होरी मे धूम मचायो रे कोई भी बच ना पायो भजन
राधा उत गोपाल, होरी में धूम मचायो रे,
धूम मचायो रे, कोई भी बच ना पायो रे।।
ग्वाल सखा संग कृष्ण मुरारी,
गोपिन संग श्री राधा प्यारी,
ग्वालों की ढालों पे, गोपिन रंग बरसायो रे।।
इत्र, अबीर, गुलाल पटारी,
भर-भर रंग पिचकारी मारी,
ऐसा बरसा रंग लगे यूँ सावन आयो रे।।
श्री राधा बरसाने वाली,
मोर मुकुट छीनी पिचकारी,
पकड़ कन्हैया को गोपिन ने नार बनायो रे।।
देखो री ब्रज होरी लीला,
लाल, हरा, कोई नीला-पीला,
"मधुप" युगल छवि का दर्शन कर, मन हरसायो रे।।
इतिश्री राधा ऊत गोपाल होरी में धूम मचायो रे। #holispecial #madhavpremii#holispecial #barsanaholi
bajan gayak Madhav premi
Lyrics sankirtan ayacharye Kewal Krishan Madup ji
Music rook stars
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