हरी मेरे जीवन प्रान अधार।
और आसरो नाहीं तुम बिन तीनूं लोक मंझार।।
आप बिना मोहि कछु न सुहावै निरख्यौ सब संसार।
मीरा कहै मैं दासि रावरी दीज्यो मती बिसार।।
और आसरो नाहीं तुम बिन तीनूं लोक मंझार।।
आप बिना मोहि कछु न सुहावै निरख्यौ सब संसार।
मीरा कहै मैं दासि रावरी दीज्यो मती बिसार।।
Haree Mere Jeevan Praan Adhaar.
Aur Aasaro Naaheen Tum Bin Teenoon Lok Manjhaar..
Aap Bina Mohi Kachhu Na Suhaavai Nirakhyau Sab Sansaar.
Meera Kahai Main Daasi Raavaree Deejyo Matee Bisaar..
Hari Mere Jeevan Pran Adhar(Meera Bhajan) by Anup Jalota
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