दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा Das Kedi Jagah Bhajan Lyrics
दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा,
पै गया स्वाद जिन्हो तेरे इस रस दा,
दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा।
कोई तैनूं मन्दिर मजारा विच्चो टोलदा,
कोई तैनूं जंगला पहाड़ा विच्चो टोलदा,
पै गया स्वाद जिन्हो तेरे इस रस दा,
दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा।
हर पत्ते पत्ते अते हर टाहनी टाहनी विच्च वे,
हर इक मानव ते हर इक बच्चे विच्च वे,
कण कण विच्च तेरा नूर पया वसदा,
दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा।
चंद अते सूरज तूं ही अम्बरां दे तारे विच्च,
जिवे आसमान अते हवा दे हुलारे विच्च,
रोम रोम विच्च मेरे तू ही बसदा।
दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा,
पै गया स्वाद जिन्हो तेरे इस रस दा।
देख लया जिन जदो भगतां दीआंख सी,
बैठ गया मौन कोई गावे नच नच जी,
तेरे तो बगैर दूजा होर ना कोई जचदा।
दस केडी़ जगह जित्थे तू नईयो वसदा,
पै गया स्वाद जिन्हो तेरे इस रस दा।
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