दातण हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब Daatan Meaning Hindi Daatan Kise Kahate Hain
दातुन
को ही राजस्थानी भाषा में दातण कहा जाता है। अधिकतर दातुन नीम की कोमल
शाखा से बनाई जाती है। नीम के पेड़ की कोमल शाखा (१५-२० सेमी लम्बी) को आगे
से मुँह में दबा दबा कर उसे ब्रश का स्वरुप देकर उसे दांतों पर हल्के से
रगड़ा जाता है। ऐसा करने पर दांतों में फँसा हुआ खाद्य प्रदार्थ बाहर निकल
आता है और दांत साफ़ हो जाते हैं। इसे हम राजस्थान की पारम्परिक ब्रश (Tooth
Brush) कह सकते हैं।
नीम
के अतिरिक्त मिस्वाक पेड़ की टहनी, मदार, अर्जुन और बबूल की टहनी को भी
दातुन के रूप में उपयोग में लिया जाता है। वर्तमान में हुए नीम पर शोध के
आधार पर यह स्पष्ट है की नीम का दातुन दांतों की सेहत के लिए भी लाभकारी
होता है। नीम में एल्कलाइन गुण होते हैं जो दाँतों के लिए हितकर हैं, ये
दाँतों में सड़न पैदा नहीं होने देते हैं। महर्षि वाग्भट के अष्टांगहृदयम
में दातुन के विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त होती है।
दातण के उदाहरण Daatan Rajasthani Word Examples in Hindi
दातण राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसके निम्न उदाहरण हैं, आइये इस शब्द को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं। उठो म्हारा बालक बन्ना
करो न दांतणिया सोना री झारी,
बन्ना केला को दांतन
झसड़ा दांतणियां,
थारां दादाजी करावे,
थारी दादी रे मन भावे।
उठो म्हारां बालक बन्ना,
करो न कलेवो फीणी रो ताजा,
बन्ना कुरकुरा खाजा,
इसड़ो कलेवा
थारा ताऊजी करावे,
थारी ताई रे मन भावे।
उठो म्हारा बालक बन्ना,
करो न जिमणियो,
लाडू तो पेड़ा सरस जलेबी,
इसड़ो जिमणियो
थारां पापाजी करावे,
थारां बीरां जी करावे
थारी मम्मी रे मन भावे,
थारी भाभी रे मन भावे।
उठो म्हारा बालक बन्ना,
चाबो न पान सुपारी,
पान से बिड़ालो थारां जीजी जी करावे,
थारी भूवा बहना रे मन भावे।
करो न दांतणिया सोना री झारी,
बन्ना केला को दांतन
झसड़ा दांतणियां,
थारां दादाजी करावे,
थारी दादी रे मन भावे।
उठो म्हारां बालक बन्ना,
करो न कलेवो फीणी रो ताजा,
बन्ना कुरकुरा खाजा,
इसड़ो कलेवा
थारा ताऊजी करावे,
थारी ताई रे मन भावे।
उठो म्हारा बालक बन्ना,
करो न जिमणियो,
लाडू तो पेड़ा सरस जलेबी,
इसड़ो जिमणियो
थारां पापाजी करावे,
थारां बीरां जी करावे
थारी मम्मी रे मन भावे,
थारी भाभी रे मन भावे।
उठो म्हारा बालक बन्ना,
चाबो न पान सुपारी,
पान से बिड़ालो थारां जीजी जी करावे,
थारी भूवा बहना रे मन भावे।
म्हारी दुनीया ए दातण केणो रा सुरज जी
ओ दातण केलो रा मारा कुड़ला काचा
दुदो रा घर जाये चंपेली दिन
उगो सब देवता ओ दातण कर लो नी
ओ दातण केलो रा मारा कुड़ला काचा
दुदो रा घर जाये चंपेली दिन
उगो सब देवता ओ दातण कर लो नी