साहिब तुझमें यूँ बसे जैसे तिल्ली में तेल : साहिब (ईश्वर) तुम में (जीवात्मा) में ऐसे वास करते हैं, रहते हैं जैसे तिल्ली में तेल। तिल्ली में तेल होता है लेकिन बाहर से कुछ दिखाई नहीं देता है। जैसे तिल्ली का तेल आंतरिक विषय है ऐसे ही ईश्वर तुम्हारे हृदय में बसता है। जरुरत है उसे सहज ही खोज लेने ली।
Sahib (God) resides in you (Jivaatma) like oil in the Sesame . There is oil in the Sesame but nothing is visible from outside. Just as the oil of the Sesame is an internal matter, so God resides in your heart. It is necessary to find Him through Sahaj (easily)
गिनान (ज्ञान) की चक्की फेर के, तू देख ले उसका खेल : एक बार तुम ज्ञान की घाणी (चक्की) को चलाकर देखो, फिर उसकी रहमत को देखो।
Once you operate the Ghani (Mill ) of knowledge, then look at His mercy.
हमन हैं इश्क़ मस्ताना, हमन को होशियारी क्या : हम तो उस ईश्वर की भक्ति के नशे में मस्त हैं। हमें अब इस जगत की क्या सुध? कैसी ख़बर। हम तो ग़ाफ़िल हो चुके हैं। सांसारिक सजगता अब हममे नहीं है।
We are intoxicated by the devotion of that God. What do we care about this world now? What a news We have failed. We no longer have worldly awareness.
मस्ताना : नशे के प्रभाव में; नशे में चूर; मदोन्मत
लाली मेरे लाल की, जित देखूँ तित लाल : मेरे ईश्वर की महिमा तो चारों और है। मैं जहाँ देखता हूँ वहीँ ईश्वर की महिमा है।
The glory of my God is all around. Wherever I look is the glory of God.
लाली देखन मैं चली, खुद भी हो गई लाल : मैं उस ईश्वर की महिमा को देखने के लिए गई तो मैं भी उसी के रंग में रंग गई। अब मेरा स्वतंत्र अस्तित्व शेष नहीं रहा है।
When I went to see the glory of that God, I also got painted in his color. Now my independent existence is no more.
मेहंदी के पत्तों में लाली है, किन्तु दिखलाती नहीं : मेहंदी के पत्ते ऊपर से हरे दिखाई देते हैं लेकिन वे अपने अंदर लाल रंग को समाए हुए होते हैं। पत्तों को देखकर रंग का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।
Mehndi leaves appear green from above but they contain red color inside them. The color cannot be judged by looking at the leaves.
आकाश में है हवा, पर नज़र आती नहीं : मेहंदी की भाँती ही सम्पूर्ण आकाश में हवा व्याप्त है लेकिन दिखाई नहीं देती है। ऐसे ही ईश्वर कण कण में व्याप्त है लेकिन कहीं दिखाई नहीं देता है।
The air is pervading the whole sky but it is not visible. Similarly, God pervades every particle but is nowhere to be seen.
हमन हैं इश्क़ मस्ताना, हमन को होशियारी क्या : हम तो भक्ति के नशे में चूर हैं, हमको इस जगत की समझ नहीं है।
I am intoxicated with devotion, I do not understand this world. I have no worldly sense
रहें आज़ाद या जग से, हमन दुनियाँ से यारी क्या : हम आज़ाद हैं, हम किसी के बंधन में नहीं हैं। भाव है की माया और जगत के तमाम तरह के बंधन से मुक्त हैं। ना हमारा कोई घर बार है, ना कोई रिश्तेदार है। हम सभी जंजाल से मुक्त हैं। इस जगत से हमारी कोई दोस्ती नहीं है।
जो बिछड़े हैं पियारे से, भटकते दर-ब-दर फिरते : जो अपने प्रिय (ईश्वर) से बिछड़ चुके हैं वे दर दर की ठोकरे खाते हुए भटकते हैं।
Those who have been separated from their beloved (God) wander after stumbling.
हमारा यार है हम में, हमन को इंतिज़ारी क्या : हमारा प्रिय (यार/ईश्वर) तो हमारे ही अंदर है हमें किसी का क्या इन्तजार। हम जब चाहे उससे मिल सकते हैं।
Our beloved (Friend / God) is inside us, what do we wait for anyone. We can meet him whenever we want.
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं