कान्हा तेरी गली से उठकर ना जाऊँगा
कान्हा तेरी गली से उठकर ना जाऊँगा
(मुखड़ा)
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(अंतरा)
तेरे रंग में ना रंगेंगे,
जब तक ये नैना कान्हा,
मेरी आत्मा को तब तक,
ना मिलेगा चैन कान्हा,
ना मिलेगा चैन कान्हा,
जब तक तुझे ना खुद मैं,
माखन खिलाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(अंतरा)
जितनी बची हैं साँसें,
इस तन में श्याम मेरे,
सौगंध तेरी मैंने,
लिख दी है नाम तेरे,
लिख दी है नाम तेरे,
तेरे नाम के सिवा ना,
कुछ और गाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(अंतरा)
विश्वास मेरे दिल को,
ये चमत्कार होगा,
राधे का भी तेरे संग,
मुझको दीदार होगा,
मुझको दीदार होगा,
रोऊँगा तुझसे मिलके,
कभी मुस्कुराऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(पुनरावृत्ति)
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(अंतरा)
तेरे रंग में ना रंगेंगे,
जब तक ये नैना कान्हा,
मेरी आत्मा को तब तक,
ना मिलेगा चैन कान्हा,
ना मिलेगा चैन कान्हा,
जब तक तुझे ना खुद मैं,
माखन खिलाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(अंतरा)
जितनी बची हैं साँसें,
इस तन में श्याम मेरे,
सौगंध तेरी मैंने,
लिख दी है नाम तेरे,
लिख दी है नाम तेरे,
तेरे नाम के सिवा ना,
कुछ और गाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(अंतरा)
विश्वास मेरे दिल को,
ये चमत्कार होगा,
राधे का भी तेरे संग,
मुझको दीदार होगा,
मुझको दीदार होगा,
रोऊँगा तुझसे मिलके,
कभी मुस्कुराऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
(पुनरावृत्ति)
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा,
जितनी भी ज़िंदगी है,
जितनी भी ज़िंदगी है,
मैं यहीं बिताऊँगा,
कान्हा तेरी गली से,
उठकर ना जाऊँगा।।
कान्हा तेरी गली से Kanha Teri Gali Se | Kumar Vishu | कृष्ण भजन | Kanha Ka Bhajan