कबीरा खड़ा बाजार में मांगे सबकी खैर हिंदी मीनिंग Kabira Khada Bajar Me Meaning

कबीरा खड़ा बाजार में मांगे सबकी खैर हिंदी मीनिंग Kabira Khada Bajar Me Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi arth/Bhavarth Hindi Me

कबीरा खड़ा बाजार में, मांगे सबकी खैर।।
ना काहू से दोस्ती, न काहू से बैर।।

Kabira Khada Bajar Me, Mange Sabki Khair,
Na Kahu Se Dosti, Na Kahu Se Bair.
 

कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi

आशय है की काम क्रोध, नफरत, प्रेम आदि से विरक्त होकर ही निष्कामना रखकर व्यक्ति भक्ति को प्राप्त कर सकता है। कबीर साहेब का कथन है की कबीर साहेब सबकी खैर और मंगल कामना चाहते हैं। वह ना तो किसी के दोस्त है और नाहीं किसी के शत्रु हैं। कबीरदास जी कहते हैं कि वह किसी से दोस्ती नहीं करते और किसी से बैर भी नहीं करते। उनका मानना ​​है कि दोस्ती और बैर दोनों ही सांसारिक बंधन हैं, जो हमें अपने लक्ष्य से भटकाते हैं। कबीरदास जी का लक्ष्य केवल ईश्वर की प्राप्ति है। वे चाहते हैं कि सभी लोग सुखी और समृद्ध हों। इसलिए, वे किसी का भला न चाहे तो बुरा भी नहीं चाहते।

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