सुन मेरी देवी पर्वतवासनी । Sun Meri Devi Parvat Vasini
कोई तेरा पार ना पाया ॥ Koi Tera Paar Na Paya
पान सुपारी ध्वजा नारियल । Paan Supari Dhwaja Nariyal
ले तेरी भेंट चडाया ॥ Le Teri Bheint Charaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
सुवा चोली तेरी अंग विराजे । Suva Choli Teri Ang Viraje
केसर तिलक लगाया ॥ Kesar Tilak Lagaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
नंगे पग मां अकबर आया । Nange Pag Maa Akbar Aaya
सोने का छत्र चडाया ॥ Sone Ka Chatra Charaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
ऊंचे पर्वत बनयो देवालाया । Oonche Parvat Banyo Devalaya
निचे शहर बसाया ॥ Niche Shahar Basaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
सत्युग, द्वापर, त्रेता मध्ये । Satyug, Dwapar, Treta Madhye
कालियुग राज सवाया ॥ Kaliyug Raaj Savaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
धूप दीप नैवैध्य आर्ती । Dhoop Deep Naivaidhya Aarti
मोहन भोग लगाया ॥ Mohan Bhog Lagaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
ध्यानू भगत मैया तेरे गुन गाया । Dhyanu Bhagat Maiya Tere Gun Gaya
मनवंचित फल पाया ॥ Mannvanchit Phal Paaya
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी । Sun Meri Devi Parvat Vasini
कोई तेरा पार ना पाया ॥ Koi Tera Paar Na Paya
कोई तेरा पार ना पाया ॥ Koi Tera Paar Na Paya
पान सुपारी ध्वजा नारियल । Paan Supari Dhwaja Nariyal
ले तेरी भेंट चडाया ॥ Le Teri Bheint Charaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
सुवा चोली तेरी अंग विराजे । Suva Choli Teri Ang Viraje
केसर तिलक लगाया ॥ Kesar Tilak Lagaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
नंगे पग मां अकबर आया । Nange Pag Maa Akbar Aaya
सोने का छत्र चडाया ॥ Sone Ka Chatra Charaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
ऊंचे पर्वत बनयो देवालाया । Oonche Parvat Banyo Devalaya
निचे शहर बसाया ॥ Niche Shahar Basaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
सत्युग, द्वापर, त्रेता मध्ये । Satyug, Dwapar, Treta Madhye
कालियुग राज सवाया ॥ Kaliyug Raaj Savaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
धूप दीप नैवैध्य आर्ती । Dhoop Deep Naivaidhya Aarti
मोहन भोग लगाया ॥ Mohan Bhog Lagaya
॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी...॥ Sun Meri Devi Parvat Vasini...
ध्यानू भगत मैया तेरे गुन गाया । Dhyanu Bhagat Maiya Tere Gun Gaya
मनवंचित फल पाया ॥ Mannvanchit Phal Paaya
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी । Sun Meri Devi Parvat Vasini
कोई तेरा पार ना पाया ॥ Koi Tera Paar Na Paya
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी भजन लिरिक्स Sun Meri Devi Parvatvasini Bhajan Lyrics
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