲਾਇਆ।
Charan Dhoi Raharaasi Kari Charanamritu Sikhaan Peelaaiaa |
"Washing the feet, reciting the Rahras, and making the Sikhs drink the nectar of the feet (of the Guru)."
This line refers to the practice of washing the feet of the Guru or the holy men, reciting the Rahras, which is a prayer of gratitude, and distributing the Amrit, which is the holy water made by washing the feet of the Guru, to the Sikhs. This practice is considered to be a form of devotion and humility, and it is believed that by doing so, one can attain spiritual enlightenment and purify oneself from sins. The act of drinking the Amrit symbolizes the acceptance of the Guru's teachings and the commitment to follow the path of righteousness.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੨
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪੂਰਨ ਬ੍ਰਹਮ ਕਲਿਜੁਗ ਅੰਦਰਿ ਇਕ ਦਿਖਾਇਆ।
Paarabrahamu Pooran Brahamu Kalijugi Andari Iku Dikhaaiaa |
"The perfect transcendent Lord, the Supreme Being, appeared in the Kali Yuga."
This line expresses the belief in Sikhism that in the current age of Kali Yuga, which is believed to be a period of darkness and moral decay, the divine, all-powerful and perfect Lord appeared in the form of Guru Nanak. The word "Parbrahm" refers to the supreme spiritual being, who is beyond the comprehension of human beings, and "Puran Brahm" refers to the complete, whole, and perfect nature of God. The line suggests that despite the darkness of the Kali Yuga, the divine light of the Guru illuminated the world and provided guidance to the seekers of truth and spirituality.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੩
ਚਾਰੇ ਪੈਰ ਧਰਮ ਦੇ ਚਾਰਿ ਵਰਨ ਇਕ ਵਰਨੁ ਕਰਾਇਆ।
Chaaray Pair Dharam Day Chaari Varani Iku Varanu Karaaiaa |"Dharma, the righteous way of living, was established on its four legs, and the four castes were united into one."
This line speaks to the concept of unity and equality in Sikhism. The four castes referred to here are the Brahmins (priests), Kshatriyas (warriors), Vaishyas (merchants), and Shudras (laborers). The line suggests that these castes, which were traditionally divided and unequal, were united into one caste of humanity through the establishment of Dharma, the righteous path of living. This is a reflection of the Sikh belief in the equality of all human beings regardless of their caste, race, or gender. The line also emphasizes the importance of fraternity and brotherhood in uniting people and creating a harmonious society.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੪
ਰਾਣਾ ਰੰਕ ਬਰਾਬਰੀ ਪੈਰੀ ਪਵਣਾ ਜਗਿ ਵਰਤਾਇਆ।
Raanaa Ranku Baraabaree Pairee Paavanaa Jagi Varataaiaa |"He spread the practice of humbly touching the feet, treating the poor and the prince equally."
This line speaks to the practice of humility and equality in Sikhism. The practice of touching someone's feet is a traditional Indian gesture of respect and submission, and in this context, it represents an acknowledgement of the equality of all human beings regardless of their social status. The line suggests that Guru Nanak, through his teachings and actions, spread this practice and encouraged people to treat the poor and the rich with the same level of respect and dignity. This is a reflection of the Sikh belief in the importance of treating all people as equals and recognizing the divine spark within each individual, regardless of their external circumstances or social status.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੫
ਉਲਟਾ ਖੇਲੁ ਪਿਰੰਮ ਦਾ ਪੈਰਾ ਉਪਰਿ ਸੀਸੁ ਨਿਵਾਇਆ।
Ulataa Khaylu Piranm Daa Pairaa Upari Seesu Nivaaiaa |This verse is referring to the reversal of the game played by the Divine Beloved. In this game, the egotistical people who are proud of their social status and power are brought low, and those who are humble and have faith in the Divine are elevated. The Beloved makes the proud bow down before the humble and makes them realize that true power and status come from spiritual wealth, not material possessions. The Beloved is able to accomplish this transformation through the power of love and devotion, which can conquer even the most hardened hearts.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੬
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
Kalijugu Baabay Taariaa Satinaamu Parhhi Mantr Sunaaiaa |
Baba Nanak rescued this dark age (kaliyug) and recited ‘satinam’ mantr for one and all. This line refers to the founder of Sikhism, Guru Nanak Dev Ji, who is commonly referred to as Baba Nanak. According to this verse, he saved the people of the kaliyug, the current age according to Sikh belief, by reciting the "satinam" mantra and spreading the message of Sikhism.
ਵਾਰਾਂ ਭਾਈ ਗੁਰਦਾਸ : ਵਾਰ ੧ ਪਉੜੀ ੨੩ ਪੰ. ੭
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
Kali Taarani Guru Naanaku Aaiaa ||23 ||
This line means "Guru Nanak came to redeem the kaliyug", indicating that Guru Nanak came to provide guidance and teachings to help people overcome the difficulties of the current age, known as Kali Yuga in Hinduism and Sikhism.
Word Meaning of This Divine Shabad
ਸੁਣੀ - Listened / सुनी।
ਪੁਕਾਰਿ - Call, shout / पुकारि।
ਦਾਤਾਰ - Giver, Bestower / दातार।
ਪ੍ਰਭੁ - God / प्रभु।
ਗੁਰੁ - Guru / गुरु।
ਨਾਨਕ - Nanak (name of a Sikh guru) / नानक।
ਜਗ - World / जग।
ਮਾਹਿ - Within / माहि।
ਪਠਾਇਆ - Sent, dispatched / पठाइआ।
ਚਰਨ - Feet / चरन।
ਧੋਇ - Washed / धोइ।
ਰਹਰਾਸਿ - Prayer recited at sunset / रहरासि।
ਕਰਿ - Doing, performing / करि।
ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ - Nectar from the feet / चरणामृतु।
ਸਿਖਾਂ - Disciples, learners / सिखां।
ਪੀਲਾਇਆ - Made to drink / पीलाइआ।
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ - Supreme God / पारब्रह्म।
ਪੂਰਨ - Perfect, complete / पूरन।
ਬ੍ਰਹਮ - God, Creator / ब्रह्म।
ਕਲਿਜੁਗ - The Age of Kali (the current age according to Hinduism) / कलियुग।
ਅੰਦਰਿ - Within / अंदरि।
ਇਕ - One / एक।
ਦਿਖਾਇਆ - Shown, revealed / दिखाइआ।
ਚਾਰੇ - Four / चारे।
ਪੈਰ - Legs, feet / पैर।
ਧਰਮ - Religion, duty / धरम।
ਦੇ - Of, belonging to / दे।
ਚਾਰਿ - Four / चारि।
ਵਰਨ - Castes / वर्ण।
ਇਕ - One / एक।
ਵਰਨੁ - Caste / वरणु।
ਕਰਾਇਆ - Made, created / कराइआ।
ਰਾਣਾ - Kings, rulers / राणा।
ਰੰਕ - Dust, dirt / रंक।
ਰਾਣਾ - Rana (a title or name) / राणा।
ਰੰਕ - Rank (position, status) / रंक।
ਬਰਾਬਰੀ - Equality / बराबरी।
ਪੈਰੀ - Prevailed / पैरी।
ਪਵਣਾ - Air, wind / पवना।
ਜਗਿ - In the world / जगि।
ਵਰਤਾਇਆ - Prevailed, spread / वरताइआ।
ਉਲਟਾ - Reverse, opposite / उलटा।
ਖੇਲੁ - Game, play / खेलु।
ਪਿਰੰਮ - Love, devotion / पिरंम।
ਦਾ - Of / दा।
ਪੈਰਾ - Feet / पैरा।
ਉਪਰਿ - Upon / उपरि।
ਸੀਸੁ - Head / सीसु।
ਨਿਵਾਇਆ - Bent, bowed / निवाइआ।
ਕਲਿਜੁਗ - Kaliyug (the current age according to Hindu mythology) / कलियुग।
ਬਾਬੇ - Baba (father, saint) / बाबे।
ਤਾਰਿਆ - Saved, rescued / तारिआ।
ਸਤਿਨਾਮੁ - True Name (a reference to God) / सतिनामु।
ਪੜ੍ਹਿ - Reading, reciting / पढ़ि।
ਮੰਤ੍ਰ - Mantra (a sacred sound or phrase used in meditation) / मंत्र।
ਸੁਣਾਇਆ - Heard, listened / सुणाइआ।
ਕਲਿ - Kali (reference to Kaliyug, the current age according to Hindu mythology) / कलि।
ਤਾਰਣ - Savior, deliverer / तारण।
ਗੁਰੁ - Guru (spiritual teacher) / गुरु।
ਨਾਨਕ - Nanak (name of a Sikh guru) / नानक।
ਆਇਆ - Came / आइआ।
ਪੁਕਾਰਿ - Call, shout / पुकारि।
ਦਾਤਾਰ - Giver, Bestower / दातार।
ਪ੍ਰਭੁ - God / प्रभु।
ਗੁਰੁ - Guru / गुरु।
ਨਾਨਕ - Nanak (name of a Sikh guru) / नानक।
ਜਗ - World / जग।
ਮਾਹਿ - Within / माहि।
ਪਠਾਇਆ - Sent, dispatched / पठाइआ।
ਚਰਨ - Feet / चरन।
ਧੋਇ - Washed / धोइ।
ਰਹਰਾਸਿ - Prayer recited at sunset / रहरासि।
ਕਰਿ - Doing, performing / करि।
ਚਰਣਾਮ੍ਰਿਤੁ - Nectar from the feet / चरणामृतु।
ਸਿਖਾਂ - Disciples, learners / सिखां।
ਪੀਲਾਇਆ - Made to drink / पीलाइआ।
ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ - Supreme God / पारब्रह्म।
ਪੂਰਨ - Perfect, complete / पूरन।
ਬ੍ਰਹਮ - God, Creator / ब्रह्म।
ਕਲਿਜੁਗ - The Age of Kali (the current age according to Hinduism) / कलियुग।
ਅੰਦਰਿ - Within / अंदरि।
ਇਕ - One / एक।
ਦਿਖਾਇਆ - Shown, revealed / दिखाइआ।
ਚਾਰੇ - Four / चारे।
ਪੈਰ - Legs, feet / पैर।
ਧਰਮ - Religion, duty / धरम।
ਦੇ - Of, belonging to / दे।
ਚਾਰਿ - Four / चारि।
ਵਰਨ - Castes / वर्ण।
ਇਕ - One / एक।
ਵਰਨੁ - Caste / वरणु।
ਕਰਾਇਆ - Made, created / कराइआ।
ਰਾਣਾ - Kings, rulers / राणा।
ਰੰਕ - Dust, dirt / रंक।
ਰਾਣਾ - Rana (a title or name) / राणा।
ਰੰਕ - Rank (position, status) / रंक।
ਬਰਾਬਰੀ - Equality / बराबरी।
ਪੈਰੀ - Prevailed / पैरी।
ਪਵਣਾ - Air, wind / पवना।
ਜਗਿ - In the world / जगि।
ਵਰਤਾਇਆ - Prevailed, spread / वरताइआ।
ਉਲਟਾ - Reverse, opposite / उलटा।
ਖੇਲੁ - Game, play / खेलु।
ਪਿਰੰਮ - Love, devotion / पिरंम।
ਦਾ - Of / दा।
ਪੈਰਾ - Feet / पैरा।
ਉਪਰਿ - Upon / उपरि।
ਸੀਸੁ - Head / सीसु।
ਨਿਵਾਇਆ - Bent, bowed / निवाइआ।
ਕਲਿਜੁਗ - Kaliyug (the current age according to Hindu mythology) / कलियुग।
ਬਾਬੇ - Baba (father, saint) / बाबे।
ਤਾਰਿਆ - Saved, rescued / तारिआ।
ਸਤਿਨਾਮੁ - True Name (a reference to God) / सतिनामु।
ਪੜ੍ਹਿ - Reading, reciting / पढ़ि।
ਮੰਤ੍ਰ - Mantra (a sacred sound or phrase used in meditation) / मंत्र।
ਸੁਣਾਇਆ - Heard, listened / सुणाइआ।
ਕਲਿ - Kali (reference to Kaliyug, the current age according to Hindu mythology) / कलि।
ਤਾਰਣ - Savior, deliverer / तारण।
ਗੁਰੁ - Guru (spiritual teacher) / गुरु।
ਨਾਨਕ - Nanak (name of a Sikh guru) / नानक।
ਆਇਆ - Came / आइआ।