जानिए साल 2025 में कब पड़ेगा कौन सा त्योहार
त्योहारों की लिस्ट 2025: साल 2025 में कब मनाए जाएंगे बड़े पर्व? जानें मकर संक्रांति से दिवाली तक की तारीखें अगर आप 2025 में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों की तारीखें जानना चाहते हैं, तो यहां आपको होली, दिवाली, रक्षाबंधन और करवाचौथ समेत सभी बड़े पर्वों की सही जानकारी मिलेगी।
भारत में त्योहारों का महत्व
भारत अपनी सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक परंपराओं के लिए जाना जाता है। यहां हर धर्म और समुदाय के लोग अपने-अपने त्योहारों को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, त्योहारों का साल चैत्र माह (अप्रैल) से शुरू होता है और फाल्गुन माह (फरवरी-मार्च) में समाप्त होता है।
अगर आप 2025 के प्रमुख त्योहारों की तारीखें जानना चाहते हैं, तो नीचे दी गई लिस्ट जरूर देखें।
साल 2025 के प्रमुख त्योहारों की सूची
- नया साल – 1 जनवरी
- लोहड़ी – 13 जनवरी
- मकर संक्रांति, पोंगल, उत्तरायण – 14 जनवरी
- बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा – 2 फरवरी
- महाशिवरात्रि – 26 फरवरी
- होलिका दहन – 13 मार्च
- होली – 14 मार्च
- चैत्र नवरात्रि, उगाड़ी, गुड़ी पड़वा – 30 मार्च
- राम नवमी – 6 अप्रैल
- हनुमान जयंती – 12 अप्रैल
- बैसाखी, अंबेडकर जयंती – 14 अप्रैल
- आषाढ़ी एकादशी – 6 जुलाई
- गुरु पूर्णिमा – 10 जुलाई
- हरियाली तीज – 27 जुलाई
- नाग पंचमी – 29 जुलाई
- रक्षाबंधन – 9 अगस्त
- कजरी तीज – 12 अगस्त
- स्वतंत्रता दिवस – 15 अगस्त
- जन्माष्टमी – 16 अगस्त
- हरतालिका तीज – 26 अगस्त
- गणेश चतुर्थी – 27 अगस्त
- ओणम/थिरुवोणम – 5 सितंबर
- अनंत चतुर्दशी – 6 सितंबर
- शरद नवरात्रि – 22 सितंबर
- महाअष्टमी पूजा – 30 सितंबर
- महानवमी पूजा – 1 अक्टूबर
- गांधी जयंती, दशहरा – 2 अक्टूबर
- करवा चौथ – 10 अक्टूबर
- धनतेरस – 18 अक्टूबर
- नरक चतुर्दशी – 20 अक्टूबर
- दिवाली – 21 अक्टूबर
- गोवर्धन पूजा – 22 अक्टूबर
- भाई दूज – 23 अक्टूबर
- छठ पूजा – 28 अक्टूबर
- क्रिसमस – 25 दिसंबर
जानिये विस्तार से
यहाँ हम जनवरी से दिसंबर 2025 तक के प्रमुख भारतीय त्योहारों की सूची प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें उनकी तिथि, शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष, तिथि (हिंदू पंचांग के अनुसार), और शुभ मुहूर्त की जानकारी शामिल है।
जनवरी 2025:
लोहड़ी
- तिथि: 13 जनवरी 2025, सोमवार
- शुभ मुहूर्त: शाम 06:00 बजे से रात 08:00 बजे तक
मकर संक्रांति
- तिथि: 14 जनवरी 2025, मंगलवार
- शुभ मुहूर्त: सुबह 08:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक
फरवरी 2025:
बसंत पंचमी (सरस्वती पूजा)
- तिथि: 2 फरवरी 2025, रविवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: पंचमी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 09:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
महाशिवरात्रि
- तिथि: 26 फरवरी 2025, बुधवार
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- तिथि: चतुर्दशी
- शुभ मुहूर्त: रात 08:00 बजे से रात 12:00 बजे तक
मार्च 2025:
होलिका दहन
- तिथि: 13 मार्च 2025, गुरुवार
- पक्ष: पूर्णिमा
- तिथि: पूर्णिमा
- शुभ मुहूर्त: रात 09:00 बजे से रात 11:00 बजे तक
होली
- तिथि: 14 मार्च 2025, शुक्रवार
- शुभ मुहूर्त: सुबह 08:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
अप्रैल 2025:
राम नवमी
- तिथि: 6 अप्रैल 2025, रविवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: नवमी
- शुभ मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक
हनुमान जयंती
- तिथि: 12 अप्रैल 2025, शनिवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: पूर्णिमा
- शुभ मुहूर्त: सुबह 06:00 बजे से सुबह 08:00 बजे तक
मई 2025:
अक्षय तृतीया
- तिथि: 1 मई 2025, गुरुवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: तृतीया
- शुभ मुहूर्त: सुबह 07:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
नृसिंह जयंती
- तिथि: 11 मई 2025, रविवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: चतुर्दशी
- शुभ मुहूर्त: रात 08:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
जून 2025:
निर्जला एकादशी
- तिथि: 6 जून 2025, शुक्रवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: एकादशी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 05:00 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक
जगन्नाथ रथ यात्रा
- तिथि: 27 जून 2025, शुक्रवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: द्वितीया
- शुभ मुहूर्त: सुबह 08:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
जुलाई 2025:
देवशयनी एकादशी
- तिथि: 6 जुलाई 2025, रविवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: एकादशी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 06:00 बजे से दोपहर 11:00 बजे तक
गुरु पूर्णिमा
- तिथि: 10 जुलाई 2025, गुरुवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: पूर्णिमा
- शुभ मुहूर्त: सुबह 08:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
अगस्त 2025:
रक्षा बंधन
- तिथि: 9 अगस्त 2025, शनिवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: पूर्णिमा
- शुभ मुहूर्त: सुबह 09:00 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक
जन्माष्टमी
- तिथि: 16 अगस्त 2025, शनिवार
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- तिथि: अष्टमी
- शुभ मुहूर्त: रात 11:00 बजे से रात 12:30 बजे तक
सितंबर 2025:
गणेश चतुर्थी
- तिथि: 27 अगस्त 2025, बुधवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: चतुर्थी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 11:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक
अनंत चतुर्दशी
- तिथि: 6 सितंबर 2025, शनिवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: चतुर्दशी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 06:00 बजे से सुबह 08:00 बजे तक
अक्टूबर 2025:
दुर्गा महा नवमी पूजा
- तिथि: 1 अक्टूबर 2025, बुधवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: नवमी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 07:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
दशहरा (विजयादशमी)
- तिथि: 2 अक्टूबर 2025, गुरुवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: दशमी
- शुभ मुहूर्त: दोपहर 01:30 बजे से दोपहर 03:00 बजे तक
नवंबर 2025:
दीपावली
- तिथि: 20 अक्टूबर 2025, सोमवार
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- तिथि: अमावस्या
- शुभ मुहूर्त: शाम 06:00 बजे से रात 08:00 बजे तक
भाई दूज
- तिथि: 23 अक्टूबर 2025, गुरुवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: द्वितीया
- शुभ मुहूर्त: सुबह 10:00 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक
दिसंबर 2025:
गीता जयंती
- तिथि: 1 दिसंबर 2025, सोमवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: दशमी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 08:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
मोक्षदा एकादशी
- तिथि: 1 दिसंबर 2025, सोमवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- तिथि: एकादशी
- शुभ मुहूर्त: सुबह 06:00 बजे से दोपहर 11:00 बजे तक
उपरोक्त सूची में अगस्त से दिसंबर 2025 तक के प्रमुख भारतीय त्योहारों की जानकारी दी गई है, जिसमें उनकी तिथि, शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष, तिथि (हिंदू पंचांग के अनुसार), और शुभ मुहूर्त शामिल हैं। इन त्योहारों के माध्यम से भारत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर की झलक मिलती है, जो हमें एकता और सद्भावना के सूत्र में बांधती है।
भारत अपनी धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है, जहां हर धर्म, जाति और क्षेत्र के त्योहारों का विशेष महत्व है। सालभर मनाए जाने वाले ये तीज-त्योहार लोगों के जीवन में आनंद और उल्लास भरते हैं। प्रत्येक पर्व की अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यता होती है, जिसे लोग पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, त्योहारों का वर्ष चैत्र माह (अप्रैल) से शुरू होकर फाल्गुन माह (फरवरी-मार्च) में समाप्त होता है, जिससे हर महीने कोई न कोई उत्सव जीवन में उमंग और उत्साह बनाए रखता है। अब आप पहले से ही अपने त्योहारों की योजना बना सकते हैं और उन्हें धूमधाम से मना सकते हैं!
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।
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