सेव के ज्यूस के फायदे उपयोग और सेवन विधि

सेव के ज्यूस के फायदे Apple Juice Benefits Sev Khane Ke Fayade in Hindi

सेब एक ऐसा फल है जो बहुत ही विटामिंस और मिनरल्स से भरा हुआ है। इसकी खूबियों के कारण है यह कहा जाता है "इन एप्पल ए डे कीप्स डॉक्टर अवे" इसका मतलब यह है कि अगर आप दिन का एक सेब खाते हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती। सेब के अंदर एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारे शरीर को कैंसर ,मधुमेह, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से बचाते हैं।

सेव के ज्यूस के फायदे उपयोग और सेवन विधि

सेव के प्रमुख फायदे Sev Ke Fayade Benefits of Apple

सेव के अंदर बहुत न्यूट्रिएंट्स होते हैं। जिसकी वजह से यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने में हेल्प करते हैं। इसकी वजह से होने वाले फायदे अनगिनत है। लेकिन फिर भी कुछ प्रमुख फायदे आपको बता रही हूं ।

स्वस्थ हृदय:हृदय को रखे स्वस्थ Apple Good For Heart

 सेव के अंदर सोडियम और पोटेशियम पाया जाता है ।जिसकी वजह से वह हमारे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है । इसलिए स्वस्थ हृदय के लिए हमें एक सेव रोजाना खाना चाहिए या फिर इसका जूस पीना चाहिए ।

सेव के सेवन से कैंसर की रोकथाम

कैंसर रोधी: सेव में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं ।और फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। जिसकी वजह से यह माना जाता है कि यह शरीर में अनियंत्रित कोशिकाओं को बनने हीं नहीं देता है। और यह हमारा शरीर कैंसर रोधी हो जाता है । अर्थात कैंसर के शिकार नहीं होता हैं। सेव के अंदर एंटी कैंसर तत्व होते हैं। ऐसीटोजिजिन् और एलिकोइड पाया जाता है। इसलिए हमें रोजाना सेव का -जूस पीना चाहिए।

सेव वजन को करे नियंत्रित

वजन नियंत्रित करना: सेव में फाइबर पाया जाता है। जो हमारे पाचन तंत्र को स्ट्रांग बनाते हैं। जिसकी वजह से हमारे शरीर का वजन नियंत्रित रहता है। सेव में फाइबर पाया जाता है ।और वह हमारी आंत में जाकर हमारे पाचन को दुरुस्त करता है ।इससे हमें कभी कब्ज नहीं होती ,पेट साफ रहता है । दिमागी संतुलन बनाने के लिए: सेब खाने से हमें अच्छी नींद आती है ।और दिमाग शांत रहता है। इसलिए अच्छे दिमागी संतुलन के लिए हमें नियमित रूप से सेव का सेवन करना चाहिए।

गठिया विकार में लाभदाई है सेव का ज्यूस

गठिया: गठिया के रोगियों के लिए भी सेवन का सेवन बहुत ही जरूरी है। क्योंकि इसके अंदर कैल्शियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। जो कि गठिया के रोगियों के लिए रामबाण है। इसलिए गठिया के रोगियों को भी सेव का सेवन करना चाहिए । 

त्वचा के लिए गुणकारी है सेव

स्किन के लिए: सेब में विटामिन सी होता है ।जो कि अच्छी स्किन के लिए जिम्मेदार होता है ।इसलिए हमें सेव खाना चाहिए। ताकि हमारी त्वचा बहुत ही कोमल और मुलायम और चमकीली हो जाए।
लीवर को मजबूत बनाने के लिए: हमारे लिवर को बहुत ही मजबूत बनाता है ।
सिर दर्द में आराम: सेव के सेवन से सिर सर दर्द में आराम होता है। क्योंकि फाइबर होने की वजह से यह शरीर में गैस का निर्माण नहीं होने देता है। जिसकी वजह से सर दर्द नहीं होता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है: सेव मे नीयासीन और फाइबर होते हैं ।जो कि हमारे शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाते हैं । इसलिए हृदय के रोगियों को नियमित रूप से सेव का सेवन करना चाहिए ।
गुर्दे की पथरी: गुर्दे की पथरी में सेव बहुत लाभकारी होता है। इसलिए सेव का सेवन करना चाहिए ।
सर्दी जुखाम होने पर: सेव मे विटामिन बी कॉन्प्लेक्स होता है। जिसकी वजह से हमारे शरीर में जुखाम होने पर बहुत ही जल्दी सही हो जाता है ।और विटामिन सी भी हमें सर्दी जुखाम से बचाता है ।
सेव का रस लगाने से तिल या मस्से खत्म हो जाते हैं।
आंखों के लिए: आंखों के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है। क्योंकि इसमें विटामिन सी और बी कांपलेक्स पाया जाता है । जो कि आंखों के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। इसका सेवन करने से आंखों की ज्योति तेज होती है। और मोतियाबिंद और पानी गिरने जैसी समस्या और खुजली जैसी समस्या से निजात पाई जाती है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है: इसलिए यह हमारे शरीर को बहुत से रोगों से बचाता है। और हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
सौंदर्य के लिए: सेव में विटामिन सी होता है ।जो हमारी अच्छी स्किन के लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए हमारी स्किन बहुत ही ग्लोईग हो जाती है ।
पीएच लेवल नियमित करता है: सेव में पाए जाने वाले विटामिंस और मिनरल्स हमारे शरीर में पीएच लेवल को नियंत्रित करते हैं ।
अस्थमा: अस्थमा के रोगियों को नियमित रूप से सेव का सेवन करने या फिर एक गिलास सेव का जूस पीने से उनको लाभ मिलता है।
सनबर्न: तेज गर्मियों में अगर हम बाहर जाते हैं तो हमारी स्किन जल जाती है और उस में जलन होना शुरू हो जाता है। इसी को सनबर्न कहा जाता है । उस स्किन पर सेव का जूस लगाने से वह ठीक हो जाती है।

    सेब के जूस से होने वाले नुकसान:

    हालांकि सेव के फायदे ज्यादा है और नुकसान बहुत ही कम। लेकिन फिर भी अगर हम इसकी मात्रा निर्धारित मात्रा से ज्यादा लेते हैं तो हमारे शरीर को कई नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। सेव में आर्सैनिक होता है इसलिए हमें इसकी निर्धारित मात्रा में ही प्रयोग करना चाहिए। सेव में बहुत कैलोरी पाई जाती है। इसके निर्धारित मात्रा से ज्यादा सेवन करने से हमारे शरीर का वजन बढ़ सकता है।  मधुमेह के रोगियों के लिए सही नहीं रहती है। क्योंकि सेव के जूस में शक्कर की मात्रा सुगर पे नियंत्रण नहीं रख पाती है । डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता है। सेब के जूस में fibre नहीं होता है। इसलिए एप्पल इज बेटर दैन एप्पल जूस हो सके तो आप एप्पल का सेवन करें। अगर आप नहीं खा सकते हैं तो ही आप एप्पल का जूस पिये। एप्पल के बीज में सायनाइड होती है जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। इसलिए कभी भी एप्पल के बीजों का प्रयोग ना करें। सेव का ज्यादा उपयोग हमारी हड्डियों को कमजोर बनाता है। कई कई व्यक्तियों को सेव से एलर्जी होती है। इसलिए जिन व्यक्तियों से एलर्जी है वह सेब का सेवन ना करें ।

    सेब खाने का सही समय सुबह या फिर दोपहर को होता है। इसलिए आप सुबह या फिर दोपहर के खाने में सेव का सेवन कर सकते हैं।  निर्धारित मात्रामें ही सेव का सेवन करें दो या तीन से ज्यादा सेव ना खाएं । सेव का जूस पीने के बाद अच्छे से कुल्ला करें।  हमें बाजार से लाकर सेव धोकर खाएं।  सेव में विटामिन सी ,विटामिन बी कांपलेक्स, प्रोटीन, कैल्शियम और पेक्टिन नामक फाइबर भी पाया जाता है। इसलिए सेव का नियमित सेवन करने से आपके शरीर को बहुत ही लाभ होगा, और आप अपने शरीर को बहुत से रोगों से मुक्त कर रख सकते हैं।  सेव के छिलके में पेक्टिन फाइबर होता हैजो कि हमारे आँतो के लिए बहुत ही अच्छा होता है इसलिए जब भी आप सेव खाए तो उसे छिलके सहित खाए।

    सेव को अगर हम बिना काटे खाते हैं, तो दांत बहुत ही मजबूत होते हैं ,मसूड़े भी मजबूत होते हैं । तो आप कभी भी सेव से बोर नहीं होंगे और आपको सेव का टेस्ट भी अच्छा लगेगा।  सेव का जूस बनाने की विधि :सेव का जूस बनाने के लिए आप चार से पांच सेव ले । उनको अच्छे से धो लें। उनको काट करके उनके बीज अलग कर ले। फिर जुसर में डाल के उनका जूस निकाल ले। जूस को छलनी से छान कर गिलास में डाल कर साथ-साथ आप उसमें नींबू और आंवला भी डाल सकते हैं । इससे विटामिन सी और भी बढ़ जाएगा और आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास बढ़ जाएगा।
    आप सर्दियों के मौसम में अगर नियमित रूप से सेव के जूस का सेवन करते हैं। और साथ ही उसमें नींबू और आंवला भी डालते हैं। तो यकीन मानिए आप पूरी सर्दी सर्दी- जुखाम से दूर रहते हैं। छोटी मोटी बीमारियां आप से कोसों दूर रहेंगी।

    कटे हुए सेव को काला पड़ने से कैसे बचाए

     कई बार जब हमें सेव को कुछ समय बाद में उपयोग करना होता है तो कटी हुयी सेवों को फ्रिज में रखने पर भी वो कुछ काली पड़ने लग जाती है । इसका कारण होता है की जैसे ही हम सेव को काटते हैं वैसे ही कटी हुयी सेव हवा में मौजूद ओक्सिजन के संपर्क में आने पर ओक्सीडाइज की प्रक्रिया शुरू हो जाती है । इससे बचने का एक उपाय है जो अक्सर कार्य में लिया जाता है । आप इसके लिए एक नीबू / संतरे को काटिए और उसका रस सभी सेवों पर निचोड़ दीजिये जिससे वे काली नहीं पड़ेंगी। निम्बू / संतरे में मौजूद साइट्रिक एसिड, ओक्सीडेसन की प्रक्रिया को बंद कर देते हैं । आप चाहे तो किसी भी खट्टे ज्यूस में सेवों को डुबो कर निकाल कर रख दें तो भी ये काली नहीं पड़ती है, लेकिन ऐसा करने पर सेव के स्वाद में थोडा बहुत असर पड़ता है ।
    Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

    दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं इस ब्लॉग पर रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियों और टिप्स यथा आयुर्वेद, हेल्थ, स्वास्थ्य टिप्स, पतंजलि आयुर्वेद, झंडू, डाबर, बैद्यनाथ, स्किन केयर आदि ओषधियों पर लेख लिखती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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