अरे मत ना बेच कसायां के तन्नै दुध पिलाया

अरे मत ना बेच कसायां के तन्नै दुध पिलाया

अरे मत ना बेच कसायां के,
तन्नै दूध पिलाया करती,
और तुं माँ कह क बोलया करता,
मैं नाड़ हिलाया करती।।

माँ कह हथ्थे में कटवावः,
डुब गया तन्नै दया ना आवः,
बुढ़ी होगी दाम उठावः,
तेरा काम चलाया करती,
अरे मत ना बेच कसायां के,
मैं नाड़ हिलाया करती।।

एक छोटा सा बछड़ा जाया,
जिसने तेरः खूब कमाया,
उस दिन तुं फूल्या नहीं समाया,
तेरः जिन्स आया करती,
अरे मत ना बेच कसायां के,
मैं नाड़ हिलाया करती।।

काढ जेवड़ा तुं लाठी मारः,
जब छींक मैं क आऊं दवारः,
बाल्टी में धार मारः,
पां ना ठाया करती,
अरे मत ना बेच कसायां के,
मैं नाड़ हिलाया करती।।

क दिन घरां बैठ क खावः,
किसकी खातर पाप कमावः,
अशोक भक्त तन्नै कुछ ना थयावः,
न्युं समझाया करती,
अरे मत ना बेच कसायां के,
मैं नाड़ हिलाया करती।।

अरे मत ना बेच कसायां के,
तन्नै दूध पिलाया करती,
और तुं माँ कह क बोलया करता,
मैं नाड़ हिलाया करती।।



Mat Na Bech Kasaiya By Narendra Kaushik [Full Song] I Shyam Teri Yaad Aaee

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Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

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