केला खाने के फायदे, उपयोग और नुकसान Kele Ke Fayde Upyog Nuksan

इस लेख में आप "केला खाने के फायदे", केले की संतुलित मात्रा आदि के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे. केले की खास बात ये है कि यह अन्य फलों की तुलना में काफी सस्ता होता है, लगभग हर मौसम में बाजार में सुलभता से मिलता है, लेकिन फिर यह शरीर को कई प्रकार से शरीर को पोषण देता है, जो महंगे फलों, ड्राई फ्रूट्स से प्राप्त होते हैं। शारीरिक कमजोरी को दूर करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिए केला हमारे लिए बहुत उपयोगी होता है। जहाँ एक तरफ केले को पोषण देने वाला फल माना गया है वहीँ पर इसके पेड़ की धार्मिक मान्यता भी होती है। विभिन्न धार्मिक कार्यों में केले के पत्ते, फल, फूल, जड़ और डंठल का उपयोग किया जाता है। केले में विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स सहित कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए आपको केले का सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त केले में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, सी और बी-6, लोहा, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, सोडियम, पोटेशियम आदि के विषय में भी हम इस लेख में जानकारी प्राप्त करेंगे।.

केले के फायदे उपयोग और नुकसान Kele Ke Fayde Upyog Nuksan

प्राकृतिक रूप से कई फल औषधीय गुणों के साथ साथ  विटामिंस और खनिज तत्वों से युक्त होते हैं, जिनका सेवन हमें करना चाहिए। औषधीय गुणों से युक्त फलों का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। फलों में प्रचुर मात्रा में विटामिंस और मिनरल्स होते हैं जो शरीर के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक होते हैं। आज हम केले के सेवन से होने वाले फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में जानेंगे। केला विटामिंस और मिनरल्स का खजाना है। केले में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, विटामिन बी-6, विटामिन ए, फाइबर आदि।
केले का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। तो आइए जानते हैं केले के सेवन से होने वाले फायदे.

केला खाने के फायदे, उपयोग और नुकसान Banana Benefits, uses and disadvantages Hindi

हृदय के लिए है लाभदायक केला


केले में पोटेशियम और विटामिन बी 6 की भरपूर मात्रा होने से यह हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।केले के सेवन से ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है। पोटैशियम और उच्च फाइबर होने के कारण केला हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होता है। केला पोटेशियम में उच्च होने के कारण धमनियों को सख्त और सिकुड़ने से रोकने में सहायक होता है। U.S. Department of Agriculture, के अनुसार, एक मध्यम आकार का केला 375 मिलीग्राम पोटैशियम प्रदान करता है। यह एक पुरुष के लिए अनुशंसित दैनिक पोटैशियम की लगभग 11% और एक महिला के लिए 16% है। अतः कई शोध इस विषय में हुए हैं जो पोटेशियम का सम्बन्ध स्वस्थ हृदय से स्थापित करते हैं।  (1)

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है केला


केले का सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। केले में पोटेशियम पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों को केले का सेवन करना चाहिए। जैसा की हमने जाना की केला हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी होता है और इसके साथ में ही केले में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाले बहुत से गुण भी पाए जाते हैं। ओमेगा 3, फैटी एसिड, पोटैशियम, फाइबर आदि से युक्त केला रक्तचाप में भी सहायक ओषधि होती है। (2)

पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है केला

केले में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जो पाचन तंत्र के बहुत ही लाभदायक होता है। फाइबर का सेवन करने से पाचन तंत्र की क्रियाएं सुचारू रूप से संपन्न होती है। कब्ज और पेट संबंधी समस्याओं में भी केले का सेवन राहत दिलाता है। फाइबर और प्रतिरोधी स्टार्च के कारण खाना अच्छे से पचता है, मल सख्त नहीं होता है और मल त्याग सुगमता से होता है। केले की यही विशेषता उसे पाचन के लिए अच्छा बनाती हैं। (3)

मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है केला

केले में पाया जाने वाला विटामिन बी6 और मैग्नीशियम मस्तिष्क की कार्य प्रणाली को मजबूत बनाता है। मैग्नीशियम और विटामिन बी6 नर्व फंक्शन को दुरुस्त करते हैं। जिससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली बेहतर होती है। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय है की केले के सेवन से तनाव, चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम किया जा सकता है, यही कारण है की केले को "हैप्पीनेस फ्रूट" भी कहा जाता है। बी 6 मस्तिष्क में अच्छे विचारों का संचार करने में सहायक होता है। यह स्वस्थ मूड को प्रेरित करता है। चिकित्सक के सलाह के अनुसार नियमित रूप से केले का सेवन आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। (4)

हड्डियों को मजबूत बनाता है केला

वर्तमान लाइफस्टाइल की वजह से कैल्शियम की कमी हो सकती है। शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। केले का सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं। केले में पाये जाने वाले पोषक तत्व कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। केला में मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों और दांतों के निर्माण में सहायक होता है। यदि आपको कैल्शियम की कमी है तो आप केले के साथ दूध, काजू, अखरोट, बादाम का उपयोग करें जो पोटेसियम से भी भरपूर हैं।

डायबिटीज में भी है लाभदायक केला

केले का सेवन करना डायबिटीज के रोगी के लिए भी लाभदायक होता है। इसमें पोटेशियम की भरपूर मात्रा होती है। जो मधुमेह को नियंत्रित रखती हैं। डायबिटीज के रोगी को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही केले का सेवन करना चाहिए। केले का सेवन निर्धारित मात्रा में ही करें। डायबिटीज के दौरान भी कम मात्रा में केले का सेवन किया जा सकता है। अमेरिकन डायबिटीज ​एसोसिएशन के अनुसार केला GI इंडेक्स में शुगर फ्रेंडली फूड्स में शामिल है, क्योंकि केले में पाया जाने वाले फ्रूक्टोज यानी फलों से मिलने वाली शुगर का स्तर बहुत ही कम होता है। शुगर के दौरान कितने केले कब खाये जा सकते हैं ?, इसके लिए आप अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य ही प्राप्त कर लें। (5)

डायरिया में राहत केला

केले में उपस्थित पेक्टिन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है। तथा दस्त जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है। दस्त के समय केले का सेवन करना लाभदायक होता है। इससे ऊर्जा मिलती है। केले का सेवन करने से डायरिया सही होता है। केले में उपस्थित पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा देने के साथ ही दस्त में भी राहत प्रदान करते हैं। इसमें उपस्थित पोषक तत्वों से शरीर को ऊर्जा मिलती है तथा दस्त से होने वाली कमजोरी दूर होती है। डायरिया में डायरी उत्पाद के स्थान पर आपको केले का सेवन करना चाहिए क्योंकि केले में पोटेसियम होता है जो डायरिया में लाभदाई होता है। डायरिया में केले के साथ ही आपको परवल, लौकी, तोरई, करेला, कददू, मौसमी सब्जियां, केला, जामुन, अनार, बिल्व आदि का सेवन भी करना चाहिए। 
 
केला खाने के फायदे, उपयोग और नुकसान Banana Benefits, uses and disadvantages Hindi



हैंगओवर को दूर करता है केला

अल्कोहल का अधिक सेवन करने से शरीर में पोटैशियम, सोडियम और मैग्निशियम जैसे खनिज तत्वों की मात्रा असंतुलित हो जाती है। जिससे हैंगओवर हो जाता है। हैंगओवर की स्थिति में केले का सेवन करना फायदेमंद होता है। क्योंकि केले में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। केले में पोटेशियम और कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो शरीर में प्रोबायोटिक्स गुणों का संचार करते हैं और हैंगओवर को दूर करते हैं।

एनीमिया को करता है दूर केला

केले में पर्याप्त मात्रा में फोलेट होता है। जो खून की कमी को दूर करता है। फोलेट लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है। जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। इसलिए केले के सेवन से खून की कमी/एनीमिया दूर होता है। केले में प्रयाप्त मात्रा में आयरन होता है जो ब्लड में हीमोग्लोबिन के प्रोडक्शन को स्टिमुलेट करता है, अतः केले के सेवन से आयरन की कमी दूर होती है।

तनाव को कम करता है केला

केले में पाया जाने वाला विटामिन बी तनाव को कम करता है। केले का उपयोग तनाव को कम कर कार्य क्षमता को बढ़ाता है। इसलिए तनाव की स्थिति में केले का सेवन करना लाभदायक होता है। केले में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो तनाव को कम करने में मदद सहायक होते हैं। केले में पाए जाने वाला ट्रिप्टोफैन (एमिनो एसिड) जो हारमोंस को बेलेंस करके हैप्पीनेस को बढाने में सहायक होता है।  तनाव और अनिंद्रा को दूर करने में केले की चाय भी बहुत गुणकारी होती है। (6)

थकान को दूर कर ऊर्जा प्रदान करता है केला

केले के सेवन से तुरंत ऊर्जा प्राप्त होती है, जो थकान को दूर करती है। यही कारण है कि एथलीट अपनी डाइट में केले का सेवन आवश्यक रूप से करते हैं। केले का सेवन करने से ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और शारीरिक और मानसिक थकान भी दूर होती है। (10)

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए केला

केले में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें उपस्थित विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होता है। विटामिन ए आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। केले का उपयोग करने से रतोंधी में भी राहत मिलती है। केले में विटामिन A होता है जो आँखों की रौशनी के लिए बहुत गुणकारी होता है। विटामिन ए कॉर्निया की रक्षा करता है, और दृष्टि में सुधार लाता है। (7)

पीरियड्स के दर्द को कम करता है केला

केले में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है। जो मांसपेशियों की ऐंठन को कम करता है। पीरियड के दौरान पेट की मांसपेशियों में बहुत ऐंठन होती है। जिससे पेट दर्द होता है। केले का सेवन करने से मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है तथा दर्द में राहत प्राप्त होती है। केले में विटामिन बी 6 और पोटेशियम काफी अच्छी मात्रा में होता है जो पीरियड्स के ऐंठन को दूर करने में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त केले में फाइबर्स होते हैं जो मल को सख्त बनने से रोकते हैं और मल त्याग को आसान बनाते हैं जिससे पीरियड्स के दौरान दर्द नहीं होता है। केले में पाया जाने वाला मैग्नीशियम भी पीरियड्स के दर्द को दूर करने में सहायक होता है।

अनिद्रा में राहत केला

केले में ट्रिप्टोफैन (अमीनो एसिड) पाया जाता है। ट्रिप्टोफैन मेलाटोनिन यानी स्लीप हार्मोन के उत्पादन में वृद्धि करता है। नींद कम आने या अनिद्रा की स्थिति में केले का सेवन लाभदायक होता है। रात को सोने से 1 घंटे पहले केले का सेवन करने से अनिद्रा में अधिक लाभ होता है। जैसा की आपने पहले भी जाना की केला मानसिक स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होता है, ऐसे ही केला के सेवन से अनिंद्रा के रोग में भी लाभ मिलता है। आप केले की चाय का सेवन कर सकते हैं। माना जाता है की सोने से एक घंटे पहले यदि आप एक पका हुआ केला खाते हैं तो अच्छी नींद आती है। केले में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और पोटेशियम तनावग्रस्त मांसपेशियों को राहत देते हैं। केले में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है जो नींद को बेहतर बनाता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक केला

केले का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। केले में मैग्नीशियम पाया जाता है। जो इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। इसके साथ ही केले में कैरोटिनॉइड पाये जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से बचाव करते हैं। (11)

मॉर्निंग सिकनेस को दूर करता है केला

गर्भावस्था में सुबह के समय में कमजोरी महसूस होना एक सामान्य बात है। इसे ही मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है। लगभग सभी गर्भवती स्त्रियां इससे प्रभावित होती हैं। सुबह-सुबह केले का सेवन करने से शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है।तथा मॉर्निंग सिकनेस दूर होती है। केले का सेवन करने से उल्टी और जी घबराना जैसी समस्याओं में भी राहत प्राप्त होती है। सुबह-सुबह केले का सेवन करने से गर्भवती स्त्री को ऊर्जा प्राप्त होती है और मॉर्निंग सिकनेस दूर होती है।
केले में विटामिन बी6, मैग्नीशियम और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। जो गर्भवती स्त्री के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। इसीलिए गर्भावस्था में केले का सेवन करने की सलाह दी जाती है। (8)

केला खाने के फायदे, उपयोग और नुकसान Banana Benefits, uses and disadvantages Hindi


अवसाद से राहत केला


केले में ट्रिप्टोफैन (प्रोटीन) होता है। ट्रिप्टोफैन पचने के बाद सेरोटोनिन में बदल जाता है। जो अवसाद से राहत दिलाता है। केले में मेंग्नीशियम और कैरोटिनॉइड होने के कारण यह रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने में सहायक होता है। केले में मौजूद कार्बोहाइड्रेटस मूड को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं।

वजन कम करने में सहायक केला


केले में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। सुबह खाली पेट केले का सेवन करने से शरीर में पर्याप्त फाइबर की पूर्ति हो जाती है। जिससे पेट भरा हुआ लगता है और भूख का एहसास नहीं होता है। निर्धारित मात्रा में केले का सेवन करने से वजन कम होता है। जैसा की आप जानते हैं की वजन कम करने के लिए उच्च फाइबर्स युक्त भोजन की आवश्यकता होती है। केले में पर्याप्त मात्र में सोल्युबल फाइबर (Soluble Fiber) होते हैं। उल्लेखनीय है की केला वजन बढाने और कम करने दोनों में ही उपयोगी होता है, यह इस बात पर निर्भर करता है की आप केले का सेवन की तरह से करते हैं। केले में केलोरी भी कम होती है। (9)

पेट के अल्सर में राहत केला


केले के सेवन करने से एसिडिटी में राहत प्राप्त होती है। केले में एंटी एसिड प्रॉपर्टीज होती हैं। जो पेट के अल्सर को कम करती हैं। केले के सेवन से पेट के अल्सर में राहत प्राप्त होती है। केले का एंटासिड प्रभाव पेट के अल्सर को कम करता है। केले का एंटासिड प्रभाव और एसिडिटी को कम करने के गुणों के कारण केला अल्सर में भी लाभकारी होता है।

कब्ज में राहत केला


केले का सेवन करने से कब्ज में राहत प्राप्त होती है। केले में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है। जिससे यह पाचन तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में सहायक होता है। नियमित रूप से दो से तीन केले का सेवन करने से कब्ज दूर होती है। इसमें उपस्थित फाइबर की मात्रा आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखती है तथा पाचन क्रिया में सहायक होती है। केले में पाए जाने वाले फाइबर्स के कारण यह कब्ज/अपच को दूर करता है और मल त्याग को सुगम बनाता है। केला पेट में जलन, गैस, एसिडिटी में भी लाभदाई होता है। केले मौजूद पेसटिन तत्व पाचन को दुरुस्त करने में सहायक होते हैं। आपको बता दें की केला एक नैचुरल लैक्सटिव यानी रेचक होता है जो कब्ज को दूर करता है। 
 

पुरुषों को केले खाने से फायदे

 केले के पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए कई लाभ होते हैं। यह कब्ज से राहत दिलाने, वजन कम करने और अन्य कई समस्याओं में मददगार साबित हो सकता है। केले में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को पोषण प्रदान करते हैं। इसमें विटामिन (ए, सी, और बी 6), खनिज (पोटेशियम, मैग्नीशियम, फोलेट, राइबोफ्लेविन, नियासिन, थायमिन और आयरन), प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और फाइबर शामिल होते हैं। केले का सेवन करने से पुरुषों को कई अनोखे लाभ मिलते हैं। 

दिल और मांसपेशियों के लिए लाभकारी

केले में हाई पोटेशियम कंटेंट होता है जो हृदय और तंत्रिका तंत्र को पोषण प्रदान करता है। यह मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक होता है। अतः व्यायाम से पहले केले का सेवन करना चाहिए।

केला कामेच्छा बढ़ाता है

केला पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। केले में ब्रोमेलैन नामक एंजाइम पाया जाता है जो पुरुषों में रक्त प्रवाह और कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ ही, यह सेरोटोनिन के उत्पादन में भी सहायता प्रदान करता है जो मूड को सुधार सकता है।

किडनी और हड्डियों के लिए फायदेमद

केले में हाई पोटेशियम सामग्री होने से किडनी के स्वस्थ कार्य और हड्डियों की ग्रोथ में मदद मिलती है। इसका कारण यह है कि पोटेशियम मूत्र के माध्यम से कैल्शियम की हानि को रोकता है, जिससे शरीर में हड्डियों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण खनिजों को अवशोषित करने में सक्षम होता है।

टेस्टोस्टेरोन बढ़ा सकता है

केले में पाए जाने वाले मुख्य पोषक तत्व पोटेशियम, टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। केले में मौजूद ट्रिप्टोफैन सेरोटोनिन के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। यह एक हार्मोन है जो मूड को सुधारकर पुरुषों में यौन इच्छा को बढ़ा सकता है।

ब्लड और इम्यून सिस्टम

केले में मौजूद विटामिन बी 6 शरीर को हीमोग्लोबिन आपूर्ति करके और कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में बदलकर स्वस्थ रक्त शर्करा स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही यह शरीर को एंटीबॉडी उत्पन्न करने में भी सहायता प्रदान करता है जो रोगों के खिलाफ लड़ाई में इम्यून सिस्टम द्वारा प्रभावी रूप से इस्तेमाल किया जाता है।

मूड बढ़ाने वाला है केला

केले में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड पाया जाता है, जो शरीर में सेरोटोनिन में परिवर्तित होकर मूड को सकारात्मक रखने में मदद करता है और इसके अतिरिक्त अवसाद से लड़ने में सहायक होता है।

वजन कंट्रोल कर सकता है

केले में मौजूद फाइबर आपको वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह आपको नियमित रूप से मल त्याग करने में सहायता प्रदान कर सकता है और खाने के बाद लंबे समय तक तृप्ति की भावना देता है। इससे अधिक खाने की इच्छा कम हो सकती है, जिससे आप अपने शरीर के वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।

 
केले के अन्य लाभ / फायदे
  • दांतों की सफेदी के लिए केले का छिलका : दांतों को सफ़ेद बनाने के लिए सप्ताह में दो सीन बार आप केले के छिलके को दांतों पर रगड़कर इन्हे सफ़ेद बना सकते हैं।  
  • केले के लाभ त्वचा के लिए : केले के सेवन से त्वचा मॉइस्चराइज होती है। केले में पाया जाने वाला विटामिन बी-6 त्वचा को चमकदार बनाए रखने में सहायक होता है।
  • एंटी एजिंग है केला : केले के सेवन से आप बढाती उम्र के लक्षणों को कम कर सकते हैं। केले में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड पॉली-फेनोलिक एंटीऑक्सिडेंट बढती उम्र के प्रभावों को कम करते हैं। 
  • पोटैशियम : वर्कआउट करने वाले लोगों को केले का सेवन करना चाहिए क्योंकि केले में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम होता है। 
  • विटामिन B6 : विटामिन विटामिन B6  के कारण केले का सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्यबेहतर होता है। तनाव कम होता है मस्तिष्क के कार्य करने की क्षमता में इजाफा होता है। 
  • अमीनो एसिड : मानसिक अवसाद को दूर करने के लिए केले का सेवन करना चाहिए क्योंकि केले में अमीनो एसिड होते हैं जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। 
  • कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, सी और बी-6, लोहा, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, सोडियम, पोटेशियम आदि पाए जाते हैं, अतः यह एक पोषक तत्वों से युक्त फल है। 
  • डायबिटीज वाले व्यक्तियों को केले के सेवन से परहेज करना चाहिए क्योंकि केले के सेवन से ब्लड में शुगर लेवल बढ़ सकता है। 
  • केले की तासीर ठंडी होती है, अतः स्वसन विकारों से ग्रस्त व्यक्ति, को इसका उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि केला कफ पैदा कर सकता है।

केले का सेवन कैसे करें-

  • केले को ऐसे ही छीलकर खाया जा सकता है।
  • केले को फ्रूट सलाद बना कर खा सकते हैं।
  • केले और दूध का शेक बनाकर भी पीया जा सकता है।
  • केले की स्मूदी बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
  • कच्चे केले के बने चिप्स भी खाए जा सकते हैं।
  • दो से तीन केले का सेवन करना पर्याप्त होता है।
  • सुबह नाश्ते में आप केले का सेवन करें तो यह अधिक गुणकारी होता है। केले को अकेले नहीं खाना चाहिए, इसके लिए आप इसे नाश्ते में लें। अतः केले का सेवन अन्य फलों और ड्राईफ्रुइट्स के साथ करना बेहतर होता है।

केले के सेवन से नुकसान-


केले में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फाइबर की प्रचुर मात्रा से केला हमेशा शरीर के लिए लाभदायक ही रहता है। हालांकि केले के सेवन से कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन कई बार अधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। तो आइए जानते हैं किन स्थितियों में केला नुकसानदायक हो सकता है।
  1. केले में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा होती है। जिससे इसका सेवन करने से व्यक्ति को नींद आती है। ऐसी स्थिति में केले का सेवन निर्धारित मात्रा में ही करें।
  2. अल्कोहल के सेवन के बाद व्यक्ति को केले का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे सिरदर्द जैसी समस्या हो सकती हैं।
  3. केले से एलर्जी होने वाले व्यक्तियों को केले का सेवन नहीं करना चाहिए।
  4. केले में उपस्थित फाइबर की मात्रा से आयरन, जिंक, मैग्निशियम, कैल्शियम आदि के अवशोषण में कमी आती है। इसलिए केले का सेवन निर्धारित मात्रा में ही करें।
  5. केले में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम तत्व पाया जाता है। इसलिए पोटेशियम सप्लीमेंट के साथ इसका सेवन ना करें।
  6. केले में फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए केले का अधिक मात्रा में सेवन करने से गैस, अपचन और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  7. जिनका वजन अधिक है, मोटापे से ग्रसित व्यक्ति को केले के सेवन से परहेज करना चाहिए क्योंकि केला वजन को बढ़ा सकता है। 
  8. यदि आप मसल्स को मजबूत बनाना चाहते हैं तो केले के स्थान पर आपको अधिक प्रोटीन युक्त आहार लेना चाहिए। 
  9. फ्रक्टोज के कारण केले के अधिक सेवन से पेट में गैस पैदा हो सकती है। 
  10. अधिक केले के सेवन से सरदर्द / माइग्रेन हो सकता है क्योंकि केले में थायरेमिन भी पाया जाता है। 

निर्धारित मात्रा में केले का सेवन करना शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान कर शक्ति प्रदान करता है। केले का सेवन करने से थकान दूर होती है तथा ऊर्जा की प्राप्ति होती है। केले में पाए जाने वाले पोषक तत्व की प्राप्ति होने से शरीर स्वस्थ रहता है। शारीरिक रूप से अधिक कार्य करने वाले व्यक्ति तुरंत ऊर्जा प्राप्ति के लिए केले का सेवन करते हैं। खिलाड़ियों के लिए भी केले का सेवन करना लाभदायक होता है। जिससे उन्हें खेलने के लिए तुरंत ऊर्जा की प्राप्ति होती है। आप भी स्वस्थ रहने के लिए निर्धारित मात्रा में केले का सेवन अवश्य करें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होगा।
 



केला कब और कैसे खाना चाहिए?

दिन में केला खाने का सबसे उचित समय सुबह 8 से 9 बजे के बीच है, नाश्ते के बाद। इस समय केले का सेवन करने से आपके पाचन तंत्र को तेजी से काम करने में मदद मिलती है और आपके शरीर को इसके पूरे पोषक तत्व मिलते हैं।

केला कब खाना चाहिए और कब नहीं?

आपको सुबह नाश्ते में केले का सेवन करना चाहिए। यदि रात को खाना है, तो केला खाना बेहतर नहीं होगा। इसके सेवन से आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। रात में केला खाने से वजन बढ़ सकता है और नींद से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। केले में कैलोरी की अधिक मात्रा होती है, इसलिए इसे पचाने में अधिक समय लग सकता है।

1 दिन में कितने केले खा सकते हैं?

यह आपकी आहार प्राथमिकताओं, व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति और शारीरिक गतिविधियों पर निर्भर करता है। आमतौर पर, एक व्यक्ति को दिन में 1-2 केले खाने चाहिये। यह आपको प्राकृतिक फलों और सब्जियों के साथ संतुलित आहार प्रदान करता है और आपको आवश्यक विटामिन, मिनरल और फाइबर प्राप्त करने में मदद कर सकता है। हालांकि, आपको अपने चिकित्सक या पोषण सलाहकार से संपर्क करके अपने व्यक्तिगत आहार की जांच करनी चाहिए।

केले के साथ क्या नहीं खाना चाहिए?

अंगूर, स्ट्रॉबेरी, सेब, अनार और आड़ू जैसे अम्लीय फलों को कभी भी केले के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर आपको सरदर्द और अम्लता हो सकती है।

रोज केला खाने से क्या फायदा होता है?

  1. खाली पेट केले खाने से दिनभर के लिए ऊर्जा प्राप्त होती है।
  2. केले का सेवन करने से पाचन तंत्र में सुधार होता है।
  3. नियमित रूप से केला खाने से पेट से जुड़ी गैस और कब्ज समस्या में सुधार होता है।
  4. खाली पेट केला खाने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है।
  5. खाली पेट केला खाने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  6. खाली पेट केले खाने से दिनभर के कार्यों को सुचारू रूप से संभालने की क्षमता मिलती है।
  7. केले में मौजूद विटामिन और मिनरल्स से शरीर की पोषण की आवश्यकता पूरी होती है।
  8. नियमित रूप से केला खाने से हार्टबीट नियंत्रण में सुधार होता है।
  9. केला खाने से मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार होता है।

दूध और केले खाने से क्या होता है?

केले और दूध का संयोग शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और दिनभर की गतिविधियों के लिए शक्ति बढ़ाता है। यह संयोग शरीर को पोषण से भरपूर बनाता है और बालों, त्वचा और हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स के साथ केले का मिश्रण शरीर की आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसके अलावा, यह पाचन क्रिया को सुधारता है, मोटापे को कम करने में मदद करता है और एंटीऑक्सीडेंट्स की गतिविधि को बढ़ाता है। इसलिए, केला और दूध का संयोग आपके शरीर के लिए एक स्वास्थ्यप्रद योग है।

केला खाने से गैस बनती है क्या?

हां, केला खाने से गैस बन सकती है। केला में मौजूद फाइबर और सच्चराइड्स की मात्रा आपके पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती है और पेट में गैस का उत्पादन कर सकती है।

केला खाने से मर्दाना ताकत बढ़ती है क्या?

हां, केला खाने से मर्दाना ताकत में बढ़ोतरी हो सकती है और यौनशक्ति को बढ़ा सकता है। केले में मौजूद ब्रोमेलेन नामक एंजाइम मर्दाना पॉवर को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, केले में सेरोटोनिन नामक हार्मोन भी पाया जाता है जो मन को खुश करने के साथ-साथ सेक्स में संतुष्टि भी प्रदान कर सकता है। शाम के भोजन के बाद केले का सेवन करने से यौन दुर्बलता कम हो सकती है और शरीर को बल मिलता है।

पका हुआ केला कब खाना चाहिए?

पका हुआ केला सुबह 8 से 9 बजे के बीच नाश्ते के बाद खाना चाहिए। इस समय केला खाने से आपके पाचन तंत्र को तेजी से काम करने में मदद मिलती है और शरीर को इसके सभी पोषक तत्वों की आवश्यकता पूरी होती है। ध्यान दें कि सुबह खाली पेट केला न खाएं।

क्या ज्यादा पका केला खाना अच्छा है?

अगर केले में फफूंदी लगना शुरू हो गया है, या अगर वह तरल निकल रहा है या अप्रिय गंध आ रही है, तो वह सड़ना शुरू हो गया है और अब उसे खाने के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है।

 
U.S. Department of Agriculture के अनुसार केले में पाए जाने वाले पोषक तत्व:-

Proximates:

  • Water (पानी): 75.3 g/ग्राम Energy (Atwater General Factors) (ऊर्जा - एटवाटर जनरल फैक्टर्स): 98 kcal/कैलोरी
  • Energy (Atwater Specific Factors) (ऊर्जा - एटवाटर स्पेसिफिक फैक्टर्स): 88 kcal/कैलोरी
  • Nitrogen (नाइट्रोजन): 0.12 g/ग्राम
  • Protein (प्रोटीन): 0.74 g/ग्राम
  • Total lipid (fat) (कुल वसा - चरबी): 0.29 g/ग्राम
  • Ash (खाद्य मिट्टी): 0.7 g/ग्राम

Carbohydrates (कार्बोहाइड्रेट):

  • Carbohydrate, by difference (कार्बोहाइड्रेट, अंतर के द्वारा): 23 g/ग्राम
  • Carbohydrate, by summation (कार्बोहाइड्रेट, योग के द्वारा): 21.2 g/ग्राम
  • Fiber, total dietary (फाइबर, कुल आहार): 1.7 g/ग्राम
  • Total dietary fiber (AOAC 2011.25) (कुल आहारी फाइबर - AOAC 2011.25): 4.62 g/ग्राम
  • Sugars, Total (टोटल शुगर्स): 15.8 g/ग्राम
  • Sucrose (शक्कर): 4.18 g/ग्राम
  • Glucose (ग्लूकोज): 5.55 g/ग्राम
  • Fructose (फ्रूक्टोज): 6.09 g/ग्राम
  • Lactose (लैक्टोज): <0.25 g/ग्राम
  • Maltose (मैल्टोज): <0.25 g/ग्राम
  • Galactose (गैलैक्टोज): <0.1 g/ग्राम
  • Starch (स्टार्च): 3.66 g/ग्राम

Organic acids (कार्बनिक अम्ल):

  • Citric acid (सिट्रिक अम्ल): 341 mg/मिलीग्राम
  • Malic acid (मैलिक अम्ल): 369 mg/मिलीग्राम

Minerals (खनिज):

  • Calcium, Ca (कैल्शियम): 5 mg/मिलीग्राम
  • Iron, Fe (लोहा): <0.4 mg/मिलीग्राम
  • Magnesium, Mg (मैग्नीशियम): 28 mg/मिलीग्राम
  • Phosphorus, P (फास्फोरस): 22 mg/मिलीग्राम
  • Potassium, K (पोटैशियम): 326 mg/मिलीग्राम
  • Sodium, Na (सोडियम): <4 mg/मिलीग्राम
  • Zinc, Zn (जिंक): 0.16 mg/मिलीग्राम
  • Copper, Cu (तांबा): 0.101 mg/मिलीग्राम
  • Manganese, Mn (मैंगनीज): 0.258 mg/मिलीग्राम
  • Iodine, I (आयोडिन): <10 µg/माइक्रोग्राम
  • Selenium, Se (सेलेनियम): <2.5 µg/माइक्रोग्राम

Vitamins and Other Components

  • Vitamin C, total ascorbic acid (विटामिन सी, कुल एस्कोर्बिक अम्ल): 12.3 mg/मिलीग्राम
  • Thiamin (थायमिन): 0.056 mg/मिलीग्राम
  • Riboflavin (राइबोफ्लेविन): <0.1 mg/मिलीग्राम
  • Niacin (निएसिन): 0.662 mg/मिलीग्राम
  • Vitamin B-6 (विटामिन बी-6): 0.209 mg/मिलीग्राम
  • Biotin (बायोटिन): <0.004 µg/माइक्रोग्राम
  • Folate, total (फोलिक एसिड, कुल): 14 µg/माइक्रोग्राम
  • Vitamin A, RAE (विटामिन ए, RAE): 1 µg/माइक्रोग्राम
- Carotene, beta (कैरोटीन, बीटा): 8 µg/माइक्रोग्राम
- cis-beta-Carotene (सिस-बीटा-कैरोटीन): 1 µg/माइक्रोग्राम
- trans-beta-Carotene (ट्रांस-बीटा-कैरोटीन): 7 µg/माइक्रोग्राम
- Carotene, alpha (कैरोटीन, एल्फा): 7 µg/माइक्रोग्राम
- Cryptoxanthin, beta (क्रिप्टोक्सांथिन, बीटा): 0 µg/माइक्रोग्राम
- Cryptoxanthin, alpha (क्रिप्टोक्सांथिन, एल्फा): 0 µg/माइक्रोग्राम
- cis-Lycopene (सिस-लाइकोपीन): 0 µg/माइक्रोग्राम
- trans-Lycopene (ट्रांस-लाइकोपीन): 0 µg/माइक्रोग्राम
- cis-Lutein/Zeaxanthin (सिस-लूटीन/ज़ीएक्सांथिन): 0 µg/माइक्रोग्राम
  • Vitamin K (phylloquinone) (विटामिन के, फाइलोक्विनोन): 0.1 µg/माइक्रोग्राम
  • Vitamin K (Dihydrophylloquinone) (विटामिन के, डाइहाइड्रोफाइलोक्विनोन): 0 µg/माइक्रोग्राम
  • Vitamin K (Menaquinone-4) (विटामिन के, मेनाक्विनोन-4): 0 µg/माइक्रोग्राम
 
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। लिरिक्सपण्डितस  इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
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