अक्षत नाम का अर्थ, मतलब, राशि

अक्षत नाम का अर्थ, मतलब, राशि Akshat Meaning Hindi Akshat Naam Ka Hindi Arth

अक्षत नाम का हिंदी अर्थ होता है स्वैच्छिक ,उदार ,आधुनिक, हंसमुख, सक्रिय, रचनात्मक, भाग्यशाली, ध्यान, सक्षम , मैत्रीपूर्ण ,गंभीर ,अविनाशी, जिसे घायल ना किया जा सके,   जिसे नुकसान नहीं पहुंचाया जा सके, आशीर्वाद ,अजय, जिसे क्षति ना पहुंची हो , जो टूटा हुआ ना हो। इसके अलावा पूजा में काम आने वाले कच्चे चावल को भी अक्षत कहा जाता है ।  हिंदू पूजा में देवी देवताओं को अर्पित चावलों को अक्षत कहते हैं। कच्चा ,अखंड और साबुत चावल जो मंगल कार्यों के समय देता को चढ़ाया जाता है उसे भी अक्षत कहते हैं।

अक्षत नाम का अर्थ, मतलब, राशि Akshat Meaning Hindi Akshat Naam Ka Hindi Arth

Akshat is a Famous male given name in Hindu and Buddhist cultures. It is a name derived from the Sanskrit word 'Aksata' meaning, uninjured, un broken.
शब्द के रूप में अक्षत का अर्थ अखंडित, आधुनिक, पराक्रमी खंड चावल जो देवताओं पर चढ़ाया जाता है या मंगल कार्यों में उपयोग होता है, आदि होता है।  अक्षत नाम का मतलब होता है स्वैच्छिक ,उदार ,आधुनिक, हंसमुख, सक्रिय, रचनात्मक, भाग्यशाली, ध्यान, सक्षम , मैत्रीपूर्ण ,गंभीर ,अविनाशी, जिसे घायल ना किया जा सके आदि। 
 
अक्षत नाम लड़कों (पु) का होता है, मतलब की यह नाम लड़कों का रखा जाता है। अक्षत के नाम की राशि Mesh/मेष Aries (zodiac sign ) होती है। राशि चक्र में मेष राशि प्रथम राशि होती है। मेष राशि का चिन्ह मेंढा/ पुरुष भेड़ होता है। मेष राशि का सम्बद्ध पूर्व दिशा से होता है और मेष राशि का स्वामी गृह 'मंगल' होता है। मेष राशि का तत्व 'अग्नि' होता है।
मेष जातकों का शुभ अंक : 9
मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा
 
अक्षत नाम की मित्र राशि मिथुन और सिंह होती है। अक्षत मेष राशि से सबंधित नाम है। मेष राशि के लोग कार्य को फुर्ती/तेजी से करते हैं। मेष राशि से सबंध रखने के कारण अक्षत नाम के व्यक्ति आशावादी और आत्मकेंद्रित होते हैं। अक्षत के नाम के व्यक्ति निडर और झुझारू स्वभाव के होते हैं और शीघ्र हार नहीं मानते हैं। अक्षत नाम के व्यक्ति चूँकि मेष राशि से सबंधित होते हैं इसलिए ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी, जिंदादिल होते हैं। 
 
मेष राशि के लोग जहाँ उपरोक्त गुणों को धारण करते हैं वहीँ पर अक्षत नाम के व्यक्ति मेष राशि के प्रभाव के कारण ज़िद्दी, अनुशासन को कम मानने वाले और दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं।
अक्षत नाम के व्यक्ति गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। अक्षत नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8 अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं। 
 
भगवान शिव आसानी से अपने भक्तों पर दया करते हैं, और इनकी पूजा अर्चना भी क्लिष्ट नहीं होती है। वैसे जन्म के लग्न के मुताबिक़ यह तय होता है की आपको किस देव की पूजा करनी चाहिए। लेकिन वृहद स्तर पर ॐ नम: शिवाय’ मन्त्र मेष राशि के व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी होता है। 20 मार्च से 18 अप्रैल के मध्य जन्म लेने वाले मेष राशि से सबंधित व्यक्तियों के लिए ॐ गं गणाधिपतये नत:’ मन्त्र शुभ रहता है। इस प्रकार मेष राशि के व्यक्तियों को अपने मूलाक्षर, जन्मतिथि के अनुसार श्री गणेश, श्री शिव एवं श्री विष्णु जी की पूजा करके अभीष्ट को प्राप्त करना हितकर होता है।
 
साधारण रूप से मेष राशि के व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है। जैसा की ऊपर बताया गया है मेष राशि की व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और किसी भी कार्य को करने की शक्ति रखते हैं और अन्य से अधिक सक्रीय रूप से कार्य करते हैं ऐसे में उनका शरीर अधिक कार्य करने के कारण निढाल बन सकता है। शरीर के रोगों से लड़ने के शक्ति बेहतर होती है। उल्लेखनीय है की मेष राशि के व्यक्तियों को सरदर्द और पाचन की बीमारिया प्रायः अधिक होती हैं, इसलिए उन्हें अपने पाचन को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्यवर्धक जीवन शैली का पालन करना चाहिए। अपने शरीर को विश्राम देना भी मेष राशि के लिए अधिक महत्त्व रखता है।
अक्षत के नाम का शुभ अंक (Supportive Numbers) ०९ होता है। अक्षत के नाम का शुभ रंग लाल सफ़ेद और पीला होता है, जिनमे सफ़ेद अधिक महत्त्व रखता है।  अक्षत नाम का शुभदिन मंगलवार होता है। अक्षत नाम (अक्षत Name Swami Grah, Planet) अक्षत के नाम का स्वामी मंगल ग्रह होता है जो जातक के उत्साह और कार्य करने की क्षमता के लिए महत्त्व रखता है।  अक्षत नाम का शुभ रत्न मूंगा रत्न/कोरल जेम होता है। जातक की कुंडली में यदि मंगल कमजोर है तो मूंगा धारण करने से जातक को साहस और आत्मविश्वाश पैदा होता है। अक्षत का नक्षत्र कृतिका (Nakshatra: Krithika ) होता है। 
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