अनामिका नाम का मतलब, अर्थ, राशि Anamika Meaning Hindi
- अनामिका का हिंदी अर्थ अनंत, असीम, अधिक होने की अवस्था का होना होता है। अनामिका का अर्थ जिसका कोई नाम न हो, व्याकरण की दृष्टि से व्यक्तिवाचक संज्ञा , स्त्रीलिंग, एकवचन शब्द है।
- अनामिका के अन्य अर्थ निम्न प्रकार से हैं।
- अनामिका का हिंदी में मतलब हाथ की बीच की अंगुली (रिंग फिंगर) भी होता है.
- अनामिका एक प्रसिद्द हिंदी कवियित्री हैं . इनके द्वारा हिंदी साहित्य में दिए गए योगदान के लिए इन्हें राजभाषा परिषद् पुरस्कार, साहित्य सम्मान, भारतभूषण अग्रवाल एवं केदार
- सम्मान पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चूका है.
- पण्डित सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की काव्य रचना का नाम अनामिका है.
- अनामिका का एक अर्थ नामहीन स्त्री भी होता है.
- अनामिका शब्द का उदाहरण "जो प्रिया,प्रिया वह रही सदा ही अनामिका" प्रनामिका.
- अनामिका नाम का मतलब होता है अनंत, असीम, अधिक होने की अवस्था का होना होता हैकनिष्ठा और मध्यमा के बीच की उँगली को भी अनामिका कहते हैं।
- अनामिका नाम लड़कों (पु) का होता है, मतलब की यह नाम लड़कों का रखा जाता है।
- अनामिका के नाम की राशि Mesh/मेष Aries (zodiac sign ) होती है। राशि चक्र में मेष राशि प्रथम राशि होती है। मेष राशि का चिन्ह मेंढा/ पुरुष भेड़ होता है। मेष राशि का सम्बद्ध पूर्व दिशा से होता है और मेष राशि का स्वामी गृह 'मंगल' होता है। मेष राशि का तत्व 'अग्नि' होता है।
- मेष जातकों का शुभ अंक : 9
- मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
- मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
- मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा
- अनामिका नाम की मित्र राशि मिथुन और सिंह होती है।
मेष राशि के लोग जहाँ उपरोक्त गुणों को धारण करते हैं वहीँ पर अनामिका नाम के व्यक्ति मेष राशि के प्रभाव के कारण ज़िद्दी, अनुशासन को कम मानने वाले और दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं।
अनामिका नाम के व्यक्ति गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। अनामिका नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8 अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं।
भगवान शिव आसानी से अपने भक्तों पर दया करते हैं, और इनकी पूजा अर्चना भी क्लिष्ट नहीं होती है। वैसे जन्म के लग्न के मुताबिक़ यह तय होता है की आपको किस देव की पूजा करनी चाहिए। लेकिन वृहद स्तर पर ॐ नम: शिवाय’ मन्त्र मेष राशि के व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी होता है। 20 मार्च से 18 अप्रैल के मध्य जन्म लेने वाले मेष राशि से सबंधित व्यक्तियों के लिए ॐ गं गणाधिपतये नत:’ मन्त्र शुभ रहता है। इस प्रकार मेष राशि के व्यक्तियों को अपने मूलाक्षर, जन्मतिथि के अनुसार श्री गणेश, श्री शिव एवं श्री विष्णु जी की पूजा करके अभीष्ट को प्राप्त करना हितकर होता है।
साधारण रूप से मेष राशि के व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है। जैसा की ऊपर बताया गया है मेष राशि की व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और किसी भी कार्य को करने की शक्ति रखते हैं और अन्य से अधिक सक्रीय रूप से कार्य करते हैं ऐसे में उनका शरीर अधिक कार्य करने के कारण निढाल बन सकता है। शरीर के रोगों से लड़ने के शक्ति बेहतर होती है। उल्लेखनीय है की मेष राशि के व्यक्तियों को सरदर्द और पाचन की बीमारिया प्रायः अधिक होती हैं, इसलिए उन्हें अपने पाचन को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्यवर्धक जीवन शैली का पालन करना चाहिए। अपने शरीर को विश्राम देना भी मेष राशि के लिए अधिक महत्त्व रखता है।
- अनामिका के नाम का शुभ अंक (Supportive Numbers) ०९ होता है।
- अनामिका के नाम का शुभ रंग लाल सफ़ेद और पीला होता है, जिनमे सफ़ेद अधिक महत्त्व रखता है।
- अनामिका नाम का शुभदिन मंगलवार होता है।
- अनामिका के नाम का स्वामी मंगल ग्रह होता है जो जातक के उत्साह और कार्य करने की क्षमता के लिए महत्त्व रखता है।
- अनामिका नाम का शुभ रत्न मूंगा रत्न/कोरल जेम होता है। जातक की कुंडली में यदि मंगल कमजोर है तो मूंगा धारण करने से जातक को साहस और आत्मविश्वाश पैदा होता है।
- अनामिका का नक्षत्र कृतिका (Nakshatra: Krithika ) होता है।