आशीर्वाद का पर्यायवाची शब्द Aashirwad Ka Paryayvachi Shabd
इस लेख में आप आशीर्वाद शब्द के हिंदी में पर्यायवाची (निकट अर्थ/समानार्थी शब्द ) शब्द/शब्दों के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही आशीर्वाद शब्द का हिंदी में अर्थ, विलोम शब्द और अंग्रेजी में मीनिंग निचे दिए गए हैं। आशीर्वाद/Aashirwad हिंदी भाषा का एक शब्द है, जिसके पर्यायवाची (Synonyms) निचे अर्थ सहित दिए गए हैं.
आशीर्वाद के पर्यायवाची शब्द हिंदी में Aashirwad synonyms in Hindi
आशीर्वाद के पर्यायवाची शब्द (synonyms) आशीर्वाद, धन्यवाद, दुआ, आशीष, शुभवाचन, शुभकामना, आर्शीवचन। -आदि होते हैं।
आशीर्वाद के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं -
- आशीर्वाद (Aashirvaad) - आशीर्वाद का विस्तृत हिंदी अर्थ है: किसी को शुभकामनाएं और आशीर्वाद देना। यह किसी को समृद्धि, सुख, शुभकामनाएं और भलाई के लिए प्रकट की जाने वाली पॉजिटिव भावना होती है। आशीर्वाद देना व्यक्ति के उत्तराधिकारियों द्वारा उनके जीवन में शुभता और सफलता की कामना करना होता है।
- धन्यवाद (Dhanyavaad) - धन्यवाद का विस्तृत हिंदी अर्थ है: कृतज्ञता और आभार प्रकट करना। यह किसी चीज के लिए किये गए काम की प्रशंसा करने और उसके लिए आभार व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है। धन्यवाद व्यक्ति के अच्छे काम और प्रदान किये गए सहायता के लिए उसके द्वारा किये गए कार्य की शुक्रिया व्यक्त करने का एक उपाय होता है।
- दुआ (Dua) - दुआ का विस्तृत हिंदी अर्थ है: प्रार्थना या भगवान से आशीर्वाद की मांग करना। यह उच्चतम शक्ति से आशीर्वाद, मार्गदर्शन, या संरक्षण की प्राप्ति के लिए एक प्रकार की प्रार्थना होती है, जो धार्मिक या आध्यात्मिक परंपराओं में उपयोग किया जाता है।
- आशीष (Aashish) - आशीष का विस्तृत हिंदी अर्थ है: वरदान या शुभकामनाएं। यह किसी के शुभता और सफलता की कामना को प्रकट करने वाली भावना है, जो सकारात्मक और उत्साहजनक होती है।
- शुभवाचन (Shubhavachan) - शुभवाचन का विस्तृत हिंदी अर्थ है: शुभकामनाएं या अभिनंदन। यह व्यक्ति को विभिन्न अवसरों पर शुभकामनाएं और सकारात्मक शुभेच्छाएं देने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- शुभकामना (Shubhkaamna) - शुभकामना का विस्तृत हिंदी अर्थ है: शुभ इच्छाएं। यह व्यक्ति के सफलता, सुख, और समृद्धि के लिए सकारात्मक इच्छाएं व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- आर्शीवचन (Aarshivachan) - आर्शीवचन का विस्तृत हिंदी अर्थ है: वरदान या धार्मिक परंपराओं में उपयोग होने वाली शुभकामनाएं। यह धार्मिक या समारोहिक संदर्भों में किये जाने वाले एक और शक्तिशाली आशीर्वाद होता है।
- आशीर्वाद (Aashirvaad) - Meaning in Hindi: आशीर्वाद refers to "blessings" in English. It is a positive expression of good wishes and blessings bestowed upon someone.
- धन्यवाद (Dhanyavaad) - Meaning in Hindi: धन्यवाद means "thank you" in English. It is used to express gratitude and appreciation for something done or received.
- दुआ (Dua) - Meaning in Hindi: दुआ translates to "prayer" in English. It signifies an act of seeking blessings, guidance, or protection from a higher power, often used in the context of religious or spiritual practices.
- आशीष (Aashish) - Meaning in Hindi: आशीष means "blessing" or "benediction" in English. It refers to a kind and positive wish for someone's well-being and success.
- शुभवाचन (Shubhavachan) - Meaning in Hindi: शुभवाचन denotes "greetings" in English. It is used to convey good wishes and positive greetings to someone on various occasions.
- शुभकामना (Shubhkaamna) - Meaning in Hindi: शुभकामना means "best wishes" in English. It is an expression of goodwill and positive desires for someone's success, happiness, and prosperity.
- आर्शीवचन (Aarshivachan) - Meaning in Hindi: आर्शीवचन refers to "benediction" in English. It is a formal or solemn blessing given by someone in authority, often used in religious or ceremonial contexts.
- आशीर्वाद (Aashirwad): माता-पिता का आशीर्वाद बच्चों के जीवन में खुशियों का सागर होता है। / Blessing: Parent's blessing is a sea of happiness in their children's lives.
- धन्यवाद (Dhanyavaad): दोस्तों को उनके मददगारी के लिए धन्यवाद देना एक अच्छी आदत है। / Thank you: Expressing gratitude to friends for their assistance is a good habit.
- दुआ (Dua): आपकी दुआ से हमें आशीर्वाद मिलता है और जीवन में समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। / Prayer: Your prayers bestow blessings upon us and pave the way for prosperity in life.
- आशीष (Ashish): दोस्तों के आशीष से समर्थन मिलने पर उस काम को करना सरल हो जाता है। / Blessing: With the blessings and support of friends, the task becomes easy to accomplish.
- शुभवाचन (Shubhavachan): विवाह के अवसर पर आप सभी के शुभवाचन और आशीर्वाद हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। / Good wishes: On the occasion of the wedding, all your good wishes and blessings are important to us.
- शुभकामना (Shubhkamna): नए साल के आगमन पर शुभकामनाएँ और धन्यवाद सभी के दिलों को छू जाते हैं। / Good wishes: On the arrival of the New Year, good wishes and thanks touch the hearts of everyone.
- आर्शीवचन (Arshivachan): अध्यापकों के सम्मान और आभार के भावपूर्वक आर्शीवचन करना शिक्षा में सम्मान का अभिवादन है। / Respectful good wishes: Expressing respectful good wishes and gratitude to teachers is a way of showing respect in education.
- शुभकामनाएँ (Shubhkamnayein): उत्सव के मौके पर सभी से शुभकामनाएँ और आशीर्वाद लेना सामाजिक समरसता को दिखाता है। / Good wishes: On the occasion of the festival, receiving good wishes and blessings from everyone demonstrates social harmony.
- आशीष समृद्धि (Ashish Samriddhi): परिवार के आशीष समृद्धि का स्रोत होते हैं, जो जीवन में समृद्धि और खुशियाँ लाते हैं। / Blessings and prosperity: Family's blessings are the source of prosperity that bring wealth and happiness in life.
- दुआएँ (Duayein): वृद्धा माताओं के आशीर्वाद और दुआएँ हमारे जीवन को समृद्ध करती हैं। / Wishes: Blessings and wishes from elderly mothers enrich our lives.
- आभारी (Aabhari): उन लोगों में से एक होना श्रेष्ठ है जो अपने मेहनती दोस्तों के प्रति हमेशा आभारी रहते हैं। / Grateful: Being one of those who always remain grateful to their hardworking friends is excellent.
- आभार (Aabhaar): उन सभी लोगों का आभार जिन्होंने मेरे सपनों को पूरा करने में मदद की। / Thanks: Thanks to all those people who helped in fulfilling my dreams.
अन्य हिंदी भाषा के शब्द और उनके पर्यायवाची शब्द
Hindi Ke 20 Shabd aur unake paryayvachi shabd
उदाहरण Example:
- समृद्धि - धन, आर्थिक संपत्ति, वृद्धि, लाभ
- गरीब - दरिद्र, निर्धन, दीन, कंगाल
- स्वतंत्र - आज़ाद, मुक्त, निर्भरहीन, स्वाधीन
- सम्मान - इज्जत, आदर, गौरव, मान
- शिक्षा - विद्या, ज्ञान, शैक्षिक, अध्ययन
- नशा - मद्यपान, शराब, नशीला, अति प्रिय
- संतुष्ट - तृप्त, आनंदित, संपूर्ण, सन्तुष्ट
- असहिष्णु - नाराज़, असहायक, अधीर, असंतुष्ट
- खुला - प्रकट, स्पष्ट, निर्देशांकित, प्राकट्य
- बंद - बंद, समाप्त, अविरल, अन्त
आशीर्वाद के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी :-
आशीर्वाद शब्द हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण शब्द है जो खुशियों, समृद्धि और सफलता के साथ हमें आशीर्वदित करता है। "आशीर्वाद" शब्द दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है - "आशी" और "वाद"। "आशी" का अर्थ होता है "वाक्य" और "वाद" का अर्थ होता है "कथन" या "वचन"। इससे यह शब्द वह वाक्य या कथन है जो प्रार्थना के रूप में किया जाता है और सकारात्मक शक्ति का प्रदान करता है।
आशीर्वाद देना हमारे संस्कृति में एक प्रमुख संस्कृति है, जहां बड़े वर्ग के लोग छोटे वर्ग के लोगों को अपने आशीर्वाद से सम्मानित करते हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। यह एक सकारात्मक प्रक्रिया है जो संबंधों में प्रेम और सम्मान को बढ़ाती है।
आशीर्वाद का विलोम "अभिशाप" होता है, जिसका अर्थ होता है "शाप" या "अभिशाप"। यदि किसी व्यक्ति के द्वारा दिया गया आशीर्वाद विश्वासघाती या दुर्भाग्यपूर्ण होता है, तो उसे अभिशाप कहा जाता है।
आशीर्वाद के बिना हमारा जीवन अधूरा और अशक्त लगता है। आशीर्वाद हमें संबलता और उत्साह देता है, जिससे हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होते हैं और अपने जीवन को समृद्ध बनाते हैं। इसलिए, हमें दूसरों को आशीर्वाद देने और आशीर्वाद ग्रहण करने का आदर्श और सदुपयोगी तरीके से पालन करना चाहिए।
आशीर्वाद देना हमारे संस्कृति में एक प्रमुख संस्कृति है, जहां बड़े वर्ग के लोग छोटे वर्ग के लोगों को अपने आशीर्वाद से सम्मानित करते हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। यह एक सकारात्मक प्रक्रिया है जो संबंधों में प्रेम और सम्मान को बढ़ाती है।
आशीर्वाद का विलोम "अभिशाप" होता है, जिसका अर्थ होता है "शाप" या "अभिशाप"। यदि किसी व्यक्ति के द्वारा दिया गया आशीर्वाद विश्वासघाती या दुर्भाग्यपूर्ण होता है, तो उसे अभिशाप कहा जाता है।
आशीर्वाद के बिना हमारा जीवन अधूरा और अशक्त लगता है। आशीर्वाद हमें संबलता और उत्साह देता है, जिससे हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होते हैं और अपने जीवन को समृद्ध बनाते हैं। इसलिए, हमें दूसरों को आशीर्वाद देने और आशीर्वाद ग्रहण करने का आदर्श और सदुपयोगी तरीके से पालन करना चाहिए।
"आशीर्वाद" शब्द में विसर्ग संधि होती है। इसका संधि विच्छेद "आशी: + वाद" होता है। जिसमें "आशी" का अंतिम वर्ण 'इ' को छोड़कर "आशी:" हो जाता है, और उसके बाद "वाद" बनता है।
इस विसर्ग संधि के द्वारा, "आशी" शब्द में स्वर 'अ' को छोड़कर अन्य किसी स्वर के बाद विसर्ग 'आ' आता है, और जब इसके बाद दूसरे पद का प्रारंभ होता है जिसमें "अ" के बाद "श" वर्ग वाले वर्ण या य, र, ल, व, है में से कोई एक वर्ण आता है, तो विसर्ग "र्" में बदल जाता है, और अगले वर्ण के ऊपर चढ़ जाता है। जब आगे कोई स्वर वर्ण आता है, तो उस स्वर की मात्रा "र्" में जुड़ जाती है।
आपने विसर्ग संधि के नियमों को स्पष्ट करने के लिए एक सरल और सुंदर तरीके से व्याख्या किया है। धन्यवाद! इससे भाषा के नियमों की समझ और विश्लेषण करने में मदद मिलती है।
इस विसर्ग संधि के द्वारा, "आशी" शब्द में स्वर 'अ' को छोड़कर अन्य किसी स्वर के बाद विसर्ग 'आ' आता है, और जब इसके बाद दूसरे पद का प्रारंभ होता है जिसमें "अ" के बाद "श" वर्ग वाले वर्ण या य, र, ल, व, है में से कोई एक वर्ण आता है, तो विसर्ग "र्" में बदल जाता है, और अगले वर्ण के ऊपर चढ़ जाता है। जब आगे कोई स्वर वर्ण आता है, तो उस स्वर की मात्रा "र्" में जुड़ जाती है।
आपने विसर्ग संधि के नियमों को स्पष्ट करने के लिए एक सरल और सुंदर तरीके से व्याख्या किया है। धन्यवाद! इससे भाषा के नियमों की समझ और विश्लेषण करने में मदद मिलती है।
विसर्ग संधि एक भाषा संबंधी नियम है जो संस्कृत भाषा में वर्ण या शब्दों के संगठन को सुव्यवस्थित करता है। इसका प्रमुख उद्देश्य शब्दों के संबंध को सुचारू बनाना है ताकि भाषा का प्रयोग सुलभ और सुविधाजनक हो। विसर्ग संधि में, विसर्ग शब्द के साथ या व्यंजन वर्ण के साथ जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।
आइए ऊपर दिए गए उदाहरणों के माध्यम से विसर्ग संधि को समझें:
निः + चय = निश्चय: यहां, "निः" शब्द के बाद "चय" शब्द आया है, जिससे "निः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "निश्चय" शब्द बन गया है।
दुः + चरित्र = दुश्चरित्र: यहां, "दुः" शब्द के बाद "चरित्र" शब्द आया है, जिससे "दुः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "दुश्चरित्र" शब्द बन गया है।
ज्योतिः + चक्र = ज्योतिश्चक्र: यहां, "ज्योतिः" शब्द के बाद "चक्र" शब्द आया है, जिससे "ज्योतिः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "ज्योतिश्चक्र" शब्द बन गया है।
निः + छल = निश्छल: यहां, "निः" शब्द के बाद "छल" शब्द आया है, जिससे "निः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "निश्छल" शब्द बन गया है।
आइए ऊपर दिए गए उदाहरणों के माध्यम से विसर्ग संधि को समझें:
निः + चय = निश्चय: यहां, "निः" शब्द के बाद "चय" शब्द आया है, जिससे "निः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "निश्चय" शब्द बन गया है।
दुः + चरित्र = दुश्चरित्र: यहां, "दुः" शब्द के बाद "चरित्र" शब्द आया है, जिससे "दुः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "दुश्चरित्र" शब्द बन गया है।
ज्योतिः + चक्र = ज्योतिश्चक्र: यहां, "ज्योतिः" शब्द के बाद "चक्र" शब्द आया है, जिससे "ज्योतिः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "ज्योतिश्चक्र" शब्द बन गया है।
निः + छल = निश्छल: यहां, "निः" शब्द के बाद "छल" शब्द आया है, जिससे "निः" के स्थान पर "श" वर्ग वाले वर्ण "श्" आ गया है, जिससे "निश्छल" शब्द बन गया है।