सूरा तबही परषिये लड़ै धणी के हेत मीनिंग Sura Tabahi Parakhiye Meaning

सूरा तबही परषिये लड़ै धणी के हेत मीनिंग Sura Tabahi Parakhiye Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth Sahit.

सूरा तबही परषिये, लड़ै धणी के हेत।
पुरिजा-पुरिजा ह्वै पड़ै, तऊ न छांड़ै खेत॥
 
Sura Tabahi Parakhiye, Lade Dhani Ke Het,
Puraja Purija Hve Pade, Tau Na Chhade Khet.
 
सूरा तबही परषिये लड़ै धणी के हेत मीनिंग Sura Tabahi Parakhiye Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth Sahit.
 

कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi

शूरवीर की परख तभी होती है जब व्यक्ति अपने धनि/स्वामी के लिए लड़ता है। उस व्यक्ति का पुर्जा पुर्जा हो जाने पर भी, वह युद्ध क्षेत्र को नहीं छोड़ता है। 

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें