म्हारा घट मां बिराजता श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी लिरिक्स Mhara Ghat Ma Birajata Lyrics, Gujrati Krishna Bhajan
म्हारा घट मां बिराजता,श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी,
मारु मांडू छे गोकुल बिनारावन,
म्हारा तन ना आंगनिया मा तुलसी ना वन,
म्हारा घट मां बिराजता,
श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी।
म्हारे मन रे आंगनिये श्रीमहाकृष्णजी,
म्हारी आंख्या दिखे गिरधारी रे हरि,
म्हारो तन मन करूँ रे इनपे वारि रे वारि,
म्हारा श्याम मुरारी,
म्हारा घट मां बिराजता,
श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी।
हूँ तो नित्य विठ्ठलजी वरी सेवा ही करूँ,
हूँ तो आठ समां तेरी झांकी करूँ,
हूँ तो चितनाशीनाथजी रे चरणन धरूँ,
जीवन सफल करूँ,
म्हारा घट मां बिराजता,
श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी।
म्हे तो भक्ति मारग करो संग रे साध्यो,
म्हारो धोरे कीर्तन रंग रे लाग्यो,
म्हे तो लाला की लाली केरो मांग्यो,
हीरलो हाथ लाग्यो,
म्हारा घट मां बिराजता,
श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी।
म्हारी अंत समय की री सुणो रे अर्जी,
लेज्यो श्री जी बाबा शरणों मां दया रे करी,
म्हाने मरता ने यम का दर्शन कदे ना आवे,
म्हारो नाथ ही आवे,
म्हारा घट मां बिराजता,
श्रीनाथ जी यमुना जी महाप्रभुजी।