हरि बिण क्यूँ जिवां री माय लिरिक्स Hari Bin Kyu Jiva Ree May Lyrics
हरि बिण क्यूँ जिवां री माय लिरिक्स Hari Bin Kyu Jiva Ree May Lyrics मीरा बाई पदावली Padawali Meera Bai Bhajan Lyrics Hindi हरि बिण क्यूँ जिवां री माय मीरा भजन
हरि बिण क्यूँ जिवां री माय।।टेक।।स्याम बिना बोराँ भयां, मण काठ ज्यूं घुण खाय।
मूल ओखद णा लग्याँ, म्हाणे प्रेम पीड़ा खाय।
मीण जल बिछुड़्या णा जीवाँ, तलफ मर मर जाय।
क्ँढताँ बण स्याम डोला, मुरलिया धुण पाय।
मीराँ रे प्रभु लाल गिरधर, वेग मिलश्यो आय।
(जिवां=जिवीत रहना, बोराँ=पागल, मूल=सच्ची, ओखद=औषधि)